Authors
An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.
आम आदमी पार्टी की गुजरात रैली को लेकर अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थान ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ का एक कथित स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. स्क्रीनशॉट के जरिए द न्यूयॉर्क टाइम्स पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. स्क्रीनशॉट में अंग्रेजी में लिखा है कि गुजरात में आम आदमी पार्टी की एक रैली में सबसे ज्यादा लोगों के इकट्ठे होने का रिकॉर्ड बना. इसके अनुसार, गुजरात में हुई अरविंद केजरीवाल की एक रैली में 25 करोड़ लोग शामिल हुए. साथ में एक फोटो भी है जिसमें सड़क पर भारी भीड़ देखी जा सकती है.
सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है कि 6.5 करोड़ की जनसंख्या वाले गुजरात में 25 करोड़ लोग एक रैली में कैसे शामिल हो सकते हैं? स्क्रीनशॉट को सही मानते हुए लोग द न्यूयॉर्क टाइम्स पर फर्जी खबर छापने का आरोप लगा रहे हैं. यूजर्स का कहना है कि द न्यूयॉर्क टाइम्स गलत आंकड़े दिखाकर आम आदमी पार्टी के पक्ष में खबरें चला रहा है. फेसबुक और ट्विटर पर यह स्क्रीनशॉट सैकड़ों लोग शेयर कर चुके हैं.
इस ट्वीट का आर्कइव यहां देखा जा सकता है.
दरअसल, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बीते शनिवार को गुजरात के अहमदाबाद में एक रोड शो किया था. गुजरात में इस साल के अंत में चुनाव होने के आसार हैं. पंजाब की तरह आम आदमी पार्टी गुजरात में भी जीत के लिए लड़ रही है. इसके लिए पार्टी ने अभी से प्रचार-प्रसार शुरू कर दिया है. इस के मद्देनजर सोशल मीडिया पर द न्यूयॉर्क टाइम्स का यह स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है.
Fact Check/Verification
सबसे पहले हमने यह पता लगाया कि क्या द न्यूयॉर्क टाइम्स ने सच में इस तरह की कोई खबर प्रकाशित की है. गूगल एडवांस सर्च की मदद से हमने इस कथित खबर को अलग-अलग तरीकों से खोजने की कोशिश की. लेकिन हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली. इस तरह की खबर का हमें कोई आर्कइव भी नहीं मिला.
इसके बाद हमने वायरल स्क्रीनशॉट की तुलना द न्यूयॉर्क टाइम्स की वेबसाइट से की. हमें दोनों में अंतर दिखा. दोनों जगह अलग-अलग फॉंट्स का इस्तेमाल किया गया है. वायरल स्क्रीनशॉट में ‘LIVE’ के बगल में कुछ भी नहीं लिखा, जबकि द न्यूयॉर्क टाइम्स की वेबसाइट पर ‘LIVE’ के साथ रूस-यूक्रेन युद्ध और पाकिस्तान को लेकर दो सेक्शंस देखे जा सकते हैं.
इसके बाद हमें खोजने पर पता चला कि पत्रकार राणा अय्यूब ने वायरल स्क्रीनशॉट को लेकर एक ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि ये स्क्रीनशॉट फर्जी है क्योंकि द न्यूयॉर्क टाइम्स या कोई भी अन्य अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्था अपनी खबरों में ‘crore’ नहीं लिखते जैसा कि वायरल स्क्रीनशॉट में लिखा दिख रहा है.
राणा के ट्वीट का द न्यूयॉर्क टाइम्स के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से 3 अप्रैल को जवाब भी दिया गया था. ट्वीट में वायरल स्क्रीनशॉट का खंडन करते हुए लिखा है कि द न्यूयॉर्क टाइम्स ने इस तरह की कोई खबर प्रकाशित नहीं की है.
हालांकि, वायरल स्क्रीनशॉट में भीड़ की जो तस्वीर दिख रही है वह अहमदाबाद में हुई आम आदमी पार्टी की रैली की ही है. तस्वीर को खुद भगवंत मान ने ट्वीट किया था.
Conclusion
इस तरह हमारी जांच में यह साफ हो जाता है कि आम आदमी पार्टी की गुजरात रैली को लेकर द न्यूयॉर्क टाइम्स का जो स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है वो फर्जी है. द न्यूयॉर्क टाइम्स ने इस तरह की कोई खबर नहीं छापी है.
Result: Fabricated News/False
Our Sources
Self Analysis
Tweet of The New York Times
Tweet of Bhagwant Mann
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in
Authors
An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.