Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
Claim
एक और चौंका देने वाला वीडियो हैदराबाद के गाँधी अस्पताल में देखने को मिला जहां मरीजों को अस्पताल के फर्श पर बैठे हुए देखा गया। मरीजों का इलाज करने के लिए वहां कोई मौजूद नहीं है।
जानिए वायरल दावा
सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब शेयर हो रहा है, वीडियो में दो लोगों को PPE किट पहनकर अस्पताल की फर्श पर बैठे हुए देखा जा सकता है। वीडियो शेयर करने वाले यूज़र का दावा है कि यह वीडियो हैदराबाद के गाँधी अस्पताल का है। जहां दो कोरोना के मरीज फर्श पर बैठे हुए हैं। लेकिन इनके इलाज के लिए अस्पताल में कोई मौजूद नहीं है।
फैक्ट चेक –
कोरोनावायरस जैसी इस वैश्विक महामारी ने अब तक पूरे विश्व के एक करोड़ से भी अधिक लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है तो वहीं भारत में वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या का आंकड़ा 7 लाख के पार पहुंच चुका है। संक्रमण के मामले में अब भारत तीसरे पायदान पर पहुंच चुका है। भारत से ज्यादा संक्रमित मरीज अब सिर्फ अमेरिका और ब्राज़ील में ही हैं। वायरल हो रहे वीडियो की पड़ताल के लिए invid की मदद से कुछ कीफ्रेम बनाए और रिवर्स इमेज की सहायता से खोजना शुरू किया।
वायरल दावे को सोशल मीडिया पर कई अन्य यूज़र्स ने भी शेयर किया है।
खोज के दौरान हमें The News Minute नाम की वेबसाइट के एक लेख में वायरल वीडियो से मेल खाती एक तस्वीर प्राप्त हुई।
उपरोक्त लेख के मुताबिक हैदराबाद के गाँधी अस्पताल के प्रवक्ता (स्वास्थ मंत्रालय के दफ्तर से) ने इस वायरल वीडियो के साथ शेयर किए जा रहे दावे को सिरे से नकारा है। उन्होंने जानकारी दी है कि वीडियो में PPE किट में दिख रहे लोग अस्पताल के मरीज नहीं बल्कि सफाई कर्मी हैं। जो काम करने के बाद आराम कर रहे हैं।
उपरोक्त लेख में मिली जानकारी की पुष्टि के लिए हमने गूगल पर मामले को और बारीकी से खंगाला। पड़ताल के दौरान हमें The Indian express की वेबसाइट पर छपे लेख से यह जानकारी मिली कि वायरल वीडियो पर स्वास्थ विभाग के अधिकारियों ने स्पष्टीकरण देते हुए यह बताया है कि वीडियो में PPE किट में दिख रहे दो लोग अस्पताल में काम करने वाले स्टाफ के ही लोग हैं।
इसके अलावा हमें वायरल वीडियो AsianetNews नामक वेबसाइट पर तमिल भाषा में प्रकाशित एक लेख में भी मिला। जहां गूगल ट्रांसलेटर की मदद से यह पता चला कि वेबसाइट में उपरोक्त प्राप्त लेखों की ही जानकारी दी गयी है। जहां यह बताया गया है कि वीडियो में PPE किट पहने दिख रहे लोग अस्पताल के ही कर्मचारी हैं।
पड़ताल के दौरान कई टूल्स और कीवर्ड्स का उपयोग करते हुए दावे का बारीकी से अध्ययन किया। जहां हमें पता चला कि वीडियो के साथ वायरल हो रहा दावा गलत है। असल में वीडियो में PPE किट पहने दिख रहे लोग, कोरोना मरीज नहीं बल्कि अस्पताल के ही सफाई कर्मी हैं।
Tools Used
- Google Search
- Google translator
- Reverse Image Search
- InVid
Result:Misleading
(किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in)
Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.