Fact Check
मुर्शिदाबाद हिंसा में बंदूक लेकर घूमते नजर आए दंगाई? नहीं, वायरल वीडियो बांग्लादेश का है
Claim
मुर्शिदाबाद हिंसा में दंगाई बंदूक लेकर घूमते नजर आए.
Fact
वायरल वीडियो बांग्लादेश का है.
सोशल मीडिया पर हाथ में हथियार लेकर घूमते एक युवक का वीडियो इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि मुर्शिदाबाद हिंसा में दंगाई बंदूक लेकर घूमते नजर आए.
हालांकि हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद का नहीं, बल्कि पिछले साल 2024 में बांग्लादेश के चिटगांव में हुए छात्र आंदोलन के दौरान का है, जिसने तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया.
वक्फ संशोधन बिल (अब कानून) के पास होने के बाद बीते 11 अप्रैल को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा भड़क उठी. इस हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई. इसके बाद सोमवार 14 अप्रैल को पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के भांगर इलाके में भी हिंसा की घटनाएं हुईं.
वायरल वीडियो 37 सेकेंड का है. वीडियो में ग्रे रंग का शर्ट और हेलमेट पहना एक शख्स पिस्तौल लेकर घूमता हुआ और उसमें गोली भरता हुआ नजर आ रहा है. इस दौरान वह आसपास मौजूद लोगों को दिशा-निर्देश देता हुआ भी दिख रहा है.
वीडियो को वायरल दावे वाले कैप्शन के साथ X पर शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है “दंगाई खुली बंदूक लेकर घूमते नजर आए. सुना है कि मुर्शिदाबाद के दंगाइयों ने जाति नहीं देखी. ना ओबीसी ना दलित ना आदिवासी ना जनरल”.

इसी तरह के दावे से वीडियो को फेसबुक पर भी शेयर किया गया है.

Fact Check/Verification
मुर्शिदाबाद हिंसा में दंगाईयों द्वारा बंदूक लेकर घूमे जाने के वायरल दावे से शेयर हो रहे इस वीडियो की पड़ताल में कीफ्रेम की मदद से रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें बांग्लादेशी न्यूज आउटलेट समय टीवी के यूट्यूब अकाउंट से 17 जुलाई 2024 को अपलोड किया गया वीडियो मिला.

यह वीडियो वायरल वीडियो का लंबा वर्जन था, जिसमें ग्रे रंग का टी-शर्ट और हेलमेट पहना वह शख्स कई लोगों के साथ वहां मौजूद है. इस दौरान उसने अपनी हाथ में एक पिस्तौल भी पकड़ा हुआ है, तभी एक शख्स उसको आकर गोली थमाता है और वह उसे पिस्तौल में भर देता है. वीडियो के साथ मौजूद कैप्शन में इसे बांग्लादेश के चिटगांव में पिछले साल हुए छात्र आंदोलन के दौरान का बताया गया था. हालांकि इसके अलावा कोई ख़ास जानकारी नहीं दी गई थी.
इसके बाद हमने ऊपर मिली जानकारी के आधार पर गूगल सर्च किया तो हमें बांग्ला आउटलुक की वेबसाइट पर हमें 16 जुलाई 2024 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो वाले दृश्य मौजूद थे.

रिपोर्ट में बताया गया था कि बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण रद्द करने की मांग को लेकर हुए प्रदर्शन के दौरान चिटगांव में तीन व्यक्तियों की मौत हो गई थी. इसी दौरान एक शख्स को प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग करते हुए भी देखा गया था.
इसी दौरान हमें एक अन्य बांग्लादेशी न्यूज आउटलेट द न्यूज24 की वेबसाइट पर 17 जुलाई 2024 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसमें वीडियो में दिख रहे शख्स के बारे में बताया गया था.

रिपोर्ट में बताया गया था कि ग्रे टी-शर्ट पहने इस शख्स का नाम मोहम्मद फिरोज है और वह बांग्लादेश की राजनीतिक पार्टी आवामी लीग से संबंधित जुबो लीग का नेता है और उसके ऊपर पहले से कई मामले दर्ज हैं. हालांकि फिरोज ने इससे इनकार करते हुए कहा था कि “मैंने कोई हथियार अपने पास नहीं रखा और मैं नहीं जानता कि यह शख्स कौन है”.
इसके अलावा हमें जागो न्यूज की वेबसाइट पर भी 16 जुलाई 2024 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली. जिसमें मौजूद तस्वीर में वायरल वीडियो वाले शख्स को कुछ लोगों से भिड़ते हुए देखा जा सकता है.

रिपोर्ट में बताया गया था कि 16 जुलाई 2024 को प्रदर्शनकारी छात्र चिटगांव के शोलाशहर रेलवे स्टेशन के पास प्रदर्शन करने वाले थे. तभी दोपहर 12 बजे आवामी लीग के छात्र संगठन लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं ने मुरादपुर की तरफ बढ़ना शुरू कर दिया और प्रदर्शनकारी छात्रों पर हमला किया. इस हमले में तीन लोगों की मौत हो गई थी.
Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि मुर्शिदाबाद हिंसा में दंगाईयों द्वारा बंदूक लेकर घूमे जाने के वायरल दावे से शेयर हो रहा यह वीडियो बांग्लादेश के चिटगांव में पिछले साल छात्र आंदोलन के दौरान हुई हिंसा का है.
Our Sources
Video Uploaded by Somoy TV’s YT account on 17th July 2024
Article Published by Bangla Outlook on 16th July 2024
Article Published by Jago News on 16th July 2024
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