Authors
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया गया कि टोक्यो ओलंपिक में सूर्य नमस्कार मंत्रों का उच्चारण किया गया.
23 जुलाई, 2021 से शुरू हुए टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) को लेकर भारतीयों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) में वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने खाता खेलते हुए भारत को एक रजत पदक भी दिला दिया है. इस बार के ओलंपिक गेम्स के नामकरण को लेकर एक अजीब बात सामने आई है. 2021 में हो रहे टोक्यो ओलंपिक का आधिकारिक नाम टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) है. बता दें कि पिछले साल कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए ओलंपिक खेलों के आयोजकों ने 2020 के ओलंपिक को रद्द करते हुए जल्दी ही खेलों के आयोजन की घोषणा की थी. इसी के साथ, आयोजकों ने यह घोषणा भी की थी कि टोक्यो में 2020 में होने वाले ओलंपिक खेल अगर 2021 में भी होते हैं तब भी उनका नाम टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) ही रहेगा.
ओलंपिक में भाग ले रहे एथलीटों के उत्साहवर्धन में भारतीय सोशल मीडिया यूजर्स भी काफी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहें हैं. इसी क्रम में, सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया गया कि टोक्यों में आयोजित इस बार के ओलंपिक खेलों के दौरान सूर्य नमस्कार मंत्रों का उच्चारण किया गया.
Fact Check/Verification
टोक्यो ओलंपिक में सूर्य नमस्कार मंत्रों के उच्चारण के दावे के साथ वायरल इस वीडियो की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले वीडियो को की-फ्रेम्स में बांटा. इसके बाद हमने एक की-फ्रेम को गूगल पर ढूंढा. इस प्रक्रिया में हमें यह जानकारी मिली कि कई सोशल मीडिया यूजर्स टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) के शुरू होने से कई महीने पहले वायरल वीडियो को शेयर कर चुके हैं.
हमारी पड़ताल के दौरान प्राप्त उपरोक्त तथ्यों से यह साफ हो गया कि वायरल वीडियो टोक्यो ओलंपिक में सूर्य नमस्कार मंत्रों के उच्चारण से संबंधित नहीं है. इसके बाद हमने वायरल वीडियो में सूर्य नमस्कार मंत्रों के उच्चारण का सही स्थान तथा वीडियो रिकॉर्ड होने का समय जानने के लिए, वीडियो के कुछ अन्य की-फ्रेम्स को गूगल पर ढूंढा. इस प्रक्रिया में हमें Mango News नामक एक यूट्यूब चैनल द्वारा 18 मई 2015 को प्रकाशित एक वीडियो प्राप्त हुआ. गौरतलब है कि उक्त यूट्यूब वीडियो के साथ शेयर किये गए डिस्क्रिप्शन के अनुसार, वायरल वीडियो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2015 के मंगोलिया दौरे का है.
इसके बाद हमने उपरोक्त यूट्यूब वीडियो में शेयर की गई जानकारी के आधार पर कुछ अन्य कीवर्ड्स के साथ यूट्यूब सर्च किया. इस प्रक्रिया में हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निजी यूट्यूब चैनल द्वारा 17 मई 2015 को स्ट्रीम किया गया एक वीडियो प्राप्त हुआ. वीडियो के साथ शेयर किये गए डिस्क्रिप्शन के मुताबिक, “The Prime Minister, Shri Narendra Modi at the Community Reception and Yoga Event, organised by “Art of Living”, in Ulaanbaatar, Mongolia on May 17, 2015.” (हिंदी अनुवाद: “17 मई, 2015 को मंगोलिया के उलानबतोर में “Art of Living” द्वारा सामुदायिक स्वागत तथा योग कार्यक्रम में शिरकत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी”)
बता दें कि सोशल मीडिया पर टोक्यो ओलंपिक में सूर्य नमस्कार मंत्रों के उच्चारण के नाम पर वायरल हो रहा यह 45 सेकंड का वीडियो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निजी यूट्यूब चैनल द्वारा प्रकाशित उपरोक्त वीडियो का ही हिस्सा है.
Conclusion
इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि टोक्यो ओलंपिक में सूर्य नमस्कार मंत्रों के उच्चारण के नाम पर शेयर किया जा रहा यह वीडियो, असल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2015 मंगोलिया दौरे के दौरान “Art of Living” नामक संस्था द्वारा आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का है.
Result: Misplaced Context
Our Sources
YouTube video published by Mango News
YouTube video published by Prime Minister Narendra Modi
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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.