Authors
Claim
हल्द्वानी में पुलिस ने मुसलमानों पर लाठियां बरसाई.
Fact
नहीं, वायरल वीडियो मुंबई के घाटकोपर का है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी भीड़ पर लाठीचार्ज करते नज़र आ रहे हैं. वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि पुलिस ने हल्द्वानी में मुस्लिमों पर लाठियां बरसाई
हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि यह वीडियो ग्रेटर मुंबई के घाटकोपर पुलिस स्टेशन के पास का है, जहां 4 फ़रवरी 2024 को इस्लामिक उपदेशक मुफ़्ती सलमान अजहरी की गिरफ़्तारी के बाद थाने पर जमी भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया था.
वायरल वीडियो करीब 1 मिनट 30 सेकेंड का है. इस वीडियो में रात के समय कुछ पुलिसकर्मी एक सड़क पर मौजूद भीड़ पर लाठीचार्ज करते दिखाई दे रहे हैं. लाठीचार्ज की वजह से वहां मौजूद भीड़ भागती हुई दिखाई दे रही है.
वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर वायरल दावे वाले कैप्शन के साथ शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है, “लोकेशन : हल्द्वानी,उत्तराखंड. मुसलमानो पर लाठियां बरसाते हुए संवैधानिक पुलिसकर्मी”.
Fact Check/Verification
Newschecker ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए सबसे पहले उसके कीफ्रेम की मदद से रिवर्स इमेज सर्च किया. इस दौरान हमें एक X यूजर द्वारा किए गए ट्वीट में यह वीडियो मिला, जिसे मुंबई के घाटकोपर वाले दावे के साथ शेयर किया गया था. कैप्शन में यह भी लिखा हुआ है कि पुलिस ने इस्लामिक उपदेशक मुफ़्ती सलमान अजहरी की गिरफ़्तारी के बाद थाने पर जमा हुए उसके समर्थकों पर लाठीचार्ज किया था.
इसके बाद हमने ऊपर मौजदू दावों से संबंधित न्यूज़ रिपोर्ट्स खंगाली, तो हमें कई न्यूज़ रिपोर्ट्स मिलीं. इन रिपोर्ट्स के अनुसार, 31 जनवरी को गुजरात के जूनागढ़ के एक कार्यक्रम में इस्लामिक उपदेशक मुफ़्ती सलमान अजहरी ने कथित आपत्तिजनक बयान दिया था. जिसके बाद गुजरात पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कार्यक्रम के दो आयोजकों को गिरफ्तार किया.
इसके बाद गुजरात पुलिस ने 4 फ़रवरी को मुफ़्ती सलमान अजहरी को मुंबई से गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार करने के बाद अजहरी को मुंबई के घाटकोपर पुलिस थाने लाया गया था. अजहरी की गिरफ़्तारी के बाद वहां लोगों की भीड़ जुट गई और लोग गिरफ्तारी का विरोध करने लगे. बाद में भीड़ को काबू करने के लिए अजहरी को खुद लोगों से घर जाने की अपील करनी पड़ी. इस दौरान पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज भी किया था.
खोजने पर हमें मिरर नाउ के यूट्यूब अकाउंट से 5 फरवरी 2023 को अपलोड हुई वीडियो रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में थाने के बाहर प्रदर्शन का ज़िक्र किया गया है.
हालांकि, रिपोर्ट में वायरल वीडियो के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है. लेकिन हमें वीडियो में वह दीवार दिखाई पड़ी जो वायरल वीडियो में भी मौजूद है, जिसे आप नीचे मौजूद तस्वीरों में देख सकते हैं.
जांच में हमने गूगल मैप्स की मदद से घाटकोपर पुलिस स्टेशन के आसपास के दृश्यों को भी देखा. हमें पुलिस स्टेशन के बगल में मौजूद घाटकोपर पुलिस डीजल पंप दिखाई दिया. जिसके मिलते-जुलते दृश्य वायरल वीडियो में भी मौजूद हैं.
हमने अपनी जांच के दौरान घाटकोपर के डीसीपी दीपक निकम से भी संपर्क किया. उन्होंने भी वायरल दावे का खंडन करते हुए कहा कि यह वीडियो घाटकोपर पुलिस स्टेशन का है, जब पुलिस ने मुफ़्ती सलमान अजहरी की गिरफ़्तारी के बाद भीड़ को काबू करने के लिए लाठीचार्ज किया था.
अब हमने हल्द्वानी की घटना के बारे में भी जानकारी हासिल की. जांच में मिली दैनिक भास्कर और बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, 8 फ़रवरी 2024 को बनभूलपुरा में सरकारी जमीन पर बने मदरसे को ढहा दिया गया था. जिसके बाद बाद इलाके में हिंसा भड़क गई थी. भीड़ ने पुलिस थाने को घेरकर पुलिसकर्मियों पर पथराव किया था. इस हिंसा में करीब 6 लोगों की मौत हो गई थी और करीब सैंकड़ों पुलिसकर्मी घायल हो गए थे.
Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह साफ़ है कि वायरल वीडियो हल्द्वानी का नहीं, बल्कि मुंबई के घाटकोपर पुलिस स्टेशन के पास का है.
Result: False
Our Sources
Video report by Mirror now on 5th Feb 2023
Visuals available on Google Street View
Telephonic conversation with Ghatkopar ACP
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