शुक्रवार, अप्रैल 26, 2024
शुक्रवार, अप्रैल 26, 2024

होमFact Checkबीजेपी नेता द्वारा उज्जवला सिलेंडर की कालाबाजारी की पुरानी घटना को ताजा...

बीजेपी नेता द्वारा उज्जवला सिलेंडर की कालाबाजारी की पुरानी घटना को ताजा प्रकरण बताकर किया गया वायरल

Claim:

साहब ने आत्मनिर्भर बनने को कहा था इसलिए भाजपाइयों ने दूसरे की आत्मनिर्भरता का ठेका भी खुद ही उठा लिया।

जानिए क्या वायरल दावा:

ट्विटर पर एक हिंदी अखबार दैनिक जागरण की एक कटिंग वायरल हो रही है। हेडलाइन में कहा जा रहा है कि भाजपा जिला अध्यक्ष के घर से उज्जवला के 37 सिलेंडर बरामद हुए हैं। दावा किया जा रहा है कि साहब ने आत्मनिर्भर बनने को कहा था इसलिए भाजपाइयों ने दूसरे की आत्मनिर्भरता का ठेका भी खुद ही उठा लिया।

Verification:

कुछ कीवर्ड्स की मदद से हमने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहे दावे को खंगालना शरू किया। देखा जा सकता है कि वायरल अखबार की कटिंग को सोशल मीडिया के कई माध्यमों पर तेज़ी से शेयर किया जा रहा है।

https://www.facebook.com/abdulhk1/posts/10207826512458798

कुछ कीवर्ड्स की मदद से गूगल खंगालने पर हमें वायरल दावे से संबंधित कुछ परिणाम मिले। 


जनसत्ता और दैनिक जागरण द्वारा प्रकाशित की गई मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह मामला 6 अक्टूबर, 2018 का है। दरअसल प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत भागलपुर में रसोई गैस सिलेंडरों की कालाबाजारी का मामला सामने आया था। इस कालाबजारी का आरोप भाजपा के एक स्थानीय नेता व पूर्व पार्षद संतोष कुमार पर लगा था। भागलपुर शहर के दक्षिणी क्षेत्र में वारलसीगंज में भाजपा जिला अध्यक्ष के आवास से उज्जवला योजना के 37 सिलेंडर बरामद किए गए थे।


अधिक खोजने पर हमें पंजाब केसरी द्वारा प्रकाशित की गई मीडिया रिपोर्ट भी मिली। इस लेख में भी बताया गया है कि बिहार के भागलपुर जिले में हबीबपुर थाना क्षेत्र के वारिसलीगंज में भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद संतोष कुमार के घर से 37 सिलेंडर जब्त किए गए थे।

अधिक जानकारी के लिए हमने जानना चाहा कि केंद्र सरकार की उज्जवला योजना देश में कब लागू की गई थी। इसके लिए हमने सरकारी वेबसाइट pmuy.gov.in को खंगाला। पड़ताल के दौरान हमने पाया कि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 मई, 2016 को यूपी के बलिया से लॉन्च किया था।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहे दावे का बारीकी से अध्ययन करने पर हमने पाया कि लगभग 2 साल पुरानी खबर को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। लोगों को भ्रमित करने के लिए 6 जून, 2018 की खबर को अभी का बताकर शेयर किया जा रहा है।

Tools Used:

Google Keywords Search 

Media Reports 

Twitter Search 

Facebook Search 

Result: Misleading 

(किसी संदिग्ध ख़बर की पड़तालसंशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044  या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in)

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Most Popular