सोशल मीडिया पर अर्धनग्न अवस्था में खड़े एक व्यक्ति की तस्वीर शेयर कर दावा किया गया कि मैक्सिकन सांसद एंटोनियो गार्सिया ने संसद में अपने कपड़े उतार दिए और कहा “आपको मुझे नग्न देखने में शर्म आती है। लेकिन आपको अपने देश को नग्न, नंगे, हताश, बेरोजगार और भूखे देखकर शर्म नहीं आती जिसका पैसा आपने छीन लिया, लूट लिया और चोरी कर लिया है ताकि आपका परिवार आनंद ले सके.”
उक्त ट्वीट को 14.6 हजार लोगों ने लाइक किया है तथा 3.9 हजार लोगों ने इस दावे को रिट्वीट भी किया है.
बता दें कि उक्त खबर को प्रभात खबर नामक एक वेबसाइट ने भी प्रकाशित किया है जहां कोरोना काल में इस तरह का साहसिक कार्य करने के लिए एंटोनियो गार्सिया की तारीफ़ की गई है.
Fact Check/Verification
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले तस्वीर को गूगल पर ढूंढा. गूगल सर्च से प्राप्त परिणामों को देखने पर साफ़ हो चुका था कि वायरल तस्वीर काफी पुरानी है क्योंकि सभी परिणाम इस बात की तरफ इशारा कर रहे थे कि उक्त तस्वीर दिसंबर, 2013 से ही इंटरनेट पर मौजूद है.
वायरल दावे के बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने सर्च परिणामों की सहायता से “antonio garcia conejo naked in parliament” कीवर्ड के साथ गूगल सर्च किया जिसके बाद हमें Mail Online में प्रकाशित एक लेख मिला. Mail Online की इस खबर के मुताबिक मेक्सिकन कांग्रेस ने एक ऐतिहासिक बिल के माध्यम से यह प्रस्ताव पारित किया था कि देश मे सरकार द्वारा संचालित तेल और गैस उद्योग में बाहरी निजी तथा गैर-निजी निवेशक भी निवेश कर सकेंगे. इसी बिल का विरोध करने के लिए डेमोक्रेटिक रेवोलुशन पार्टी के सांसद एंटोनियो गार्सिया ने अपने कपड़े उतार सिर्फ अंडरवियर पहन कर अपना भाषण पूरा किया था. बता दें कि Mail Online के मुताबिक उक्त बिल के समर्थन में 353 तथा इसके विरोध में 134 वोट पड़े थे. बिल के समर्थन में बहुमत था इसलिए बिल पारित हो गया था. Mail Online ने अपने लेख में नग्न अवस्था मे अपनी बात रख रहे उक्त सांसद की वीडियो भी अपलोड की है.
इस मामले से संबंधित अधिक जानकारी के लिए यूट्यूब सर्च किया तो हमें वह पूरा वीडियो मिला जिसमे एंटोनियो गार्सिया अपने कपड़े उतारते हुए नजर आ रहे हैं.
कुछ अन्य कीवर्ड्स की सहायता से हमें BBC, Fox News, MBN तथा India Today जैसे अलग-अलग देशों से संचालित मीडिया और न्यूज़ संस्थानों द्वारा प्रकाशित लेख भी मिले जिनमे वायरल तस्वीर का विवरण Mail Online में प्रकाशित विवरण से मिलता जुलता है.
https://www.bbc.com/news/world-latin-america-25350993
इस प्रकार हमारी पड़ताल से यह बात साफ़ हो जाती है कि एंटोनियो गार्सिया ने वायरल हो रहे वक्तव्य नहीं कहे थे। हमारी पड़ताल से यह भी साफ़ हो जाता है कि प्रभात खबर की जिस रिपोर्ट में एंटोनियो गार्सिया के इस कदम को साहसिक बताकर इसे कोरोना काल से जोड़ा गया है वह लेख भी भ्रामक है.
Result: Misleading
Sources: Daily Mail, BBC
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