Claim
अर्जुन सिंह ने तोड़ी चुप्पी कहा राजीव गांधी ने भोपाल त्रासदी के गुनहगार एंडरसन को भगाने के लिए कहा था। इस तरह की वायरल होती समाचार पत्र की एक क्लिप सोशल मीडिया में काफी शेयर की जा रही है।
Verification
भोपाल गैस त्रासदी भला कौन भुला सकता है? 3 दिसंबर 1984 को यूनियन कार्बाइड में 30 टन जहरीली मिथाइल आइसोसायनेट गैस का रिसाव हुआ। इस रिसाव के चलते करीब 15 हजार लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। समाचार पत्र की कटिंग को रिवर्स इमेज रिसर्च करने के बाद हमें कुछ ख़ास हासिल नहीं हुआ। रिवर्स के दौरान आये परिणामों को नीचे देखा जा सकता है।
खबर की असलियत जानने के लिए गूगल में बारीकी से कुछ कीवर्ड्स का इस्तेमाल कर खोजना आरम्भ किया। खोज के दौरान हमें
नवभारत टाइम्स का एक लेख प्राप्त हुआ जिसमें भोपाल गैस त्रासदी और उसके अपराधी एंडरसन के देश से भागने के बारे में लिखा गया है। हालांकि इस लेख में कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं किया गया है कि देश के तत्कालीन पीएम राजीव गांधी ने मध्य प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह को आदेश दिया था कि एंडरसन को अमेरिका पहुंचा दिया जाए।
पड़ताल के अगले पड़ाव पर हमें
न्यूज़ 18 इंडिया द्वारा भोपाल त्रासदी पर लिखा गया एक लेख प्राप्त हुआ। लेख की हेडलाइन ‘राजीव गांधी को कभी नहीं भुला सकता भोपाल’ के साथ ही उस गैस त्रासदी का भी जिक्र किया गया है जिसमें 15 हजार या इससे अधिक लोगों ने असमय अपनी जान गँवा दी थी। इस लेख में यह भी लिखा गया है कि एंडरसन को छोड़ने के लिए अमेरिका का देश की हुकूमत पर दबाव बढ़ने की वजह से उसे छोड़ना पड़ा।
भोपाल गैस त्रासदी पर
दैनिक भास्कर लिखता है कि अर्जुन सिंह ने एक बार यह कहा था कि केंद्र से एंडरसन को छोड़ने के लिए काफी जोर दिया गया जिसके चलते अपराधी होते हुए भी उसे रिहा करना पड़ा। हालांकि पूरे लेख को पढ़ने के बाद भी हम इस निष्कर्ष पर नहीं पहुँच सके कि अर्जुन सिंह ने एंडरसन को राजीव गाँधी के कहने पर छोड़ा था।
हमारी पड़ताल में भोपाल गैस त्रासदी और अर्जुन सिंह द्वारा एंडरसन को हवाई मार्ग को जरिए भोपाल से दिल्ली पहुंचाने पर भी कई रोचक तथ्य सामने आये। आईचौक वेबसाइट इस सन्दर्भ में कहती है कि देश के तत्कालीन गृह मंत्री पीवी नरसिम्हा राव के कहने पर अर्जुन सिंह ने एंडरसन को छोड़ा था जिसका जिक्र भी उन्होंने अपनी किताब में किया है।
काफी बारीकी से खोजने के बाद यह साफ हो चुका है कि अर्जुन सिंह ने कभी भी राजीव गांधी के बारे में ऐसी बात नहीं कही जो वायरल हो रही है। साथ ही अखबार की कटिंग में भोपाल त्रासदी में बताया जा रहा आंकड़ा 25000 था जो कि आधिकारिक आंकड़े से भिन्न है। साथ ही ये खबर किस अखबार में छपी है इसकी भी जानकारी नहीं दी गई है।
Result: Fake