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बिहार में CAA/ NRC के खिलाफ हुई रैली के वीडियो को कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने बिहार चुनाव का बताकर किया शेयर

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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

सोशल मीडिया पर कांग्रेस द्वारा बिहार चुनाव के लिए घोषित स्टार प्रचारक इमरान प्रतापगढ़ी ने एक वीडियो क्लिप शेयर की है। वीडियो क्लिप एक रैली की है जहां सैकड़ों लोगों द्वारा उनका स्वागत-सत्कार करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो क्लिप के साथ कैप्शन में इसे बिहार चुनाव 2020 का बताकर अपलोड किया गया है।

ट्वीट के आर्काइव लिंक को यहाँ देखें।

Fact check / Verification

समय के साथ बिहार विधानसभा चुनाव बड़ा ही दिलचस्प होता जा रहा है। चुनाव में हिस्सा ले रही प्रदेश की सभी पार्टियां अपने प्रचार प्रसार तथा वोट बैंक को साधने में लगी हुई हैं। इसी बीच कांग्रेस पार्टी ने बिहार चुनाव में अपने प्रचार-प्रसार का जिम्मा संभालने के लिए 30 लोगों को स्टार प्रचारक बनाकर मैदान में उतारा है।

इन 30 लोगों के नामों की सूची में इमरान प्रतापगढ़ी भी शामिल हैं। बता दें कि इमरान प्रतापगढ़ी यूपी के प्रतापगढ़ जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने हिंदी सहित्य से MA किया है और मुशायरों में प्रतिरोध की कविताएं पढ़ने की वजह से खासे लोकप्रिय भी हैं। अपनी शायरी में राजनीतिक मुद्दे उठाने की वजह से एक तबका इमरान के लिए हमेशा खड़ा दिखाई देता है।

इमरान ने हाल ही में ट्विटर पर एक रैली की वीडियो क्लिप शेयर करते हुए क्लिप को बिहार चुनाव 2020 का बताकर अपलोड किया है। रैली के वीडियो में लोगों को बिना सोशल दूरी का पालन करते हुए देखा जा सकता है। एकजुट हुई भीड़ को देखकर हमें क्लिप के पुरानी होने की आशंका हुई। जिसके बाद हमने अपनी पड़ताल आरम्भ की।

पड़ताल के दौरान हमने सबसे पहले वीडियो को Invid टूल के माध्यम से कुछ कीफ्रेम्स में तोड़ा और फिर रिवर्स इमेज टूल के मदद से हमने गूगल पर खोजा। लेकिन इस दौरान हमें गूगल पर क्लिप से संबंधित कोई उचित परिणाम प्राप्त नहीं हुए।

इमरान प्रतापगढ़ी वायरल वीडियो

वायरल वीडियो की सत्यता जानने के लिए हमने एक बार क्लिप पर बारीकी से गौर किया। इस दौरान हमने पाया कि वायरल वीडियो क्लिप में ऊपरी दाहिने कोने पर ‘दरभंगा बिहार’ लिखा हुआ है।

इमरान प्रतापगढ़ी वायरल वीडियो

जिसके बाद हमने यूट्यूब पर दरभंगा बिहार नाम के चैनल को खोजना शुरू किया। लेकिन खोज के दौरान हमें यूट्यूब पर दरभंगा बिहार नाम का कोई यूट्यूब चैनल नहीं मिला। इसके बाद हमने यूट्यूब पर ‘इमरान प्रतापगढ़ी दरभंगा‘ कीवर्ड्स से खोजना शुरू किया।

इस दौरान हमें यूट्यूब के इस्लामिक मुशायरा मीडिया नाम के चैनल पर 17 जनवरी साल 2020 को अपलोड हुआ एक वीडियो मिला। जहां इमरान को वायरल वीडियो क्लिप वाले लिबास में ही देखा जा सकता है। यूट्यूब पर मिले इस वीडियो के साथ कैप्शन में इसे दरभंगा में CAA / NRC के विरोध में हुई एक रैली का बताया गया है।

इसके बाद हमने वायरल वीडियो क्लिप और उपरोक्त यूट्यूब पर मिले वीडियो की आपस में तुलना की इस दौरान हमें दोनों ही वीडियो में कई समानताएं नजर आयीं।

इमरान प्रतापगढ़ी वायरल वीडियो

इसके बाद हमने इमरान प्रतापगढ़ी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी वायरल वीडियो क्लिप को खंगालना शुरू किया। इस दौरान हमें चैनल पर एक वीडियो मिला। जिसे यूट्यूब पर 19 जनवरी साल 2020 को अपलोड किया गया था। यूट्यूब पर मिले इस वीडियो के एक हिस्से में वायरल क्लिप को बखूबी देखा जा सकता है। इस दौरान यूट्यूब पर वीडियो के कैप्शन में इसे बिहार के दरभंगा जिले में CAA / NRC के खिलाफ हुई रैली के दौरान का बताया गया है।

Conclusion

पड़ताल के दौरान मिले सभी तथ्यों से पता चला कि वायरल वीडियो क्लिप हाल की नहीं बल्कि 19 जनवरी साल 2020 की है। साथ ही वायरल वीडियो क्लिप CAA / NRC के खिलाफ हुई विरोध प्रदर्शन के दौरान की है। इसे सोशल मीडिया पर बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान का बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है।

Result- Misleading


Our Sources

https://www.youtube.com/watch?v=rzQODQ40uDA

https://www.youtube.com/watch?v=FAm9qkLJ4pw

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Authors

A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Nupendra Singh
Nupendra Singh
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

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