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व्हाट्सएप पर एक स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि कोराना वायरस की वैक्सीन के ज़रिए आपके शरीर में माइक्रोचिप फिट की जाएगी। वायरल वीडियो में एक मौलाना कह रहे हैं कि, ‘अभी वायरल मौजूद है और आप लापरवाह न हो जाओ इसलिए एहतियात रखनी है। आप लोग कोशिश करना कि ऐसी कोई तकलीफ न हो जिससे अस्पताल जाना पड़े। अगर आप अस्पताल चले गए तो वापस नहीं आने पाओगे। ये जो वैक्सीन बनाई जा रही है, इसमें वो ऐसी चीज़ डाल रहे हैं कि जिससे वो आपका मिजाज काबू कर लेंगे। वो जो चाहेंगे वही आप सोचेंगे। वो लोग वैक्सीन के बहाने एक चिप डालना चाह रहे हैं।’
देखा जा सकता है कि इस दावे को ट्विटर पर कई यूज़र्स द्वारा शेयर किया जा रहा है।
देखा जा सकता है कि इस दावे को फेसबुक पर भी कई यूज़र्स द्वारा शेयर किया जा रहा है।
https://www.facebook.com/welovesiddharthnair/videos/1284767745214564
Fact Checking/Verification
कोरोना वायरस वैक्सीन के ज़रिए शरीर में माइक्रोचिप डाले जाने वाले दावे की सत्यता जानने के लिए हमने पड़ताल शुरू की। Google Keywords Search की मदद से खंगालने पर हमें वायरल दावे से संबंधित कोई परिणाम नहीं मिला।
अधिक खोजने पर हमें CBN News के आधिकारिक चैनल पर अपलोड की गई वीडियो मिली। इस वीडियो में Apiject के एग्जिक्यूटिव चेयरमैन जे बॉकर बता रहे हैं कि, RFID चिप वैक्सीन के बाहर लगाई जाती है ना कि शरीर के अंदर फिट की जाती है। इस चिप से केवल यह जानने में मदद मिलती है कि आखिर कितने लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। दरअसल वैक्सीन की हर खुराख के ऊपर एक अलग बारकोड होता है।
पड़ताल के दौरान हमें Reuters द्वारा प्रकाशित की गई एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के मुताबिक Apiject नामक कंपनी को अमेरिका ने कोरोना वायरस की वैक्सीन का इंजेक्शन बनाने के लिए लोन दिया था।
खोज के दौरान हमें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही मौलना की वीडियो का YouTube पर ‘इस्लामिक लेक्चर्स ऑफिशियल’ नामक चैनल पर लंबा वर्ज़न मिला। इस वीडियो में मौलाना दावा कर रहे हैं कि कोरोना वायरस वैक्सीन के ज़रिए लोगों के शरीर में माइक्रोचिप डाली जा रही है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहे इस दावे को पहले Reuters द्वारा डिबंक किया जा चुका है।
Conclusion
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहे दावे का बारीकी से अध्ययन करने पर हमने पाया कि कोरोना वायरस वैक्सीन के ज़रिए लोगों के शरीर में माइक्रोचिप नहीं डाली जा रही है। लोगों को भ्रमित करने के लिए ऐसा दावा किया जा रहा है।
Result: False
Our Sources
YouTube https://www.youtube.com/watch?v=WllUZVwQBZ8&feature=emb_title
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