बीते दिनों एक इंस्टाग्राम यूजर ने हमारे साथ एक वीडियो साझा किया था, जो उनके फीड पर दिखाई दिया था. वीडियो में आजतक की एंकर अंजना ओम कश्यप और इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति क्वांटम एआई नाम के इन्वेस्टमेंट प्रोजेक्ट का प्रचार करते नजर आ रहे थे.
यूजर ने हमारे साथ लिंक के जरिए इस वीडियो को साझा करने की कोशिश की, लेकिन यह वीडियो हमारे इंस्टाग्राम अकाउंट से नहीं खुला, क्योंकि यह एक स्पॉन्सर्ड पोस्ट था. जिसके बाद उन्होंने उस पूरे वीडियो की स्क्रीन रिकॉर्डिंग हमारे साथ साझा की.
साझा किए गए वीडियो को देखने पर हमने पाया कि यह स्पॉन्सर्ड पोस्ट Phan Du नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट से शेयर किया गया था. इस स्पॉन्सर्ड पोस्ट में एक लिंक भी मौजूद था, जिसे यूजर ने क्लिक भी किया. क्लिक करने पर mpznt3dom.digital वाले यूआरएल के साथ एक वेबसाइट खुली. पहली नजर में तो यह अंग्रेजी न्यूज आउटलेट इंडियन एक्सप्रेस की वेबसाइट लग रही थी, जिसपर “JUST IN: Narayana Murti unveils his secret to enrich ordinary indians” शीर्षक के साथ एक आर्टिकल भी मौजूद था.
न्यूज आर्टिकल की शक्ल में मौजूद उक्त आर्टिकल में क्वांटम एआई नाम के इन्वेस्टमेंट प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी दी गई थी और बताया गया था कि नारायण मूर्ति ने इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की है. इस आर्टिकल में प्रोजेक्ट से होने वाले कई फायदे भी बताए गए थे. पूरे स्क्रीन रिकॉर्डिंग को आप नीचे देख सकते हैं.
वीडियो में सबसे पहले अंजना ओम कश्यप का ऑडियो मौजूद है, जिसमें वह यह बताती नजर आ रही हैं कि नारायण मूर्ति ने एक सुरक्षित ट्रेडिंग प्लेटफार्म की शुरुआत की है और इसी के संबंध में हमने उनका इंटरव्यू किया है.
आगे नारायण मूर्ति का वीडियो आता है, जिसमें वह यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि हमारी टीम और एलन मस्क की टीम ने मिलकर क्वांटम एआई नामक ट्रेडिंग प्लेटफार्म विकसित किया है. इससे ना सिर्फ भारतीय लोग आसानी और सुरक्षित तरीके से पैसे कमा सकेंगे, बल्कि इससे देश की गरीबी जैसी समस्या भी खत्म होगी. इस दौरान वह यह भी कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि पहले ही दिन इस प्लेटफार्म से 3000 अमेरिकी डॉलर तक की कमाई की जा सकती है.
Fact Check/Verification
Newschecker ने वायरल वीडियो की पड़ताल के दौरान सबसे पहले अंजना ओम कश्यप वाले हिस्से को खंगाला. गूगल रिवर्स इमेज सर्च, कीवर्ड सर्च और अन्य तरीकों से भी खोजने पर हमें मूल वीडियो नहीं मिला. लेकिन वीडियो देखने पर हमने अंजना ओम कश्यप के सामने मौजूद लैपटॉप पर आजतक का लोगो दिखा. चूंकि आजतक एक हिंदी चैनल है और उसपर मौजूद कार्यक्रम भी हिंदी में ही होते हैं, इसलिए अंजना ओम कश्यप द्वारा अंग्रेजी में कार्यक्रम किए जाने पर हमें यह वीडियो संदिग्ध लगा. साथ ही हमने यह भी पाया कि वीडियो में अंजना ओम कश्यप के हावभाव उसमें मौजूद ऑडियो से मेल नहीं खाते हैं.
इसलिए अंजना ओम कश्यप के ऑडियो को जांचने के लिए मिसइनफार्मेशन कॉम्बैट एलायंस की डीपफेक एनालिसिस यूनिट (DAU), जिसका न्यूजचेकर भी हिस्सा है, उनसे संपर्क किया. उन्होंने अंजना ओम कश्यप के ऑडियो को अलग-अलग एआई टूल से जांचा तो पाया कि यह ऑडियो काफी हदतक एआई जेनरेटेड है.


इसके बाद नारायण मूर्ति वाले वीडियो की पड़ताल करने पर हमें मनीकंट्रोल के यूट्यूब अकाउंट पर 7 जुलाई 2023 को लाइव किया गया वीडियो मिला. यह वीडियो मनीकंट्रोल के स्टार्टअप कॉन्क्लेव 2023 कार्यक्रम का था.

इस वीडियो में वायरल वीडियो वाले दृश्य मौजूद थे, लेकिन वह ऑडियो मौजूद नहीं था. कार्यक्रम के पूरे वीडियो को देखने पर हमने पाया कि इस पूरे वीडियो में उन्होंने स्टार्टअप, एंटरपेन्योरशिप, वर्क कल्चर, इंफोसिस की शुरुआत जैसे मुद्दों पर बातें की थी. लेकिन कहीं भी उन्होंने क्वांटम एआई जैसे किसी प्रोजेक्ट का प्रचार नहीं किया था.
जांच में हमें मिसइनफार्मेशन कॉम्बैट एलायंस की डीपफेक एनालिसिस यूनिट की तरफ से नारायण मूर्ति के कथित ऑडियो पर किया गया मूल्यांकन भी मिला. जांच में एआई डिटेक्शन टूल ने इस ऑडियो के करीब 76 प्रतिशत तक एआई जेनरेटेड होने की संभावना जताई है.


खोजने पर हमें नारायण मूर्ति की तरफ से 14 दिसंबर 2023 को किया गया एक X पोस्ट भी मिला, जिसमें उन्होंने लिखा था कि “हाल के महीनों में सोशल मीडिया ऐप्स और इंटरनेट पर उपलब्ध माध्यमों से कई फर्जी समाचार प्रसारित किए गए हैं, जिनमें यह दावा किया गया है कि मैंने बीटीसी एआई इवेक्स, ब्रिटिश बिटकॉइन प्रॉफिट, बिट लाइट सिंक, इमीडिएट मोमेंटम, कैपिटलिक्स वेंचर्स जैसे स्वचालित ट्रेडिंग एप्लीकेशन को प्रमोट या निवेश किया है. मेरा इन एप्लिकेशन या वेबसाइटों के साथ किसी भी तरह से जुड़ाव नहीं है. मैं जनता को आगाह करता हूं कि वे इन साइटों के बहकावे में न आएं”.

जांच के दौरान हमने इंडियन एक्सप्रेस के उस कथित आर्टिकल की भी पड़ताल की तो पाया कि इस तरह का कोई भी आर्टिकल इंडियन एक्सप्रेस की वेबसाइट https://indianexpress.com/ पर मौजूद नहीं है. साथ ही हमने यह भी पाया कि यह ना तो आर्टिकल का फॉर्मेट और ना ही इंडियन एक्सप्रेस की असल वेबसाइट के साथ मेल खाता है.
बीते दिनों भी हमने इसी तरह के एक वीडियो की पड़ताल की थी, जिसमें कथित पर मुकेश अंबानी, रविश कुमार और प्रधानमंत्री मोदी इसी क्वांटम एआई प्रोजेक्ट का प्रचार करते नजर आ रहे थे.
हमने अपनी जांच में Quantum AI के बारे में पता लगाया था तो हमें कुछ आर्टिकल और न्यूज रिपोर्ट्स मिली थी. इनमें बताया गया था कि यह ऐप डीपफेक वीडियो में प्रसिद्ध हस्तियों की नकल करने के लिए वॉयस क्लोनिंग तकनीक का उपयोग करता है और उनमें Quantum AI का प्रचार किया जाता है. इतना ही नहीं हांगकांग में वहां की एक संस्था सिक्योरिटीज और फ्यूचर्स कमीशन ने हांगकांग पुलिस से Quantum AI से जुड़ी वेबसाइट और सोशल मीडिया पेजों को ब्लॉक करने की मांग भी की थी.
Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि वायरल वीडियो में मौजूद ऑडियो एआई जेनरेटेड है. आजतक की एंकर अंजना ओम कश्यप और इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति ने इस तरह के किसी ट्रेडिंग प्रोजेक्ट का प्रचार नहीं किया है.
Our Sources
Video Streamed by MoneyControl on 7th July 2023
X Post by Narayana Murthy on 14th Dec 2023
Assessment by DAU