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Claim
एक गांव में वोट मांगने गए कर्नाटक सीएम बसवराज बोम्मई की पिटाई हुई.
Fact
ये वीडियो 2018 का है जब बसवराज बोम्मई कर्नाटक के हावेरी जिले में हुए एक प्रदर्शन में घायल हो गए थे.
कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव संपन्न हुए हैं. नतीजे 13 मई को आएंगे. इसी बीच सोशल मीडिया पर कर्नाटक सीएम बसवराज बोम्मई का बताकर एक वीडियो काफी वायरल है. दावा किया जा रहा है कि बोम्मई एक गांव में वोट मांगने गए थे, जहां जनता ने उन्हें पीट दिया.
वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा जा रहा है, “#कर्नाटक के #सीएम को जूते और चप्पलों से पिटाई की गई एक गांव में जाकर वोट पूछने पर यह किसी न्यूज़ चैनल वाले ने अभी तक नहीं दिखाया copy ! यह देखिए वीडियो ….” वीडियो फेसबुक और ट्विटर पर काफी वायरल हो रहा है. चुनाव के बीच WhatsApp पर भी ये दावा शेयर किया जा रहा है.
Fact Check/Verification
कुछ कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें बसवराज बोम्मई के साथ मार-पीट होने का जिक्र हो. अगर ऐसा हुआ होता तो इसको लेकर इंटरनेट पर तमाम खबरें मौजूद होतीं. लेकिन ‘बोम्मई’, ‘विरोध प्रदर्शन’ जैसे कुछ कीवर्ड्स को सर्च करने पर हमें The Times of India की जनवरी 2018 में प्रकाशित हुई एक खबर मिली.
इस खबर के मुताबिक, कर्नाटक के हावेरी में 29 जनवरी 2018 को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर ऑफिस और पुलिस स्टेशन के सामने धरना प्रदर्शन किया था. उस समय राज्य में कांग्रेस की सरकार थी. बीजेपी ने ये विरोध, फसल बीमा के पैसे आने में देरी और कुछ अन्य मांगों को लेकर किया था. उस समय बसवराज बोम्मई शिगगांव सीट से विधायक थे और प्रदर्शन में शामिल थे.
बीजेपी कार्यकर्ताओं के आक्रामक होने पर पुलिस ने उन्हें कंट्रोल करने की कोशिश की, जिसमें बसवराज बोम्मई की आंख में चोट आई थी. कुछ बीजेपी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था. लेकिन इस रिपोर्ट में ऐसा नहीं लिखा गया है कि लोगों ने बोम्मई की पिटाई कर दी थी. इस घटना को लेकर कई और भी खबरें छपी थीं, जिन्हें यहां और यहां देखा जा सकता है.
हमें इसी घटना की एक वीडियो रिपोर्ट भी मिली. इस वीडियो रिपोर्ट को 29 जनवरी 2018 को ‘Public TV’ नाम के एक यूट्यूब चैनल द्वारा अपलोड किया गया था.
इस वीडियो को देखने से पता चलता है कि ये वायरल वीडियो का ही एक हिस्सा है, जो दूसरे एंगल से शूट किया गया है. वीडियो में बसवराज बोम्मई भी नजर आ रहे हैं. दोनों वीडियो को मिलाने पर हमें कुछ ऐसे क्लू मिले जिनसे ये कहा जा सकता है कि दोनों वीडियो एक ही विरोध प्रदर्शन के हैं.
वायरल वीडियो में काला चश्मा लगाए एक आदमी नजर आ रहा है, जो यूट्यूब वीडियो में भी देखा जा सकता है. दोनों वीडियो में बोम्मई के साथ एक गंजा आदमी भी दिख रहा है.
वायरल वीडियो में एक नीली रंग की बस भी दिख रही है जो यूट्यूब वीडियो में भी है. दोनों वीडियो में परपल शर्ट और गमछे में एक आदमी को देखा जा सकता है.
मामले को लेकर हमने हावेरी के एक स्थानीय पत्रकार फकीरय्या से भी बात की. उनका भी यही कहना था कि वायरल वीडियो अभी का नहीं, बल्कि 2018 का है, जब हावेरी में हुए विरोध प्रदर्शन में बोम्मई विधायक के तौर पर शामिल हुए थे.
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में ये साबित हो जाता है कि वायरल वीडियो के साथ भ्रामक दावा शेयर किया जा रहा है. वीडियो 2018 का है, अभी का नहीं. साथ ही ये दावा भी झूठा है कि बसवराज बोम्मई को लोगों ने पीट दिया.
Result: False
Our Sources
News published by Times of India on January 30, 2018
Video uploaded by Public TV on January 29, 2018
Conversation with a senior journalist from Haveri Mr Fakirya
Self Analysis
Inputs by Ishwarachandra B. G.
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