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Fact Check: यूपी के बदायूं में पुलिस हिरासत में मुस्लिम युवक के साथ मारपीट किए जाने की पुरानी घटना हालिया दिनों का बताकर वायरल

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Claim
यूपी पुलिस ने गोहत्या के संदेह में मुस्लिम युवक को किया प्रताड़ित.

Fact
यह घटना क़रीब दो साल पुरानी है.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग स्ट्रेचर पर एक युवक को अस्पताल में ले जाते नज़र आ रहे हैं. इस दौरान युवक कराहता भी नज़र आ रहा है. वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में 5 पुलिस अधिकारियों ने गोहत्या से जुड़े होने के संदेह में एक मुस्लिम व्यक्ति को प्रताड़ित किया और उसके प्राइवेट पार्ट में छड़ी डाल दी और बिजली के झटके भी लगाए.

हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि यह मामला क़रीब 2 साल पुराना है. उत्तर प्रदेश की बदायूं पुलिस ने इस मामले में 1 चौकी इंचार्ज सहित 4 कांस्टेबल को निलंबित किया था.

वायरल वीडियो क़रीब 14 सेकेंड का है. इस वीडियो को X पर एक ख़ास कैप्शन के साथ हाल का बताकर शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है “उत्तरप्रदेश – पुलिस के 5 अधिकारियों ने गोहत्या से जुड़े होने के संदेह में एक मुस्लिम व्यक्ति को प्रताड़ित करते हुए उसके मलाशय(पखाने के रास्ते) में छड़ी डाली और उसे बिजली के झटके दिए”.  

 Courtesy: X/kashifarsalaan

वायरल वीडियो से जुड़े अन्य सोशल मीडिया पोस्ट यहां, यहां और यहां देखें.

Fact Check/Verification

Newschecker ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए ट्वीट पोस्ट के रिप्लाई सेक्शन को खंगाला, तो हमें बदायूं पुलिस के द्वारा 6 जनवरी 2024 को किया गया रिप्लाई मिला.

 Courtesy: X/budaunpolice

रिप्लाई में उन्होंने इस घटना को 2 वर्ष पुराना बताते हुए कहा है कि इस मामले में संबंधित पुलिसकर्मियों को निलंबित कर आवश्यक कार्यवाही की गई थी.

इसके बाद हमने संबंधित कीवर्ड की मदद से न्यूज़ रिपोर्ट्स खंगाली तो हमें टाइम्स ऑफ़ इंडिया की वेबसाइट पर 5 जून 2022 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो से जुड़े दृश्य फ़ीचर इमेज के रूप में मौजूद हैं.

टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, 2 मई 2022 को सब्जी बेचने वाले एक 22 वर्षीय व्यक्ति को पुलिस ने गोहत्या से जुड़े एक मामले में संदेह होने के चलते हिरासत में लिया था. हिरासत में लेने के बाद उसके साथ बर्बर तरीके से मारपीट की गई. जब उन पुलिसकर्मियों को यह एहसास हुआ कि उन्होंने गलत व्यक्ति को उठा लिया है तो उन्होंने उसे 100 रुपए देकर दो दिनों के बाद घर भेज दिया. बाद में जब उसकी हालत गंभीर हो गई तो उसके परिवार वालों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया. इस दौरान पीड़ित की माता ने सत्यपाल नाम के सब इन्स्पेक्टर पर उनके बेटे को हिरासत में बिजली के झटके देने और उसके गुप्तांग में छड़ी डालने का आरोप लगाया था.

रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि बदायूं एसएसपी ने इस मामले में दातागंज के सीओ को जांच करने का आदेश दिया था. जांच के बाद इस मामले में पांच पुलिसकर्मियों को दोषी पाया गया था. दोषी पुलिसकर्मियों के ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 342, 323 सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया था. 

जांच में हमें वनइंडिया की वेबसाइट पर भी प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में भी बताया गया है कि बदायूं के ककराला पुलिस चौकी इलाके में रहने वाले रेहान के साथ चौकी के अंदर मारपीट करने और थर्ड डिग्री देने के आरोप में एसएसपी ने जांच का आदेश दिया था. जिसके बाद दोषी पाए गए चौकी इंचार्ज सत्यपाल सिंह, सिपाही नरेंद्र शेखर, जावला, सोनू और विपिन को सस्पेंड कर दिया गया था.

पड़ताल के दौरान हमें मीडिया आउटलेट द वायर की वेबसाइट पर समाचार एजेंसी भाषा के हवाले से प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में भी वही सब जानकारी दी गई थी, जो ऊपर मौजूद है.

जांच में हमें बदायूं पुलिस के द्वारा 6 जून 2022 को ट्वीट किया गया वीडियो भी मिला, जिसमें अपर पुलिस अधीक्षक नगर का बयान मौजूद है. इसके अलावा, 5 जून 2022 को भी इस संबंध में किया गया ट्वीट मिला.

वीडियो और ट्वीट में दी गई जानकारी के अनुसार, ककराला के रहने वाले युवक के साथ मारपीट और प्रताड़ित करने के आरोप में तत्कालीन चौकी इंचार्ज और चार आरक्षियों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर सभी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था. इस दौरान डॉक्टर ने युवक की जांच में उसको चोट लगे होने की पुष्टि की थी, लेकिन प्राइवेट पार्ट को नुकसान पहुँचने की कोई पुष्टि नहीं की थी.

Conclusion

हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से साफ़ है कि यह मामला क़रीब 2 वर्ष पुराना है, जिसे हालिया घटना का बताकर शेयर किया जा रहा है।

Result: Missing Context

Our Sources
Tweet by Badaun Police on 6th Jan 2024
Tweet by Badaun Police on 5th June 2022
Tweet by Badaun Police on 6th June 2022
Article Published by TOI on 5th June 2022
Article Published by OneIndia on 6th June 2022
Article Published by The Wire on 6th June 2022

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