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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
कुछ मीडिया संस्थानों द्वारा दावा किया गया है कि कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए यूपी सरकार द्वारा शादी समारोह को लेकर नई गाइडलाइन जारी की गयी हैं। गाइडलाइन में कहा गया है कि अब से यूपी की सभी शादी समारोहों में डीजे और बैंड बाजे पर प्रतिबंध रहेगा।
लेख का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
कुछ अन्य मीडिया संस्थानों ने भी वायरल दावे को अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित किया है।
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Fact check / Verification
कोरोनावायरस को लेकर विशेषज्ञों का कहना था कि सर्दियों में एक बार फिर से इस वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। बीतते दिनों के साथ उनका कहना सच साबित हो रहा है। कुछ दिन पहले तक दिल्ली में प्रतीत हो रहा था कि अब कोरोना वायरस का संक्रमण कम हो गया है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में कोरोनावायरस के मरीजों की संख्या में एक बार फिर से वृद्धि हो रही है।
कोरोनावायरस के मरीजों की बढ़ती संख्या सिर्फ दिल्ली में ही नहीं बल्कि देश के कई अन्य राज्यों में भी देखी जा रही है। इसीलिए देश के सभी राज्य सरकारें सतर्क हो गई हैं और इसके संक्रमण को रोकने के लिए हर संभव प्रयास भी कर रही हैं। कई राज्य सरकारों ने अपने राज्य में नाइट कर्फ्यू व धारा 144 लगा दिया है।
ऐसे में उत्तर प्रदेश में भी कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए शादी व अन्य सामाजिक समारोह के लिए कुछ नई गाइडलाइन जारी की गई हैं। इसी गाइडलाइन का हवाला देते हुए कुछ मीडिया संस्थानों ने दावा किया है कि यूपी में शादी समारोह में लोगों की संख्या तो सीमित रहेगी ही साथ ही अब से डीजे और बैंड पर भी रोक लगेगी।
दावे की सत्यता जानने के लिए हमने पड़ताल आरम्भ की। पड़ताल के दौरान सबसे पहले वायरल दावे को कुछ कीवर्ड्स के माध्यम से गूगल पर खोजना शुरू किया। जहां हमें सबसे पहले लाइव हिंदुस्तान की वेबसाइट पर हाल ही में 23 नवंबर को प्रकाशित एक लेख मिला।
लेख के मुताबिक अब से प्रदेश में शादी-विवाह व धर्म कर्म समेत सभी सामूहिक समारोहों में अधिकतम 100 लोगों के शामिल होने की अनुमति है। साथ ही लेख में आगे बताया है कि शादी की बारात में बैंड और डीजे आदि पर कोई पाबंदी नहीं लगाई गई है।
इसके बाद मामले की सटीक जानकारी के लिए हमने गूगल पर बारीकी से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें Uttarpradesh.org नामक वेबसाइट पर आज यानि 26 नवंबर को छपा एक लेख मिला। लेख में सीएम योगी द्वारा शादी समारोहों को लेकर जारी की गई नई गाइडलाइन का जिक्र किया गया है।
लेख में साफ़ बताया गया है कि किसी भी शादी समारोह में डीजे व बैंड का प्रतिबंध नहीं है। यदि कोई पुलिसकर्मी या अफसर किसी भी शादी समारोह में डीजे या बैंड को रोकता पकड़ा गया तो उसपर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
उक्त लेख को ट्विटर पर भी Uttarpradesh.org के आधिकारिक हैंडल द्वारा शेयर किया गया है।
इसके बाद हमने गूगल पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शादी समारोह को लेकर जारी किया गया आधिकारिक शासनादेश भी खंगालना शुरू किया। इस दौरान हमें shasnadesh.com नाम की वेबसाइट पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी किया गया आधिकारिक शासनादेश मिला।
उपरोक्त मिले शासनादेश में कहीं भी किसी शादी में डीजे और बैंड पर रोक होने का जिक्र नहीं किया गया है। साथ ही उक्त वेबसाइट पर भी साफ़ तौर पर यह लिखा है कि शादी समाराहों में डीजे और बैंड पर रोक नहीं है।
पड़ताल के दौरान हमें ट्विटर पर Government of Up के आधिकारिक ट्विटर हैंडल द्वारा रिट्वीट किया गया एक पोस्ट मिला। पोस्ट में वायरल दावे पर स्पष्टीकरण देते हुए बताया गया है कि यूपी में कोरोनावायरस के नियंत्रण के लिए शादी समारोहों में बैंड और डीजे पर प्रतिबंध लगाने वाला दावा पूर्णतः फर्जी है।
इसके अलावा हमें ट्विटर पर CM योगी के आधिकारिक हैंडल द्वारा किया गया एक ट्वीट मिला जहां उन्होंने उक्त मामले पर सफाई दी है। सीएम योगी ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि प्रदेश में शादी समारोह में बैंड व डीजे पर कोई रोक नहीं है।
Conclusion
पड़ताल के दौरान हमें उपरोक्त मिले तथ्यों से पता चला कि यूपी में कोरोनावायरस के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए शादी समारोहों में डीजे-बैंड पर रोक होने वाला दावा फर्जी है। यूपी सरकार ने सिर्फ सभी सामाजिक कार्यक्रमों में शामिल होने वाले लोगों की संख्या पर अंकुश लगाने की गाइडलाइन जारी की है।
Result – False
Our Sources
https://twitter.com/InfoUPFactCheck/status/1331616544724422657
https://www.shasnadesh.com/2020/11/blog-post_23.html
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.