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Fact Check: अलवर में मकान विवाद के चलते हुई मारपीट का वीडियो झूठे सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Claim
अलवर में मुसलमानों ने हिंदुओं के घर में घुसकर लाठी डंडों से मारा.

Fact
नहीं, वायरल दावा फ़र्ज़ी है.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफ़ी वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ युवक एक बुर्जुग पर बेरहमी से लाठी बरसाते नज़र आ रहे हैं. वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया गया है कि राजस्थान के अलवर में मुसलमानों ने हिंदुओं के घर में घुसकर उन्हें लाठी डंडों से मारा.

हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा फ़र्ज़ी है. 18 जनवरी को राजस्थान के अलवर में मारपीट की घटना एक मकान विवाद को लेकर हुई थी और इसमें कोई भी मुस्लिम व्यक्ति शामिल नहीं था.

वायरल वीडियो करीब 2 मिनट 20 सेकेंड का है. इस वीडियो में तीन से ज्यादा लोग एक बुर्जुग समेत कुछ व्यक्तियों पर लाठी डंडे से हमला करते नज़र आ रहे हैं. वीडियो में कुछ महिलाओं को पत्थर फेंकते हुए भी देखा जा सकता है. इसके अलावा, वीडियो में महिलाओं की चीख पुकार को भी सुना जा सकता है.

इस वीडियो को सोशल मीडिया खासकर X (पूर्व में ट्विटर) पर वायरल दावे वाले कैप्शन के साथ शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है “अलवर में मुसलमानों ने हिंदुओं को घरों में घुस कर लाठी डंडों से मारा”.

Courtesy: X/DilipKu24388061

यह वीडियो हमें हमारे व्हाट्सएप टिपलाइन नंबर पर भी प्राप्त हुआ है.  

Fact Check/Verification

Newschecker ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए सबसे पहले अलवर पुलिस का X अकाउंट खंगाला. हमें 27 जनवरी 2024 को हैंडल द्वारा एक यूजर को किया गया रिप्लाई पोस्ट मिला. अलवर पुलिस ने यह रिप्लाई, एक यूज़र के ट्वीट पर किया था जिसमें वायरल दावे के साथ उक्त वीडियो को शेयर किया गया है.

Courtesy: X/AlwarPolice

अलवर पुलिस ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि “यह वीडियो पुराना है एवं दोनों पक्ष एक ही परिवार हिंदू पक्ष के हैं. दोनों पक्षों के 7 व्यक्तियों को धारा 151 CRPC में गिरफ्तार किया गया. उक्त सम्बन्ध में दोनों पक्षों द्वारा प्रकरण पंजीबद्ध कराए गए हैं. इस प्रकरण में 3 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है. जो न्यायिक अभिरक्षा में चल रहे हैं.”

संबंधित कीवर्ड को गूगल सर्च करने पर हमें दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर 19 जनवरी 2024 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो भी मौजूद है.

Courtesy: Dainik Bhaskar

रिपोर्ट में दी गई जानकारी के अनुसार, यह मामला 18 जनवरी का थानागाजी थाना क्षेत्र के बिहारिसर रोड पर दुहार चौगान में चीमा की ढाणी का है. पुराने मकान के मालिकाना हक़ को लेकर रोहिताश और उसके परिचित बादामी देवी के परिवार वालों के बीच झगड़ा हुआ. झगड़े के दौरान बादामी देवी के पक्ष के लोगों ने लाठी डंडों से रोहिताश के परिवार वालों पर हमला कर दिया.

हमले के दौरान दूसरे पक्ष के युवकों ने 70 वर्षीय रामस्वरूप पर भी लाठी डंडों से हमला कर दिया. लाठी डंडे से हुए इस हमले में रोहिताश, कृपा देवी, मिश्री देवी, बिरमा शर्मा, टेकचंद समेत 8 लोग घायल हो गए. इनमें से 5 को जयपुर भी रेफर किया गया.

रिपोर्ट में थाना अधिकारी राजेश मीणा का बयान भी मौजूद है. राजेश मीणा ने बताया था कि यह दो परिवारों के बीच मकान पर कब्जे को लेकर विवाद था. इस मामले में बादामी देवी के परिवार वालों ने रामस्वरूप और उसके बेटों और परिवार के लोगो को पीटा है. हमने शांति भंग करने को लेकर करीब 7 लोगों को गिरफ्तार किया है.

पड़ताल के दौरान इस मामले से संबंधित रिपोर्ट हिंदुस्तान की वेबसाइट पर भी मिली. इस रिपोर्ट में भी बताया गया है कि थानागाजी थाना क्षेत्र में दो परिवारों के बीच मकान विवाद में करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए थे. जिनमें से 5 को गंभीर हालत में जयपुर रेफर किया गया था.

Courtesy: Live Hindustan

हमने अपनी जांच में थानागाजी थाना क्षेत्र के एसएचओ राजेश मीणा से भी संपर्क किया. उन्होंने वायरल दावे का खंडन करते हुए कहा कि “इसमें कोई मुस्लिम व्यक्ति शामिल नहीं है. दरअसल यह दो परिवारों के बीच आपसी मकान विवाद का मामला था, जिसमें बादामी देवी के पक्ष के लोगों ने अपने परिचित रोहिताश शर्मा के परिवारजनों पर हमला कर दिया था. इस वीडियो में बुजुर्ग को लाठी से पीटते दिख रहे तीनों युवकों के नाम तुलसी शर्मा, सतीश शर्मा, जितेंद्र शर्मा है. हमने शांतिभंग को लेकर 7 लोगों को गिरफ्तार किया था. इस मामले में दोनों ही पक्षों की तरफ से एफ़आईआर दर्ज कराई गई है”. 

Conclusion

हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह साफ़ है कि वायरल दावा फ़र्ज़ी है और यह विवाद एक ही परिवार के बीच का है.

Result: False

Our Sources
Report Published by Dainik Bhaskar on 19th Jan 2024
Report Published by Hindustan on 19th Jan 2024
Tweet by Alwar Police on 27th Jan 2024
Telephonic Conversation with Thanagazi SHO 

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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

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