मंगलवार, सितम्बर 17, 2024
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फैक्ट चेक: क्या बांग्लादेश में बुर्का न पहनने पर हिंदू लड़कियों को पीटा गया? जानें सच

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Claim
बांग्लादेश में बुर्का न पहनने पर हिंदू लड़कियों को पीटा जा रहा है.

Fact
नहीं, वायरल दावा गलत है.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख्स सड़क पर खड़ी कुछ महिलाओं का पीछा कर उनकी पिटाई करता नजर आ रहा है. वीडियो को इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि “बांग्लादेश में बुर्का न पहनने पर हिंदू लड़कियों का पीछा किया जा रहा है और उनकी पिटाई की जा रही है”.

हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा गलत है. वीडियो में दिख रहे युवक का नाम एचएम रसेल सुल्तान है और उसने बीते 29 अगस्त को ढाका के श्यामोली स्क्वायर पर खड़ी कुछ सेक्स कर्मियों की पिटाई की थी. इसकी कई महिला संगठनों ने निंदा करते हुए उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.

वायरल वीडियो करीब पांच मिनट का है, जिसमें ब्लू रंग की टी शर्ट पहने एक युवक सड़क पर खड़ी कुछ महिलाओं की पाइप से पिटाई करता हुआ दिख रहा है. महिलाएं उस व्यक्ति से दया की याचना करती दिख रही हैं. इस दौरान शख्स एक महिला से उसका मोबाइल भी ले लेता है.

वीडियो को वायरल दावे वाले कैप्शन के साथ शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है “बांग्लादेश में बुर्का न पहनने पर हिंदू लड़कियों का पीछा किया जा रहा है और उनकी पिटाई की जा रही है”.


Courtesy: fb/राहुल राज

Fact Check/Verification

Newschecker ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए कीफ्रेम की मदद से रिवर्स इमेज सर्च किया. इस दौरान हमें बांग्ला न्यूज आउटलेट prothomalo की वेबसाइट पर 1 सितंबर 2024 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली. जिसमें वायरल वीडियो वाले दृश्य मौजूद थे.

रिपोर्ट में दी गयी जानकारी के अनुसार, कुछ दिन पहले एचएम रसेल सुल्तान नाम के शख्स ने ढाका के श्यामोली एरिया में कुछ सेक्स वर्कर्स की पिटाई की थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी शेयर किया गया था. वीडियो वायरल होने के बाद बांग्लादेश की मौजूदा अंतरिम सरकार में समाज कल्याण मंत्रालय के सलाहकार शर्मिन एस मुर्शिद ने न्यूज आउटलेट से बातचीत में कहा था कि “ये घटनाएं मानवाधिकार का उल्लंघन है और किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है. इसलिए मैंने संबंधित थाने से बातचीत की है और इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी”.

खोजने पर हमें घटना से जुड़ी रिपोर्ट ढाका ट्रिब्यून की वेबसाइट पर भी मिली. जिसमें बताया गया था कि 29 अगस्त 2024 को रिकॉर्ड हुए एक वीडियो में एक व्यक्ति को श्यामोली स्क्वायर पर खड़ी कुछ महिलाओं की पिटाई करते हुए देखा गया था. उक्त शख्स की पहचान एचएम रसेल सुल्तान के रूप में हुई थी. बांग्लादेश की गैर सरकारी महिला संगठन बांग्लादेश महिला परिषद् की अध्यक्ष डॉ फौजिया मुस्लिम ने इस घटना की निंदा करते हुए आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.

ऊपर मिली जानकारी के आधार पर हमने एचएम रसेल सुल्तान का फेसबुक अकाउंट खोजा, तो हमें उसके फेसबुक अकाउंट पर यह वीडियो नहीं मिला. हालांकि, 29 अगस्त को लाइव किया हुआ एक अन्य वीडियो मिला, जिसमें रसेल सुल्तान उसी कपड़े में मौजूद है. इस लाइव वीडियो में वह यह कहता हुआ दिख रहा है कि मैंने सेक्स वर्कर की पिटाई की है और बांग्लादेश में इस तरह के व्यवसाय नहीं चलने चाहिए”.

Courtesy: fb/HM Rusel Sultan

इसके बाद हमने सीधे एचएम रसेल सुल्तान से संपर्क किया. उसने बताया कि “मेरा ससुराल श्यामोली स्क्वायर इलाके में है और अगस्त महीने में मेरी पत्नी गर्भवती थी. जब मैं अपनी पत्नी और परिवार की अन्य महिलाओं के साथ श्यामोली स्क्वायर इलाके से गुजरता था तो सड़क पर खड़ी सेक्स वर्कर्स मुझे अभद्र इशारे करती थी, जो मेरे परिवार के लिए शर्मिंदगी का विषय होती थी. कुछ दिनों तक मैंने उन महिलाओं को समझाने की कोशिश की, लेकिन जब वे नहीं मानी तो मैंने 27 अगस्त से लेकर 30 अगस्त 2024 के बीच सड़क पर खड़ी रहने वाली सेक्स वर्कर्स को वहां से हटने के लिए कहा और इसी बीच 29 अगस्त को मैंने वहां कुछ महिलाओं को पाइप से पीटा भी था”.

जब हमने उनसे वायरल दावे को लेकर पूछा तो उसने साफ़ कहा कि “उसने किसी भी हिंदू महिला को बुर्का नहीं पहनने के लिए नहीं पीटा है, वे सभी सेक्स वर्कर्स थीं”. हालांकि हमारे साथ बातचीत में उसने अपनी गलती मानते हुए यह कहा कि “मुझे उन महिलाओं को नहीं पीटना चाहिए था. असल में काफी दिनों तक समझाने के बाद भी कुछ सुधार नहीं होने पर मुझसे यह गुस्से में हो गया था”.

Conclusion

हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि बांग्लादेश में हिंदू लड़कियों को बुर्का नहीं पहनने की वजह से पीटे जाने का वायरल दावा गलत है.

Result: False

(नोट: हमारे इस फैक्ट चेक का उद्देश्य सिर्फ वायरल सांप्रदायिक दावे का खंडन करना है. हम उक्त शख्स के इस तरह की कृत्य का किसी भी तरीके से समर्थन नहीं करते हैं.)

Our Sources
Article Published by prathamalo on 1st sep 2024
Article Published by dhaka tribune on 4th sep 2024
Video streamed HM Rusel Sultan facebook account on 29th Aug 2024
Telephonic Conversation with HM Rusel Sultan

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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

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