Authors
Claim:
एक महिला की दो तस्वीरों का एक कोलाज ‘लव जिहाद’ एंगल के साथ शेयर किया जा रहा है।
Fact:
लंदन में एसिड अटैक का शिकार हुई रेशम खान की 6 साल पुरानी तस्वीरें भ्रामक दावे के साथ वायरल हैं।
सोशल मीडिया पर एक युवती की दो तस्वीरों का एक कोलाज सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। कोलाज में मौजूद एक तस्वीर के जरिए कहा जा रहा है कि यह महिला “लव जिहाद” का शिकार हो गई है। तस्वीर में महिला के चेहरे पर चोट के निशान को देखा जा सकता है।
Fact Check/Verification
दावे की सत्यता जानने के लिए हमने तस्वीर को रिवर्स सर्च किया। हमें ‘Bangla24live’ की वेबसाइट पर साल 2017 में छपी एक रिपोर्ट मिली। इसमें वायरल तस्वीरें मौजूद है। रिपोर्ट में बताया गया है कि तस्वीर में नज़र आ रही महिला का नाम रेशम खान है। वह अपने चचेरे भाई जमील मुख्तार के साथ लंदन गई थीं, जहां टॉमलिन नाम के एक व्यक्ति ने दोनों पर हमला कर दिया।
इसकी मदद लेते हुए हमने गूगल सर्च किया। ‘The Independent‘ की वेबसाइट पर साल 2017 में प्रकाशित एक रिपोर्ट की मुताबिक, लंदन में रहने वाली मॉडल रेशम खान 24 जून को अपना 21वां जन्मदिन मनाने अपने चचेरे भाई के साथ घूमने निकली थीं। इस दौरान एक ट्रैफिक सिग्नल पर रेशम और उनके चचेरे भाई जमील मुख्तार पर एक व्यक्ति ने एसिड अटैक कर दिया। जिसके बाद रेशम का चेहरा बुरी तरह झुलस गया, जबकि जमील के सिर और गले में निशान पड़ गए। रिपोर्ट में रेशम खान की तस्वीरें भी मौजूद हैं, जिसमें बताया गया है कि वे किस तरह एसिड अटैक से उबरते हुए जीवन बिताने की कोशिश कर रही हैं।
इसके अलावा, ‘बीबीसी’ की साल 2018 में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना का आरोपी जॉन टॉमिलन है। उसे इस मामले में 16 साल की सजा सुनाई गई है। आरोपी ने घटना के एक महीने बाद पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। बीबीसी की रिपोर्ट में बताया गया है कि आरोपी और पीड़िता के बीच में पहले से कोई जान-पहचान नहीं थी।
‘द गॉर्डियन‘ की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने पहले इस घटना को धार्मिक या नस्लीय मानने से इंकार किया था, लेकिन बाद में और तथ्य सामने आने के बाद इसे हेट क्राइम की श्रेणी में रख दिया था। बीबीसी ने साल 2017 में रेशम खान को 100 प्रभावशाली महिलाओं की लिस्ट में भी शामिल किया था।
Conclusion
इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि एसिड अटैक पीड़िता का नाम रेशम खान है। इस घटना का कथित ‘लव जिहाद’ से कोई वास्ता नहीं है। महिला की करीब 6 साल पुरानी तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
Result: False
Our Sources
Report Published on Banglalive24 in 2017
Report Published on The Independent in 2017
Report Published on BBC in 2018
Report Published on The Guardian in 2018
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