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Claim:
एक सिपाही पिता ने अपनी कोरोना पॉजिटिव बेटी को प्लास्टिक में ढक कर गले से लगाया।
जानिए क्या है वायरल दावा:
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे में इन दिनों सोशल मीडिया पर एक तस्वीर तेज़ी से वायरल हो रही है। इस तस्वीर में देखा जा सकता है कि एक सिपाही प्लास्टिक बैग में लिपटे अपने बच्चे को गले लगा रहा है। वायरल फोटो के साथ दावा किया जा रहा है कि एक सिपाही पिता ने अपनी कोरोना पॉजिटिव बेटी को प्लास्टिक में ढक कर गले से लगाया। पिता लोगों से बच्ची के लिए प्रार्थना करने की अपील कर रहा है। यह दावा भी किया जा रहा है कि उसे जन्म देते समय उसकी मां की मृत्यू हो गई थी, मैं अब इसे खोना नहीं चाहता। इंटरनेट पर अभी की सबसे ज़्यादा दिल तोड़ने वाली तस्वीर। इस तस्वीर को फेसबुक पर 9 हजार से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है।
Verification:
देशभर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज़ों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में कोरोना पॉजिटीव मामलों की कुल संख्या 49,391 हो गई है। जबकि अबतक 1694 लोगों की मौत हो चुकी है। कुछ कीवर्ड्स के माध्यम से की गई शुरूआती पड़ताल में पता चला कि वायरल दावे को सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया जा रहा है।
देखा जा सकता है कि हमारे आधिकारिक व्हाट्सएप नंबर पर एक यूज़र द्वारा वायरल तस्वीर की सत्यता जानने की अपील की गई थी।
कुछ टूल्स की मदद से हमने वायरल तस्वीर को खंगालना आरंभ किया। पड़ताल के दौरान हमें वायरल तस्वीर से संबंधित कई परिणाम मिले।
पड़ताल के दौरान हमें वैरिफाइड इंस्टाग्राम अकाउंट से अपलोड की गई एक पोस्ट मिली। 16 अप्रैल, 2020 को इंस्टाग्राम पर यह तस्वीर पोस्ट की गई थी। नीचे देख सकते हैं कि इस तस्वीर के साथ Malay भाषा में कैप्शन लिखा गया है। वायरस तस्वीर के कैप्शन का हिंदी अनुवाद-
‘यह फोटो मलेशिया के एक सैनिक की है, जिसकी कोरोना वायरस में ड्यूटी लगी है। ड्यूटी के कारण सैनिक अपने बच्चे से नहीं मिल पा रहा था। केवल फोन और वीडियो कॉल के ज़रिए ही संपर्क में था। वहीं, एक दिन बच्चे के ज़िद करने पर पिता उससे मिलने घर आया। उसने बच्चे को गले लगाने से पहले प्लास्टिक बैग से पूरी तरह ढंक दिया था।
फेसबुक खोजने पर हमें Eris Riswandi द्वारा अपनी प्रोफाइल पर की गई एक पोस्ट मिली। यह पोस्ट 16 अप्रैल, 2020 को की गई थी। फेसबुक पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया है कि
‘COVID-19 के कारण ड्यूटी पर तैनात एक पिता और एक सैनिक अपने बच्चों को बहुत याद करते हैं। ड्यूटी के कारण सैनिक अपने बेटे से नहीं मिल पा रहा था। केवल फोन और वीडियो कॉल के ज़रिए ही संपर्क में था। वहीं, एक दिन बेटे के ज़िद करने पर पिता उससे मिलने घर आया। उसने बच्चे को गले लगाने से पहले प्लास्टिक बैग से उसे पूरी तरह ढंक दिया था’। “बेटे ने कहा- पापा मुझे आपकी बहुत याद आती है”। फिर पिता ने कहा, ‘बेटा तुम यह प्रार्थना करना कभी मत भूलना कि जल्दी से कोरोना का यह प्रकोप खत्म हो जाए। घर में छोटा भाई भी है तुम कभी भी हाथ धोना मत भूलना और मास्क पहनना भी मत भूलना। इस तस्वीर का क्रेडिट मलेशियाई न्यूज़पेपर सिनार हिरियन और एरिस रिसवंडी को दिया है।
अधिक जानकारी हासिल करने के लिए हमने कुछ कीवर्ड्स की मदद से Google खोजना आरंभ किया। पड़ताल के दौरान हमें मलेशिया की न्यूज़ वेबसाइट Minews द्वारा प्रकाशित की गई एक मीडिया रिपोर्ट मिली। लेख पढ़ने के बाद जाना कि कोरोना वायरस में ड्यूटी कर रहा सिपाही अपने बच्चे को प्लास्टिक में लपेटकर गले लगा रहा है। इस लेख में स्पष्ट किया गया है कि वायरल तस्वीर में नज़र आ रहे बच्चे को कोरोना वायरस नहीं है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहे दावे का बारीकी से अध्ययन करने पर हमने पाया कि वायरल तस्वीर भारत की नहीं बल्कि मलेशिया की है। पड़ताल में हमने पाया कि कोरोना वायरल के दौरान ड्यूटी कर रहा सिपाही वायरस के डर से अपने बेटे को प्लास्टिक में लेपटकर गले मिल रहा है। खोज के दौरान मिली जानकारी से स्पष्ट होता है कि तस्वीर में नज़र आ रहा बच्चा कोरोना पॉजिटिव नहीं है।
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