Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में कुछ लोगों की भीड़ को पुलिस के साथ बदसलूकी करते हुए देखा जा सकता है। यह वीडियो शेयर करने वाले यूज़र्स द्वारा दावा किया जा रहा है कि महाराष्ट्र के बीड जिले में लॉकडाउन का विरोध करने के लिए लोगों ने पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की।
वायरल पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
वीडियो को वायरल दावे के साथ public नामक App द्वारा भी पोस्ट किया गया था। वायरल पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
Crowdtangale टूल की सहायता से हमने जाना कि अब तक इस वीडियो को कई अन्य लोगों द्वारा फेसबुक पर वायरल दावे के साथ शेयर किया जा चुका है। टूल पर मिले डेटा के मुताबिक लेख लिखे जाने तक इस वीडियो पर कुल 18 लोगों द्वारा प्रतिक्रिया दी जा चुकी है।
Fact check/ Verification
चूंकि महाराष्ट्र में कोरोना पीड़ितों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। इसलिए सरकार द्वारा कुछ जिलों में लॉकडाउन लागू करने का आदेश दिया जा चुका है। राज्य में कोरोना ने एक बार फिर से पैर पसारना शुरू कर दिया है।
मुंबई, पुणे और नागपुर सहित कई जिलों में कोरोना का कहर बढ़ रहा है। इसलिए महाराष्ट्र के अन्य जिलों में भी सावधानी बरती जा रही है। लाइव हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र के बीड जिले में भी 26 मार्च से 4 अप्रैल साल 2021 तक जिला कलेक्टर ने लॉकडाउन लागू करने की घोषणा की है।
बीड जिले में लॉकडाउन का विरोध के नाम पर वायरल हो रहे वीडियो की सत्यता जानने के लिए हमने सबसे पहले वीडियो को Invid टूल की सहायता से कुछ की-फ्रेम्स में बदला, और फिर गूगल पर रिवर्स इमेज टूल की मदद से खोजना शुरू किया। लेकिन गूगल पर मिले परिणामों से हमें वीडियो की कोई जानकारी नहीं मिली।
वीडियो की सटीक जानकारी के लिए हमने गूगल पर कीफ्रेम्स के साथ कुछ संबंधित कीवर्ड्स की मदद से भी खोजा। जिसके बाद हमें नवभारत डॉट कॉम की एक रिपोर्ट मिली। जहां वायरल वीडियो को अपलोड किया गया था। रिपोर्ट में दी गयी जानकारी के मुताबिक यह वीडियो कर्नाटक के मैसूर में हुई एक घटना का है।
गौरतलब है कि हाल ही में मैसूर जिले में ट्रैफिक पुलिस की कार्रवाई से बचने की कोशिश में एक 47 वर्षीय इंजीनियर की मौत हो गई थी। स्थानीय लोगों का दावा है कि इंजीनियर की मौत के लिए पुलिस ही जिम्मेदार है।इसी घटना के विरोध में कुछ लोगों की भीड़ सड़क पर उतर आयी।
भीड़ को काबू करने के लिए ट्रैफिक पुलिस मौके पर पहुंची। जिसके बाद आक्रोशित भीड़ ने मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों पर घातक हमला कर दिया। इसी दौरान भीड़ ने पुलिसकर्मियों को पीटा और वाहनों पर पथराव किया।
मामले की पुष्टि के लिए हमने कुछ संबंधित कीवर्ड्स के आधार पर और बारीकी से खोजना शुरू किया। जहां इस पूरी घटनाक्रम का वीडियो हमें YouTube चैनल India Ahead News पर मिला। वीडियो को यूट्यूब चैनल पर 23 मार्च, 2021 को अपलोड किया गया था।
वीडियो में अंग्रेजी भाषा में जानकारी दी जा रही है कि यह घटना कर्नाटक के मैसूर जिले की है। जहां एक इंजीनियर की मौत के बाद स्थानीय लोगों द्वारा पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया।
इसके अलावा पूरी घटना का एक वीडियो कन्नड़ भाषा के यूट्यूब चैनल सर्वज्ञकार गमनक पर भी अपलोड किया गया था। वीडियो के साथ अंग्रेजी भाषा में दिए गए उल्लेख में जानकारी दी गयी है कि यह घटना मैसूर के हिंकल रिंग रोड की है।
पड़ताल के दौरान हमें tv9 hindi की वेबसाइट पर भी मामले से संबंधित एक लेख मिला। लेख में दी गयी जानकारी के मुताबिक यह घटना कर्नाटक के मैसूर जिले की है।
Conclusion
हमारी पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से हमें पता चला कि वायरल वीडियो बीड जिले में लॉकडाउन का विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरने वाली भीड़ का नहीं बल्कि, कर्नाटक के मैसूर में एक इंजीनियर की सड़क दुर्घटना में हुई आकस्मिक मौत के बाद आक्रोशित हुई भीड़ का है।
Result- Misleading
Claim Review: महाराष्ट्र के बीड जिले में लॉकडाउन का विरोध करने वालों ने पुलिसकर्मियों को पीटा Claimed By: Viral Social Media Post Fact Check: Misleading |
Our Sources
नवभारत- https://www.enavabharat.com/other-states-news-hindi/viral-video-angry-people-traffic-police-injured-engineers-death-mysh-29616112/
India Ahead News – https://www.youtube.com/watch?v=0xiMiGgZSSI
Tv9 हिंदी- https://www.tv9hindi.com/trending/mob-thrashes-traffic-cop-in-mysuru-video-goes-to-viral-on-social-media-598080.html
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.