रविवार, अक्टूबर 20, 2024
रविवार, अक्टूबर 20, 2024

होमFact CheckFact Check: मध्य प्रदेश के खरगोन में नग्न नहा रहे युवकों की...

Fact Check: मध्य प्रदेश के खरगोन में नग्न नहा रहे युवकों की पिटाई का वीडियो वाराणसी का बताकर वायरल

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Claim
काशी में मंदिर दर्शन के दौरान गंगा नहाने गए दलित समाज के चार लोगों को ऊंची जाति के लोगों ने पीटा.

Fact
वायरल वीडियो मध्य प्रदेश के खरगोन का है.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें भीड़ कुछ अर्धनग्न लोगों की पिटाई करते हुए दिख रही है. वीडियो को इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के काशी में मंदिर दर्शन के दौरान गंगा नहाने गए दलित समाज के लोगों को ऊंची जाति के लोगों ने पीटा.

हालांकि हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के काशी का नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश के खरगोन का है. जहां अहिल्या घाट पर नंगे नहाने की वजह से कुछ लोगों ने उक्त युवकों को पीटा था.

वायरल वीडियो करीब 1 मिनट 13 सेकेंड का है, जिसमें भीड़ कुछ नंगे लोगों को पीटती हुई दिखाई दे रही है. पिटाई करने के बाद भीड़ उन लोगों को कपड़े पहनाकर वहां से भगा देती है.

इस वीडियो को वायरल दावे वाले कैप्शन के साथ शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है “जब अपने मंदिर को छोड़कर दूसरे के मंदिर में जाएंगे तो नंगे करके ही पीटे जाएंगे। समाज के लोग हिन्दू बनकर गंगा में स्नान करके काशी के मंदिर में महादेव के दर्शन करने गए थे,तब ऊंची जाति वालों ने नंगे करके पिटे।और जाओ मंदिर में दर्शन करने के लिए”.


Courtesy: X/LautanRamNish

Fact Check/Verification

Newschecker ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए वीडियो को ध्यानपूर्वक देखा तो हमें ऑडियो में एक जगह “अहिल्या घाट” सुनाई दिया. इसलिए हमने संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया तो  हमें एक फेसबुक अकाउंट से 13 सितंबर 2024 को किया गया पोस्ट मिला.

Courtesy: FB/Farid Sheikh

इस फेसबुक पोस्ट में तरुणाई की आवाज नाम के अख़बार की कटिंग मौजूद थी, जिसमें वायरल वीडियो वाले दृश्य मौजूद थे. कटिंग और कैप्शन में बताया गया था कि मंगलवार 10 सितंबर 2024 को मध्यप्रदेश के खरगोन में नर्मदा नदी के अहिल्या घाट पर कुछ नशेड़ी युवक निर्वस्त्र स्नान कर रहे थे. जिसकी वजह से स्थानीय लोगों ने उन युवकों की पिटाई कर दी थी.

इसी दौरान हमें धामनोद समाचार नाम के यूट्यूब अकाउंट से भी 12 सितंबर 2024 को अपलोड किया गया वीडियो मिला. इस वीडियो में भी वायरल वीडियो से जुड़े दृश्य मौजूद थे. वीडियो के साथ दी गई जानकारी में इसे खरगोन के महेश्वर में नर्मदा के अहिल्या घाट का बताया गया था.

इसके अलावा हमें इससे जुड़ी रिपोर्ट दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर भी मिली. इस रिपोर्ट में बताया गया था कि अहिल्या घाट पर 10 सितंबर की शाम को कुछ युवक नग्न अवस्था में नर्मदा नदी में नहा रहे थे. जब इस बात की जानकारी स्थानीय युवकों को मिली तो उन लोगों ने नदी में नहा रहे युवकों को बाहर निकाला और उनकी पिटाई कर दी. हालांकि, इसकी सूचना पुलिस को भी दी गई, लेकिन पुलिस आने से पहले ही नहा रहे उक्त युवक माफ़ी मांगते हुए वहां से भाग गए.

हमने अपनी जांच में महेश्वर थाने के इंचार्ज पंकज तिवारी से भी संपर्क किया. उन्होंने हमें यह बताया कि “यह घटना अहिल्या घाट पर करीब एक महीने पहले घटी थी. जहां कुछ युवक नशा करके नर्मदा नदी में नहा रहे थे. इसी दौरान कुछ स्थानीय लोगों ने उन युवकों की पिटाई कर दी. हालांकि, हमारे वहां पहुंचने से पहले ही युवक चले गए थे. उस दौरान किसी भी पक्ष की ओर से कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई गई थी. साथ ही उन्होंने यह साफ़ किया कि उक्त युवकों की पिटाई नग्न स्नान करने की वजह से हुई थी और इसमें कोई दलित या जाति वाला एंगल नहीं था”.

Conclusion

हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के काशी का नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश के खरगोन जिले का है.

Result: False

Our Sources
FB Post by Farid Sheikh on 13th Sep 2024
Video by Dhamnodr Samachar YT account on 12th Sep 2024
Article Published by Dainik Bhaskar on 13th Sep 2024
Telephonic Conversation with Maheshwar Police Station Incharge Pankaj Tiwari

 किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in

फैक्ट-चेक और लेटेस्ट अपडेट्स के लिए हमारा WhatsApp चैनल फॉलो करें: https://whatsapp.com/channel/0029Va23tYwLtOj7zEWzmC1Z

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Most Popular