Fact Check
सीजफायर के बाद अजरबैजान में पाकिस्तान के पक्ष में जश्न मनाए जाने के दावे से पुराना वीडियो वायरल
Claim
सीजफायर के बाद अजरबैजान की राजधानी बाकू में पाकिस्तान के पक्ष में जश्न मनाया गया.
Fact
वीडियो 2020 का है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो इस दावे से वायरल हो रहा है कि भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर के बाद अजरबैजान की राजधानी बाकू में पाकिस्तान के पक्ष में जश्न मनाया गया.
हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि यह वीडियो नवंबर 2020 का है, जब आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच हुई लड़ाई में रूस की मध्यस्थता के बाद नागोर्नो-काराबाख पर अजरबैजान ने अपना अधिकार जमा लिया था.
गौरतलब है कि भारत-पाकिस्तान के बीच 10 मई 2025 को सीजफायर की घोषणा हुई. भारत सरकार ने यह दावा किया कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत के डीजीएमओ को फोन कर सीजफायर करने की बात कही, जिसके बाद भारत ने भी सीजफायर पर अपनी सहमति दी. इस पूरे विवाद में अजरबैजान और तुर्किये पाकिस्तान के पक्ष में खड़े रहे.
वायरल वीडियो 11 सेकेंड का है, जिसमें कुछ लोग एक जगह पर खड़े होकर अजरबैजान, तुर्किये और पाकिस्तान का झंडा लहराते हुए पाकिस्तान-पाकिस्तान चिल्लाते हुए दिखाई दे रहे हैं.
वीडियो को कई प्रो-पाकिस्तान X हैंडल द्वारा वायरल दावे वाले अंग्रेजी कैप्शन के साथ शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है “पाकिस्तान द्वारा भारत पर जीत की घोषणा पर बाकू-अज़रबैजान की सड़कों पर जश्न”.

इसके अलावा, कई अन्य X हैंडल्स द्वारा भी इस वीडियो को वायरल दावे वाले कैप्शन के साथ शेयर किया गया है.

Fact Check/Verification
सीजफायर के बाद अजरबैजान में पाकिस्तान के पक्ष में जश्न मनाए जाने के दावे से शेयर हो रहे इस वीडियो की जांच में हमने सबसे पहले वीडियो के लोकेशन की पड़ताल की. हमने एक यूट्यूब वीडियो की मदद से यह पाया कि वायरल वीडियो में दिख रहा स्थान अजरबैजान की राजधानी बाकू का निजामी स्ट्रीट है.

इसके बाद हमने वायरल वीडियो के कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया. इस दौरान हमें इथोपिया में मौजूद अजरबैजानी दूतावास के फेसबुक अकाउंट से 8 नवंबर 2020 को अपलोड किया गया वीडियो मिला. इस वीडियो में उसी तरह के दृश्य मौजूद थे. हालांकि, वीडियो में अजरबैजान, तुर्किये और पाकिस्तान का झंडा लहराते हुए लोग अजरबैजान का राष्ट्रीय गीत गा रहे थे.

खोजने पर हमें 8 नवंबर 2020 में पाकिस्तान में अजरबैजान के राजदूत रहे अली अलीज़दा के फेसबुक अकाउंट से पोस्ट किया गया वह वीडियो भी मिला, जिसमें लोग पाकिस्तान-पाकिस्तान चिल्ला रहे हैं. वीडियो के साथ कैप्शन में उन्होंने तारीख के तौर पर इसे 8 नवंबर 2020 का ही बताया था.

इसके अलावा, 8 नवंबर 2020 को किए गए कुछ X पोस्ट में भी हमें यह वीडियो मिला, जिसमें लोग बाकू में खड़े होकर पाकिस्तान-पाकिस्तान चिल्ला रहे हैं.

गौरतलब है कि साल 2020 में आर्मीनिया और अज़रबैजान में नागोर्नो-काराबाख पर अधिकार को लेकर दूसरी जंग छिड़ गई थी. इससे पहले भी दोनों देशों के बीच नागोर्नो-काराबाख इलाके को लेकर जंग हुई थी. इस जंग में अज़रबैजान को तुर्की का समर्थन हासिल था. इसके अलावा पाकिस्तान भी अजरबैजान के पक्ष में खड़ा था. 8 नवंबर को अजरबैजान के तत्कालीन राष्ट्रपति इल्हाम अलियेव ने यह दावा किया था कि उनके देश ने नागोर्नो-काराबाख के शुशा इलाके पर अपना कब्ज़ा जमा लिया है.

इसके बाद रूस की मौजूदगी में दोनों देशों ने 9 नवंबर 2020 को एक ट्रीटी पर हस्ताक्षर किया, जिसके बाद दूसरे नागोर्नो-काराबाख युद्ध के खात्मे की घोषणा हुई. इसके तहत आर्मेनिया, नागोर्नो-काराबाख के कई इलाकों को अजरबैजान को देने पर सहमत हो गया था.
Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि सीजफायर के बाद अजरबैजान में पाकिस्तान के पक्ष में जश्न मनाए जाने के दावे से वायरल हो रहा यह वीडियो साल 2020 का है.
Our Sources
Video Posted by Embassy of the Republic of Azerbaijan in Addis Ababa FB account on 8th Nov 2020
Video Posted by former ambassador of Azerbaijan to Pakistan on 8th Nov 2020
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