After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.
Claim–
अपोलो हाॅस्पिटल और बिहार स्वास्थ्य विभाग के डाॅक्टरों ने बताया कोरोना से बचाव का घरेलु नुस्खा
दावे का संक्षिप्त विवरण–
दुनियाभर के कई देशों में हाहाकार मचा चुके कोरोना वायरस को लेकर कई पोस्ट सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं। हमारे एक पाठक ने व्हाटसएप्प पर वायरल हो रहे एक पोस्ट की पड़ताल करने के लिए यह पोस्ट हमसे शेयर किया है। इस पोस्ट में अपोलो हाॅस्पिटल दिल्ली और बिहार स्वास्थ्य विभाग के डाॅक्टरों के नाम पर एक संदेश जारी किया गया है। जिसमें बताया गया है कि लहसुन खाना, दूध और हल्दी का सेवन करना, पपीता अनार जैसे फलों का सेवन, ग्रीन टी लेना तुलसी के पत्ते, काली मिर्च का काढ़ा बनाकर पीना आदि कई नुस्खों से अपनी रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाकर कोरोना से बचाव किया जा सकता है।
Verification–
सोशल मीडिया में वायरल हो रही इस पोस्ट को लेकर हमने पड़ताल शुरू की। कुछ कीवर्ड्स की सहायता से गूगल में खोज की तो फेसबुक पर इसी दावे वाला पोस्ट मिला। इसमें भी अपोलो हाॅस्पिटल के डाॅक्टर A. Dhanthi और बिहार राज्य स्वास्थ्य विभाग के डाॅक्टर Ramesh सिंह के नाम का उल्लेख है।
हमने दिल्ली स्थित अपोलो हाॅस्पिटल में Dr. A Dhanti नामक कोई डाॅक्टर कार्यरत है या नहीं इस बारे में खोज की। इसके लिए हाॅस्पिटल की
वेबसाइट पर डाॅक्टरों की टीम को लेकर जानकारी पाने की कोशिश की। लेकिन इस टीम में वायरल पोस्ट में जिस डाॅक्टर का नाम है उस नाम के डाॅक्टर नहीं मिले।
बिहार स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट खंगाली तो वहां पर रमेश सिंह नामक डाॅक्टर के बारे में और वायरल पोस्ट को लेकर कोई जानकारी नहीं मिली। इसके बाद हमने
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की वेबसाइट पर इस बारे में कुछ जानकारी है या नही इसकी पड़ताल की वहां पर भी वायरल पोस्ट में बताए गए नुस्खों का उल्लेख नहीं है। इसके बाद हमनें विश्व स्वास्थ्य संगठन( WHO) की वेबसाइट पर वायरल नुस्खों के बारे में जानकारी पाने की कोशिश की लेकिन वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस पर अभी तक कोई टीका या दवा उपलब्ध नहीं हुई है। कोरोना संक्रमित व्यक्ति से दूर रहना यही बचाव का साधन है।
वहीं
WHO के मुताबिक कुछ पश्चिमी तथा घरेलू उपायों से कुछ हद तक इम्युनिटी बढ़ सकती है लेकिन इससे वायरस का खतरा कम नहीं होता इसलिए कोई दवा या नुस्खा इस वायरस को खत्म नहीं कर सकता। इसी कारण संगठन ने किसी दवा या नुस्खे की सिफारिश नहीं की है। कोरोना पर वैक्सीन और दवा को लेकर अनुसंधान चल रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही सफलता मिलेगी।
इससे स्पष्ट होता है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए घरेलू नुस्खे बताने वाला सन्देश भ्रामक है। इसे सोशल मीडिया में शेयर कर गलत संदेश दिया जा रहा है।
Source
facebook
Google
Result- False
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After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.