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Common Myth
स्नैक्स में फ्रैंच फ्राइज हर किसी का फेवरेट होता है। फ्रैंच फ्राइज ऐसे स्नैक्स में से एक है जिनको शाकाहरी और मांसाहारी दोनों लोग बहुत पसंद करते हैं। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि यह फ्रैंच फ्राइज़ आया कहां से? अगर आपका जवाब है फ्रांस तो आप गलत हैं। तो आखिर सबके पसंदीदा फ्रैंच फ्राइज कहां से हम तक पहुंचे हैं?
फ्रैंच फ्राइज़ को हर जगह पहुंचने और अपना नाम बनाने में बहुत लंबा सफर तय करना पड़ा था। फ्रांस और बेलजियम में पारंपरिक तरीके से लोग छोटी मछलियों को फ्राय करके खाया करते थे। लेकिन सर्दी के मौसम में जब नदियां जम जाती थी तो लोग कुछ और खाने को मजबूर हो जाते थे। इसलिए उन्होंने आलू को छोटी मछलियों की शेप में काटकर तेल में फ्राई करके पांरपरिक भोजन के साथ परोसना शुरू कर दिया था। फ्रांसीसी लोगों ने दावा किया कि फ्राइड पोटैटो की खोज सबसे पहले पैरिसियन कुक्स ने की थी, जो खासकर सीन रिवर के पुल के नीचे बैठते थे। जबकि प्रसिद्ध पैरिसियन पुल के नाम पर ही उन्होंने इस फ्राइड आलू का नाम ‘फ्राइड पोंट न्यूफ’ रखा था। इसलिए फ्रैंच फ्राइज़ की खोज बेल्जियम में 1600 इसवी में हुई थी। अगर आप सोचते हैं कि इसे सबसे पहले फ्रांस में बनाया गया होगा तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। आपको बता दें कि अमेरिका में हर साल 13 जुलाई को नैशनल फ्रैंच फ्राइज़ डे मनाजा जाता है। इस दिन रेस्टोरेंट में फ्रैंच फ्राइज फ्री में दिए जाते हैं। वहीं पहले विश्व युद्ध के दौरान जब पहली बार सैनिको ने फ्रैंच फ्राइज़ खाए तो उन्होंने इस स्नैक्स को फ्रैंच नाम दिया था। इसके पीछे का कारण यह था कि बेल्जियम आर्मी की ऑफिशियल भाषा फ्रैंच थी। जिसकी वजह से यह पूरी दुनिया में ‘फ्रैंच फ्राइज़’ के नाम से फैमस हो गए।
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