गुरुवार यानी 10 मार्च को घोषित हुए चुनाव नतीजों के बाद से सोशल मीडिया पर विचलित कर देने वाली एक पोस्ट जमकर वायरल हो रही है. पोस्ट में तीन तस्वीरों के साथ दावा किया गया है कि यूपी में अखिलेश यादव की सरकार न बन पाने के दुख में प्रयागराज में तीन प्रतियोगी छात्रों ने फांसी लगाकर जान दे दी.
वायरल तस्वीरों में तीन युवकों को फांसी के फंदे पर लटके देखा जा सकता है. फेसबुक और ट्विटर पर कई लोग इस पोस्ट को शेयर कर चुके हैं.

ट्वीट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
दरअसल, समाजवादी पार्टी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था कि यूपी में उनकी सरकार बनने पर “शिक्षा मित्रों” को तीन साल के भीतर सरकारी नौकरियां दी जाएंगीं. साथी ही, पार्टी ने रोजगार को लेकर कुछ अन्य वादे भी किए थे. लेकिन चुनावों में सपा हार चुकी है और अब बीजेपी राज्य में दोबारा सरकार बनाने जा रही है. इसी के मद्देनजर इस पोस्ट के जरिए ऐसा दिखाने की कोशिश की गई है कि रोजगार की आस लगाए बैठे इन युवकों ने सपा की हार के बाद हताश होकर फांसी लगा ली.
Fact Check/Verification
पहली तस्वीर
इस तस्वीर को गूगल पर रिवर्स सर्च करने पर हमें संजीवनी टुडे नाम की एक वेबसाइट द्वारा प्रकाशित एक खबर प्राप्त हुई. 24 नवंबर 2020 को छपी इस खबर में वायरल तस्वीर मौजूद है. खबर के मुताबिक, यह घटना झारखंड के रामगढ़ की थी, जहां 25 वर्षीय रणधीर कुमार नाम के एक व्यक्ति ने आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या कर ली थी. उस समय एक अन्य न्यूज वेबसाइट ने भी वायरल फोटो को इसी जानकारी के साथ प्रकाशित किया था.
दूसरी तस्वीर
रिवर्स सर्च करने पर इस तस्वीर को लेकर हमें ताजा समाचार नाम की एक वेबसाइट द्वारा प्रकाशित एक खबर प्राप्त हुई. यह खबर 25 फरवरी को प्रकाशित हुई थी. खबर में बताया गया है कि तस्वीर मध्य प्रदेश के रायसेन की है, जहां 40 वर्षीय राजेश सिंह राजपूत नाम के व्यक्ति ने अज्ञात कारणों की वजह से अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी थी. मृतक ने कोई सुसाइड नोट नहीं छोड़ा था.
तीसरी तस्वीर
इस तस्वीर को लेकर अभी हमारी जांच जारी है. अगर इसके बारे में कोई भी जानकारी मिलती है तो उसे खबर में अपडेट कर दिया जाएगा.
हालांकि, इस पोस्ट को लेकर प्रयागराज पुलिस ने भी अपना बयान जारी कर दिया है. प्रयागराज पुलिस ने एक ट्वीट में लिखा है कि इन तस्वीरों का प्रयागराज में हुए विधानसभा चुनाव से कोई संबंध नहीं है. इसके साथ ही, पुलिस का कहना है कि पिछले 24 घंटों में इस प्रकार की कोई भी घटना प्रयागराज में घटित नहीं हुई है.

Conclusion
इससे साफ हो जाता है कि वायरल पोस्ट भ्रामक है. पहली और दूसरी तस्वीर चुनाव नतीजों से पहले की हैं और इनका यूपी के चुनाव नतीजों से कोई लेना-देना नहीं है.
Result: False Context/False
Sources
Reports of Sanjivani Today and Taja Samachar
Tweet of Prayagraj Police
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