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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का एक पोस्टर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। पोस्ट में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की एक तस्वीर लगी हुई है और उस पर लिखा है, ‘दिल्ली वालों बधाई हो, हमने कीर्तिनगर इंडस्ट्रियल एरिया में दस नए डस्टबिन की व्यवस्था की है।’ दावा है कि आम आदमी कूड़ेदान लगावाने का भी प्रचार कर रही है। दरअसल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अक्सर ही विज्ञापनों पर किए जाने वाले खर्चे को लेकर चर्चा में रहते हैं। विपक्ष भी केजरीवाल सरकार पर विज्ञापनों को लेकर हमलावर रहता है। विपक्ष लंबे समय से ये आरोप लगाता आ रहा है कि अरविंद केजरीवाल काम करने से ज्यादा प्रचार-प्रसार करने में विश्वास रखते हैं, वो हर साल विज्ञापनों पर करोड़ो रुपए खर्च करते हैं। पिछले साल बीजेपी ने एक आरटीआई के ज़रिए, दावा किया था कि अरविंद केजरीवाल ने कोरोना काल के 4 महीनों में 48 करोड़ रूपए विज्ञापनों पर खर्च किए थे। इतना ही नहीं, दिल्ली हाईकोर्ट ने भी कड़ा रुख अपनाते हुए केजरीवाल सरकार से विज्ञापन पर किए जाने वाले खर्च का हिसाब-किताब मांग था। इसी क्रम में ये दावा भी सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
हमारे द्वारा Crowd Tangle टूल की सहायता से किए गए एक विश्लेषण के मुताबिक, इस दावे को सैकड़ों लोगों ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है। ट्विटर पर बीजेपी कार्यकर्ता प्रवेश साहिब सिंह की पोस्ट को सबसे ज्यादा रिट्वीट और लाइक मिले हैं। लेख लिखे जाने तक, इस पोस्ट पर 1800 शेयर और 8100 लाइक्स थे।
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दिल्ली बीजेपी के मीडिया हेड नवीन कुमार जिंदल ने भी इस पोस्टर को शेयर किया है। लेख लिखे जाने तक नवीन कुमार की पोस्ट पर 1 हजार रिट्वीट और 3100 लाइक थे।
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Fact Check/Verification
वायरल तस्वीर का सच जानने के लिए हमने फोटो को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। लेकिन इस प्रकिया के दौरान हमारे हाथ कोई जानकारी नहीं लगी। इसके बाद हमने तस्वीर को दूसरे टूल के जरिए सर्च करने की कोशिश की, लेकिन एक बार फिर हमारे हाथ कोई जानकारी नहीं लगी। फिर हमने कुछ अन्य कीवर्ड्स के जरिए गूगल सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें Siddharth Setia नामक ट्विटर अकाउंट पर असली पोस्टर की तस्वीर मिली। Siddharth Setia ने असली पोस्टर की तस्वीर को शेयर करते हुए, वायरल तस्वीर को फोटोशॉप्ड बताया गया है। असली पोस्टर में कहा जा रहा है, ‘कोविड से पीड़ित परिवार के साथ दिल्ली सरकार।’
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने वायरल तस्वीर की तुलना असली पोस्टर की तस्वीर से की। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर में कई खामियां नजर आई। जैसे, वायरल पोस्टर पर लिखी गई लाइनों का एलाइमेंट सही नहीं है, वो टेढ़ी हैं। जबकि असली तस्वीर में ऐसा नहीं है।
अगर आप ध्यान से देखेगें, तो पाएगें की असली तस्वीर पर लिखे अक्षरों को नीले रंग से छुपाने की कोशिश की गई है। साथ ही पोस्टर पर लिखी गई लाइनों के सफेद रंग का कलर पोस्टर पर मौजूद दिल्ली सरकार के लोगो के कलर से काफी अलग है।
हमने वायरल दावे की पूरी सच्चाई जानने के लिए, आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता राघव चड्ढा से बातचीत की, उन्होंने हमें बताया कि दिल्ली में इस तरह का कोई पोस्टर नहीं लगाया गया है। ये पोस्टर पूरी तरह से फर्जी है, बीजेपी जानबूझकर गलत खबर फैला रही है। इसके बाद हमने कीर्ति नगर के विधायक Shiv Charan Goel से संपर्क किया। उनके पीए ने हमें बताया, “वायरल पोस्टर पूरी तरह से फर्जी है। बीजेपी के नेता केजरीवाल की छवि खराब करने के लिए गलत अफवाहें फैला रहे हैं। पार्टी द्वारा ऐसा कोई पोस्टर नहीं लगवाया गया है, फिर भी हमने कीर्ति नगर के कई एरिया में जाकर चेक किया, लेकिन इस तरह का कोई पोस्टर नहीं लगा है।” हमें पड़ताल के दौरान उनके द्वारा किया गया ट्वीट भी मिला। ट्वीट में शिव चरण गोयल ने बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा को रिप्लाई करते हुए, पोस्टर को फर्जी और फोटोशॉप्ड बताया है।
Conclusion
हमारी पड़ताल में मिले तथ्यों के मुताबिक, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के वायरल पोस्टर को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। पोस्टर को एडिटिंग सॉफ्टवेयर के जरिए एडिट कर बनाया गया है।
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Result: Fabricated
Claim Review: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में 10 डस्टबिन लगवाने का पोस्टर लगाकर किया प्रचार। Claimed By: Kapil Mishra, BJP Fact Check: Fabricated |
Our Sources
Twitter –https://twitter.com/ethicalsid/status/1421705043464507396
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