Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
पूरी दुनिया में कोरोना ने एक बार फिर से कोहराम मचाया हुआ है। अब तक पूरे विश्व में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या का आंकड़ा 15 करोड़ के पार पहुंच गया है। भारत में भी कोरोना वायरस की दूसरी लहर का प्रकोप जारी है। देश में कोरोना के कुल मामले 1,87,62,976 हो गए जबकि 2,08,330 मरीज वायरस की वजह से अब तक जान गंवा चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले 24 घंटे में दुनिया भारत में कुल 4 लाख कोरोना के मामले आए हैं।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए देश के कई मेडिकल एक्सपर्ट और रणनीतिकार भारत में एक बार फिर से संपूर्ण लॉकडाउन लगाने की बात पर जोर दे रहे हैं, हालांकि केंद्र सरकार ने अभी इस पर कोई फैसला नहीं लिया। लेकिन कई राज्य सरकारों ने अपने-अपने राज्य की स्थिति के मद्देनजर कई जिलों में नाईट कर्फ्यू, वीकेंड लॉकडाउन तो कहीं कुछ दिनों के लिए संपूर्ण लॉकडाउन लगा दिया है।
इसी बीच सोशल मीडिया पर केंद्रीय गृह मंत्रालय के लेटर हेड पर लिखा हुआ एक पत्र तेजी से शेयर किया जा रहा है। पत्र को गृह सचिव द्वारा हस्ताक्षरित किया गया है। पत्र के साथ दावा किया जा रहा है कि गृह मंत्रालय ने दिल्ली में 31 मई तक के लिए लॉकडाउन बढ़ाने का आदेश दिया है। बता दें पत्र में छपी दिनांक के मुताबिक इसे हाल ही में 29 अप्रैल साल 2021 को जारी किया गया था।
इस वायरल दावे को WhatsApp, Twitter और Facebook पर शेयर किया गया है।
पोस्ट का लिंक
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Fact Check/ Verification
इंटरनेट पर वायरल हो रहे इस पत्र के साथ दावा किया जा रहा है कि दिल्ली में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए गृह मंत्रालय ने 31 मई तक लॉकडाउन को बढ़ाने का आदेश दिया है। वायरल दावे का सच जानने के लिए हमने कुछ संबंधित कीवर्ड्स के साथ गूगल पर खोजना शुरू किया। लेकिन गूगल पर प्राप्त परिणामों में हमें 29 अप्रैल को जारी हुए किसी भी पत्र की कोई जानकारी नहीं मिली।
पत्र के बारे में सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने पत्र पर छपी संख्या No. 40-3/2020-DM-I(A)के साथ गूगल पर खोजना शुरू किया। जिसके बाद हमें इसी संख्या वाला एक दूसरा पत्र मिला। जिसे 29 अप्रैल साल 2020 को जारी किया गया था। प्राप्त पत्र से हमें लगा कि वायरल हो रहा पत्र फर्जी है जिसे फोटोशॉप्ड कर वायरल किया जा रहा है।
प्राप्त दूसरे पत्र को यहाँ देखें।
Comparison
लेकिन पुष्टि के लिए हमने एक बार फिर वायरल पत्र में दिख रही संख्या {No. 40-3/2020-DM-I(A)} तथा पत्र में छपी दिनांक(29 अप्रैल 2021) के माध्यम से गूगल पर सर्च किया। जिसके बाद हमें वायरल पत्र का पूरा आदेश भारत सरकार की वेबसाइट पर प्राप्त हुआ। बता दें कि इस आदेश को 29 अप्रैल को ही जारी किया गया था।
प्राप्त पत्र को पूरी तरह पढ़ने पर हमें इस आदेश में लॉकडाउन जैसे शब्द का ही कोई जिक्र नहीं मिला। यानि यह आदेश लॉकडाउन के संबंध में नहीं है। यह आदेश सभी राज्यों तथा केंद्र शासित राज्यों के लिए है। यहाँ जानकारी दी गयी है कि 31 मई तक सभी राज्यों में कोरोना को काबू करने के लिए Necessary Containment Measures (आवश्यक कंटेनमेंट उपाय) का पालन किया जायेगा।
पत्र में बताये उपाय निम्नलिखित हैं :-
- मास्क और सोशल डिस्टन्सिंग अनिवार्य होगी।
- यदि किसी भी व्यक्ति को किसी प्रकार के कोई कोरोना से संबंधित लक्षण हैं तो उसे होम आइसोलेशन में रहना होगा।
- जहां कहीं भी कोरोना के मामले ज्यादा हैं वहां नाईट कर्फ्यू लागू रहेगा।
- शादी और अंतिम संस्कार के समारोह में सिर्फ 50 यह 20 लोगों के शामिल होने की ही अनुमति होगी
- पब्लिक ट्रांसपोर्ट में, क्षमता की 50 फीसदी सवारी को ही अनुमति दी जाएगी ।
- सरकारी या गैर सरकारी कार्यालयों में सिर्फ 50 फीसदी स्टाफ को बैठने की अनुमति होगी।
- सभी शॉपिंग मॉल, सिनेमा, बार और क्लब बंद रहेंगे।
- सभी को कोरोना टीका लगवाना अनिवार्य होगा।
Conclusion
वायरल पत्र की पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से हमें पता चला कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी हुए इस आदेश में लॉकडाउन का कोई जिक्र नहीं किया गया है। आदेश में कोरोना को लेकर Necessary containment Measures लेने की बात कही गयी है।
Result- Misleading
Our Sources
https://www.mha.gov.in/sites/default/files/MHAOrder_29042021.pdf
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.