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क्या कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु प्रिन्स चार्ल्स ने किया आयुर्वेदिक दवाओं का इस्तेमाल? जानिये क्या है वायरल दावे का सच

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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Claim

COVID-19 पॉजिटिव पाए गए इंग्लैंड के राजकुमार, आयुर्वेद से ठीक हुए।  

जानिए वायरल दावा क्या है –

कोरोनावायरस से दुनियाभर में अब तक लाखों लोग संक्रमित हो चुके हैं तो वहीं हज़ारों लोग रोज़ाना इस वायरस के चलते अपनी जान गंवा रहे हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर इंग्लैंड के राजकुमार प्रिंस चार्ल्स के COVID-19 से संक्रमित होने की खबर भी मीडिया में आयी थी। जिसके चलते उन्हें 7 दिनों के लिए सेल्फ-आइसोलेशन में रहना पड़ा था। हाल ही में मीडिया पर उनके COVID-19 के संक्रमण से उबरने की खबर प्रकाशित हुई। इसी बीच भारत के आयुष राज्यमंत्री श्रीपद नाइक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया कि प्रिंस चार्ल्स ने आयुर्वेद के नियमों का पालन किया जिसके चलते वह इतनी जल्दी ठीक हो रहे हैं। 

 

Verification

पूरे विश्व में अब तक 11 लाख 18 हज़ार 5 सौ लोग इस वायरस से संक्रमित हैं, तो वहीं 59 हज़ार 2 सौ लोगों की इस वायरस के चलते जान जा चुकी है। कोरोनावायरस के इस प्रकोप से इंग्लैंड के प्रिंस चार्ल्स भी संक्रमित पाए गए थे। हाल ही में India Today की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रिंस चार्ल्स अब कोरोनावायरस के संक्रमण से उबर रहें हैं।   

 

इसी बीच भारत सरकार के केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री ने गुरुवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में मीडिया को बताया कि “बेंगलुरु में आयुर्वेदिक डॉक्टर मथाई हैं, जो सौख्य नाम से एक आयुर्वेदिक रिजॉर्ट चलाते हैं। डॉ. मथाई ने मुझे फोन कर बताया कि ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स का कोरोनावायरस संक्रमण उनकी दवाई से सही हुआ है। यह दवाई आयुर्वेद और होम्योपैथी का मिश्रण है।”

News18 के दिए गए इस लिंक में राज्य मंत्री श्रीपद नाइक के बयान को देखा जा सकता है।  

 

 

इसके बाद WhatsApp पर इस खबर को खूब शेयर किया जाने लगा। Newschecker के एक पाठक ने भी इस खबर को शेयर कर इसकी प्रमाणिकता जाँचने को कहा।

  

इस वायरल दावे में कितनी सच्चाई है, इस बात का पता लगाने के लिए हमने खबर को Google पर खंगाला। इस दौरान हमें न्यूज़18 की वेबसाइट पर प्रकाशित एक और लेख प्राप्त हुआ। लेख में इस तथ्य की जानकारी दी गयी है कि केंद्रीय राज्य मंत्री श्रीपद नाइक द्वारा किये गए प्रिंस चार्ल्स के आयुर्वेदिक दवाओं से ठीक होने वाले दावे को शाही घराने के प्रवक्ता ‘एला लिंच’ ने गलत ठहराया है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि प्रिंस चार्ल्स ने ब्रिटेन (Britain) में राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (NHS) की चिकित्सा सलाह का पालन किया और इससे अधिक कुछ नहीं।  

 


न्यूज़ 18 की वेबसाइट पर प्राप्त लेख की पुष्टि के लिए हमने Google पर और खोजा। इस दौरान हमें अमर उजाला की वेबसाइट पर प्रकाशित एक लेख प्राप्त हुआ। जहां उपरोक्त प्राप्त लेख में दी गयी जानकारी की पुष्टि की गयी है।  

 

 

अमर उजाला की वेबसाइट पर प्राप्त लेख में इस तथ्य की जानकारी दी गयी है कि इंग्लैंड के शाही घराने के प्रवक्ता ‘एला लिंच’ ने The India Express को Gmail के माध्यम से बताया कि मीडिया में प्रिंस चार्ल्स के कोरोनावायरस के संक्रमण से उबरने पर गलत दावे किये जा रहे हैं। 

इसी कड़ी में हमने The Indian Express की वेबसाइट को खंगालना शुरू किया। इस दौरान हमें वेबसाइट पर 4 अप्रैल 2020 को प्रकाशित लेख प्राप्त हुआ। जहां उपरोक्त लेखों में दी गयी जानकारी की पुष्टि की गयी है।   

 

 

इसके साथ ही हमें Hindustan Times और जनसत्ता नामक वेबसाइट पर प्रकाशित लेख प्राप्त हुए जहां ये जानकारी दी गयी है कि शाही घराने के प्रवक्ता ‘एला लिंच’ ने प्रिंस चार्ल्स के आयुर्वेदिक दवाओं से ठीक होने वाले वायरल दावे को गलत ठहराया है। 

पड़ताल के दौरान हमने कई टूल्स और कीवर्ड्स का उपयोग करते हुए तथ्यों का बारीकी से अध्ययन किया। जिससे ये पता चला कि भारत सरकार के केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री श्रीपद नाइक द्वारा किया गया प्रिंस चार्ल्स के आयुर्वेदिक दवाओं से ठीक होने वाला दावा गलत है।

Tools Used

  • Google Search 

Result- False

 

(किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044  या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in)f

Authors

A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Nupendra Singh
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

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