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Fact Check: ना तो वायरल अश्लील तस्वीरों में मोहित पांडेय मौजूद हैं और ना ही उन्हें राम मंदिर का पुजारी नियुक्त किया गया है

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Claim
ये अश्लील तस्वीरें राम मंदिर के पुजारी चुने गए मोहित पांडेय की हैं.

Fact
इस तस्वीर में ना तो मोहित पांडेय मौजूद हैं और ना ही उन्हें राम मंदिर का पुजारी नियुक्त किया गया है.

बीते दिनों कई मीडिया आउटलेट्स ने अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर को लेकर एक दावा किया कि मोहित पांडेय नाम के एक शख्स को राम मंदिर का मुख्य पुजारी नियुक्त किया गया है. इस दावे के बाद सोशल मीडिया पर एक आपत्तिजनक तस्वीर वायरल होने लगी, जिसमें माथे पर तिलक और चंदन लगाया हुआ एक शख्स एक महिला के साथ आपत्तिजनक अवस्था में मौजूद है. तस्वीर को इस दावे के साथ शेयर किया गया है कि यह अयोध्या स्थित राम मंदिर के मुख्य पुजारी के तौर पर नियुक्त किए गए मोहित पांडेय की तस्वीर है.

हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल हो रहे दोनों दावे भ्रामक हैं. अयोध्या स्थित राम मंदिर के लिए किसी भी व्यक्ति को मुख्य पुजारी या पुजारी के तौर पर नहीं चुना गया है. इसकी पुष्टि राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के सदस्य ने भी की है. वहीं, हमने अपनी जांच में यह भी पाया कि वायरल आपत्तिजनक तस्वीर में मोहित पांडेय मौजूद नहीं हैं.

नोट: वायरल तस्वीर काफ़ी आपत्तिजनक होने के कारण हम न तो उसके बारे में यहां कोई विवरण दे रहे हैं और न ही ऐसे किसी फ़ेसबुक पोस्ट या ट्वीट को संलग्न कर रहे हैं.

मोहित पांडेय को राम मंदिर का मुख्य पुजारी बनाए जाने का वायरल दावा, इंडिया टीवी ने अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित न्यूज़ रिपोर्ट में किया है. वहीं, एबीपी न्यूज़ ने यह वायरल दावा अपने यूट्यूब चैनल से शेयर किए गए एक वीडियो रिपोर्ट में किया है.

वायरल आपत्तिजनक तस्वीर को गुजरात प्रदेश कांग्रेस समिति के अनुसूचित मोर्चा के अध्यक्ष हितेंद्र पीठाडिया समेत कई अन्य वेरिफाईड X हैंडल ने वायरल दावे के साथ शेयर किया. हालांकि, बाद में अधिकांश ने यह ट्वीट डिलीट कर दिया.

  Courtesy: X/Virus_Studioz

Fact Check/Verification

Newschecker ने सबसे पहले मोहित पांडेय को राम मंदिर का मुख्य पुजारी या पुजारी चुने जाने के वायरल दावे की पड़ताल की.

हमने इसके लिए संबंधित कीवर्ड की मदद से न्यूज़ रिपोर्ट खंगाली, तो हमें समाचार एजेंसी आईएएनएस के हवाले से एबीपी न्यूज़ की वेबसाइट पर 6 दिसंबर 2023 को प्रकाशित की गई रिपोर्ट मिली. 

Courtesy: ABP LIVE

इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी के अनुसार, राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने पिछले दिनों अर्चकों (पुजारी) पद के लिए आवेदन मंगाए थे. क़रीब 3000 लोगों ने इसके लिए आवेदन किया था, जिसमें से करीब 200 उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए चुना गया. साक्षात्कार के बाद क़रीब 20 आवेदकों को अर्चकों के प्रशिक्षण के लिए तय किया गया. अब इन्हीं आवेदकों में से सफलतापूर्वक प्रशिक्षण करने वालों को अर्चक पद के लिए चुना जाएगा. रिपोर्ट में ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि का बयान भी मौजूद है, जिसमें उन्होंने कहा था कि “जो उम्मीदवार सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा करेंगे, उन्हें पुजारी के रूप में नियुक्त किया जाएगा.”  

पड़ताल के दौरान हमें 12 दिसंबर 2023 को ईटीवी की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट भी मिली. इस रिपोर्ट में राम जन्मभूमि ट्रस्ट के हवाले से मोहित पांडेय नाम के शख्स को राम मंदिर का पुजारी या मुख्य पुजारी चुने जाने वाले वायरल दावे का खंडन किया गया है.

Courtesy: ETV Bharat

इस रिपोर्ट में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता का बयान मौजूद है. प्रकाश गुप्ता ने बताया कि ‘मोहित पाण्डेय नाम के व्यक्ति को पुजारी बनाने का जो दावा किया जा रहा है, वह बिल्कुल गलत है. अभी तक किसी पुजारी की नियुक्ति नहीं की गई है. मंदिर के पुजारी पद के लिए आवेदन मंगाए गए थे और क़रीब 3000 लोगों ने आवेदन किया था. जिनमें से क़रीब 300 लोगों का इंटरव्यू लिया गया और इसमें करीब 21 लोग चयनित हुए. इन चयनितों को 6 महीने का प्रशिक्षण दिया जाएगा. प्रशिक्षण के बाद एक परीक्षा भी ली जाएगी और उम्दा प्रदर्शन करने वालों को ही मंदिर के अर्चक के पद पर तैनात किया जाएगा. प्रकाश गुप्ता ने यह भी जानकारी दी कि प्रशिक्षण के लिए चुने गए अभ्यर्थियों में मोहित पांडेय का नाम भी शामिल है.

हमने अपनी जांच में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य विमलेंद्र मोहन मिश्र और मोहित पांडेय द्वारा गाजियाबाद के जिस वेद विद्यालय से शिक्षा ली गई है, वहां के प्राचार्य से भी संपर्क किया. 

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य विमलेंद्र मोहन मिश्र ने हमें बताया कि “अभी तक किसी भी व्यक्ति को राम मंदिर का मुख्य पुजारी नहीं चुना गया है. श्री सत्येंद्र महाराज ही अभी राम मंदिर के मुख्य पुजारी हैं. बीते दिनों ट्रस्ट की तरफ़ से पुजारी पद के लिए आवेदन मंगाए गए थे. करीब 3000 आवेदकों में से 300 लोगों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था. इनमें से कुछ लोगों को साक्षात्कार के बाद प्रशिक्षण के लिए चुना गया है. इन चुने गए लोगों में से ही आगे पुजारी नियुक्त किया जाएगा.”

वहीं, हमें गाजियाबाद के दूधेश्वर नाथ स्थित वेद विद्यालय के प्राचार्य त्वाराज ने भी यही जानकारी दी कि मोहित पांडेय को अभी प्रशिक्षण के लिए चुना गया है. प्रशिक्षण के बाद ही यह तय किया जाएगा कि कौन-कौन पुजारी की भूमिका निभाएंगे. साथ ही इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि मोहित पांडेय ने उनके विद्यालय से 7 वर्षों तक वेदों और कर्मकांडों की शिक्षा ली. इसके बाद वे आगे की पढ़ाई के लिए तिरुपति चले गए. तिरुपति में पढ़ने के दौरान ही उन्होंने पुजारी पद के लिए आवेदन किया था और उनकी योग्यता की वजह से उन्हें पुजारी के प्रशिक्षण के लिए चुना गया है.

हमारी जांच में मिले उपरोक्त साक्ष्यों से यह साफ़ है कि मोहित पांडेय को राम मंदिर का पुजारी या मुख्य पुजारी चुने जाने का वायरल दावा फ़र्ज़ी है.

इसके बाद हमने उक्त वायरल आपत्तिजनक तस्वीर की भी पड़ताल की, तो हमें उक्त दृश्यों वाले वीडियो कई पोर्न वेबसाइट पर मिले. इन वेबसाइटों पर उक्त व्यक्ति को तेलुगु पुजारी बताया गया था. हालांकि, हम इस दावे की पुष्टि नहीं करते हैं. (नोट: वेबसाइट पर अश्लील सामग्री मौजूद होने की वजह से उन वेबसाइटों का यहां ज़िक्र नहीं कर पाने का हमें खेद है.)

अब हमने वीडियो में मौजूद व्यक्ति के चेहरे का मिलान मोहित पांडेय की असल तस्वीर से किया. लेकिन हमें कोई ख़ास समानता नहीं दिखी.

इस दौरान ऐसे कई वेबसाइटों की भी मदद ली, जो दो तस्वीरों में दिख रहे चेहरे के बीच के समानता के प्रतिशत को दिखाते हैं. लेकिन इनमें से किसी भी वेबसाइट ने दोनों चेहरों को एक नहीं बताया.

इतना ही नहीं मोहित पांडेय के विद्यालय के प्राचार्य त्वाराज ने भी वायरल दावे का खंडन करते हुए कहा कि उक्त आपत्तिजनक तस्वीर में मोहित मौजूद नहीं हैं. इसलिए हमारी जांच में यह स्पष्ट है कि वायरल आपत्तिजनक दृश्य मोहित पांडेय का नहीं है.

Conclusion

हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह साफ़ है कि वायरल हो रहे दोनों दावे भ्रामक हैं. अयोध्या स्थित राम मंदिर के लिए किसी भी व्यक्ति को मुख्य पुजारी या पुजारी के तौर पर नहीं चुना गया है, एवं वायरल आपत्तिजनक तस्वीर में मोहित पांडेय मौजूद नहीं हैं.

Result: False

Our Sources
Article Published by ABP News on 6th Dec 2023
Article Published by ETV Bharat on 12th Dec 2023
Telephonic Conversation with Vimlendra mohan pratap mishra, Member Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra
Telephonic conversation with Dudheshwar Nath Ved Vidyalay Prinicpal Twaraj

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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

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