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विजय माल्या द्वारा भाजपा को 35 करोड़ रुपए के चेक दिए जाने का दावा एक बार फिर हुआ वायरल

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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

‘भगोड़े विजय माल्या ने भाजपा को 35 करोड़ रुपए का चंदा दिया है’, यह दावा सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। दावा तमिल भाषा में है जिसके साथ एक चेक की तस्वीर भी लगाई गई है। चेक भारतीय जनता पार्टी के नाम पर है और इस 35 करोड़ रुपए की राशि लिखी गई है। चेक पर विजय माल्या नाम से हस्ताक्षर किए गए हैं।

विजय माल्या द्वारा भारतीय जनता पार्टी को 35 करोड़ रुपये की चेक फर्जी है

वायरल पोस्ट का लिंक और आर्काइव लिंक यहाँ देखा जा सकता है।

हमने जब वायरल दावे को Google Translate की मदद से हिंदी भाषा में बदल कर फेसबुक तथा ट्विटर पर खोजना शुरू किया तो पता चला कि यह दावा कुछ साल पहले भी वायरल हुआ था।

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भाजपा को 35 करोड़ रुपए का चंदा

इसके साथ ही हमने CrowdTangle पर भी वायरल दावे को खोजा। जहां हमें मिले डाटा के मुताबिक विजय माल्या द्वारा कथित रूप से हस्ताक्षरित 35 करोड़ का यह चेक साल 2017 में भी फेसबुक पर वायरल हुआ था।

भाजपा को 35 करोड़ रुपए का चंदा

Fact Check / Verification

वायरल पोस्ट में दिख रहा चेक हमें फर्जी लगा साथ ही यह दावा पहले भी कई बार वायरल हो चुका है इसलिए वायरल चेक का सच जानने के लिए हमने पड़ताल की। वायरल चेक पर बारीकी से गौर करने पर हमें इसमें कई गलतियां नज़र आयीं। जैसे:

  1. वायरल चेक में भारतीय जनता पार्टी की अंग्रेजी में लिखी स्पेलिंग गलत है चेक में “Bhartiya janta party” लिखा है जबकि सही स्पेलिंग “Bharatiya Janata Party” है।
  2. चेक में दिनांक 08/11/2016 का जिक्र है, जबकि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विजय माल्या ने 02 मार्च साल 2016 को ही भारत छोड़ा दिया था।
भाजपा को 35 करोड़ रुपए का चंदा
भाजपा को 35 करोड़ रुपए का चंदा मिलने का दावा

इसके साथ ही हमें चेक में कथित रूप से विजय माल्या द्वारा किए गए हस्ताक्षर पर भी शक हुआ। जिसके बाद हमने माल्या के आधिकारिक हस्ताक्षर को भी गूगल पर खोजना शुरू किया। इस बीच हमें विजय माल्या के वेरिफाइड ट्विटर हैंडल द्वारा साझा किया गया एक पत्र मिला। जहां विजय माल्या के आधिकारिक हस्ताक्षर देखा जा सकता है।

विजय माल्या द्वारा भारतीय जनता पार्टी को 35 करोड़ रुपये की चेक फर्जी है

इसके साथ ही हमने गौर किया कि वायरल चेक पर “ग्लैमर स्टील्स प्राइवेट लिमिटेड” नाम लिखा है। इंटरनेट पर चेक करने पर पता चला कि इस कंपनी के डायरेक्टर अमित कुमार सक्सेना और मुकेश कुमार हैं। जिनका विजय माल्या से कोई संबंध नहीं है।

भाजपा को 35 करोड़ रुपए का चंदा
भाजपा को 35 करोड़ रुपए का चंदा

संयोग से, हमने जाना कि यह वही चेक है जिसने मई साल 2017 में भी काफी हलचल मचाई थी जब AAP पार्टी के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया था कि आम आदमी पार्टी ने हवाला के माध्यम से काले धन को सफेद में बदला था। कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया था कि AAP को कुछ कंपनियों से 35 करोड़ रुपये के दो चेक मिले थे।

भाजपा को 35 करोड़ रुपए का चंदा

इसके बाद वायरल हो रहे विजय माल्या के कथित हस्ताक्षर वाले चेक और NDTV की वेबसाइट पर आम आदमी पार्टी के नाम से मिले चेक की तुलना करने पर हमने पाया कि दोनों चेक एक ही नंबर के हैं। इसके अलावा दोनों ही चेकों में ग्लैमर स्टील्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का नाम लिखा है।

भाजपा को 35 करोड़ रुपए का चंदा

बता दें कि साल 2020 में भी यह फर्जी चेक इसी दावे के साथ वायरल हुआ था कि विजय माल्या द्वारा भाजपा को 35 करोड़ रुपए का चंदा दिया गया है, जिसका Newschecker ने तब भी फैक्ट चेक किया था। हमारे पुराने फैक्ट चेक को पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करें।

Conclusion

वायरल चेक की पड़ताल के दौरान उपरोक्त मिले सभी तथ्यों का बारीकी से अध्ययन करने पर हमें पता चला कि विजय माल्या द्वारा भाजपा को 35 करोड़ रुपए का चंदा दिए जाने का दावा फर्ज़ी है। यह दावा इससे पहले भी कई बार इसी तस्वीर के साथ वायरल हो चुका है।

Result: False


Our Sources

NDTV: https://ndtv.in/india-news/aap-arvind-kejriwal-kapil-mishra-35-crore-check-1694243

Company Info: http://companyinfoz.com/company/glamour-steels-private-limited

The Hindu: https://www.thehindu.com/news/national/vijay-mallya-has-left-india-centre-informs-sc/article8331337.ece


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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Nupendra Singh
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

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