Authors
Claim
बांग्लादेश में मुस्लिमों ने साधु की जटा काटकर उसे मुसलमान बना दिया.
Fact
वायरल दावा गलत है.
सोशल मीडिया पर एक कुछ लोगों द्वारा एक पुरुष के बाल और दाढ़ी काटने का वीडियो वायरल है. दावा है कि बांग्लादेश में मुस्लिमों द्वारा साधु की जटा काटकर उसे मुसलमान बना दिया गया.
हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा गलत है. बेघर और परेशान लोगों की मदद करने वाले बांग्लादेश के युवाओं के एक ग्रुप ने सड़क पर बदहवास हालत में घूम रहे एक मुस्लिम शख्स की मदद की थी. इस दौरान उन लोगों ने उक्त शख्स के लंबे बालों को काटने के बाद उसे नहलाया था.
वायरल वीडियो करीब एक मिनट का है, जिसमें कुछ लोग सड़क पर बदहवास घूम रहे एक शख्स को पकड़ते हैं और फिर उसके लंबे-लंबे बाल और दाढ़ी को काट देते हैं. इसके बाद वे लोग उसे नहला भी देते हैं.
सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया है, “बांग्लादेश मे मुस्लिमों द्वारा एक साधु की जटा को काटकर मुसलमान बना दिया है”.
Fact Check/Verification
Newschecker ने वायरल वीडियो की पड़ताल के उसके कीफ्रेम की मदद से रिवर्स इमेज सर्च किया. इस दौरान हमें एक बांग्लादेशी इंस्टाग्राम अकाउंट से 11 नवंबर को शेयर किया गया वीडियो मिला, जो वायरल वीडियो का लंबा वर्जन है.
इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ लोग सड़क पर घूम रहे एक शख्स को पकड़ते हैं और फिर उसके बाद जमीन पर बैठाकर पहले उसके लंबे-लंबे बाल और दाढ़ी काटते हैं. फिर उसके नाख़ून काटने के बाद उसको नहलाते हैं. इसके बाद उसके कपड़े बदल देते हैं. आगे के वीडियो में मदद करने वाले वे लोग उक्त शख्स के परिवार को खोजने में लोगों की मदद मांगते हैं और यह भी बताते हैं कि ये व्यक्ति उन्हें ढाका के केरानीगंज में मिला है.
इसके बाद हमने अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए वीडियो से मिली जानकारी के आधार पर कीवर्ड सर्च कर न्यूज रिपोर्ट्स खंगालना शुरू किया, लेकिन हमें कोई जानकारी नहीं मिली.
चूंकि वीडियो देखने से यह प्रतीत हो रहा था कि यह वीडियो मदद और मानवता को दिखाने के लिए बनाया गया है. इसलिए हमने BANGLADESH, HUMANITY, STREET, HOMELESS, HELP जैसे अंग्रेजी कीवर्ड को अलग-अलग तरीकों से मिलाकर यूट्यूब सर्च किया.
यूट्यूब सर्च के दौरान हमें street humanity of bangladesh नाम का एक यूट्यूब अकाउंट मिला, जो उसी तरह के वीडियो अपलोड करता है, जैसा वायरल वीडियो में दिखाया जा रहा है. साथ ही हमने कई वीडियो को देखने पर यह भी पाया कि इनमें से कई वीडियो में वही शख्स मौजूद है, जो वायरल वीडियो में दिख रहा है.
इसी दौरान हमें वायरल वीडियो का लंबा वर्जन इस यूट्यूब अकाउंट से 28 अक्टूबर 2024 को अपलोड किया गया मिला. लेकिन वीडियो के साथ डिस्क्रिप्शन और टाइटल में कुछ ख़ास जानकारी नहीं दी गई थी, सिर्फ इतना बताया गया था था कि 15 साल बाद इस शख्स को नहलाया गया है.
उक्त यूट्यूब अकाउंट का अबाउट सेक्शन खंगालने पर हमें इससे जुड़ा एक फेसबुक पेज भी मिला, जो Mahbub creation 4 नाम से मौजूद है.
हमने जांच के दौरान इस फेसबुक पेज को खंगालना शुरू किया तो 26 अक्टूबर 2024 को अपलोड किया गया यह वीडियो मिला. इस वीडियो के कैप्शन में बताया गया था कि “उन्होंने बदनाम या परेशान करने के लिए नहीं, बल्कि उनकी बेहतरी के लिए नहला धुलाकर साफ़ किया है”.
इसके बाद हमें यह वीडियो इसी अकाउंट पर फिर से 1 नवंबर 2024 को अपलोड किया गया मिला. इस बार वीडियो के कैप्शन में बताया गया था कि “हमें इस व्यक्ति का परिवार तो मिल गया है, लेकिन अब हमें यह व्यक्ति नहीं मिल रहा है और व्यक्ति मिलने पर हमसे संपर्क करें”.
खोजने पर हमें इसी फेसबुक अकाउंट से 9 नवंबर 2024 को लाइव किया गया एक वीडियो भी मिला. इस वीडियो में वही शख्स मौजूद था, जो वायरल वीडियो में उक्त व्यक्ति की मदद करता नजर आ रहा है. वीडियो में वह शख्स यह कहता नजर आ रहा है कि उसके वीडियो को भारत में यह कहकर शेयर किया जा रहा है कि उसने एक हिंदू संत को बलपूर्वक मुस्लिम बना दिया. लेकिन यह शर्म की बात है, हम कभी भी धर्म के आधार पर किसी की मदद नहीं करते हैं. जबकि हमने जिस शख्स की मदद की है, वह एक मुस्लिम परिवार से ही आता है”.
इसके बाद हमने अपनी जांच में हमने Mahbub creation 4 के महबूब सरकार से संपर्क किया. उन्होंने बातचीत में वायरल दावे का खंडन करते हुए कहा कि “मैं और मेरी टीम अकसर बेघर और गरीब लोगों की मदद करते हैं. खासकर मानसिक रूप से परेशान शख्स की मदद करते हैं और फिर उनको उनके परिवार से मिलाने में मदद करते हैं”.
आगे उन्होंने बताया कि “हमें यह शख्स करीब डेढ़ महीने पहने ढाका के केरानीगंज इलाके में मिला था. हमने उस दौरान उसकी साफ़ सफाई में मदद की. इसके बाद जब हमने यह वीडियो शेयर किया तो वीडियो देखकर उसके परिवार के लोगों ने हमसे संपर्क किया. इस दौरान हमें पता चला कि उक्त शख्स का नाम रेजाउल करीब है और वह मुस्लिम परिवार से ही संबंध रखता है. लेकिन वह शख्स फिर से गायब हो गया. हम और उसके परिवार के लोग उक्त शख्स को ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं “.
Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह साफ़ है कि वायरल दावा गलत है. बांग्लादेश के कुछ युवाओं ने सड़क पर घूम रहे मुस्लिम व्यक्ति को साफ़ सुथरा करने के उद्देश्य से उसके बाल काटे थे.
Result: False
(न्यूजचेकर बांग्लादेश और न्यूजचेकर बांग्ला के इनपुट्स के साथ )
Our Sources
Video uploaded by Street Humanity of Bangladesh youtube account on 28th oct 2024
Videos by Mahbub creation 4 facebook account
Telephonic Conversation with Mahbub Sorkar
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