Authors
Claim
मुस्लिमों ने बांग्लादेश में बलात्कार के बाद हिंदू महिलाओं की हत्या कर दी.
Fact
वायरल दावा गलत है.
फर्श पर पड़ी लाशों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि मुस्लिमों ने बांग्लादेश में बलात्कार के बाद हिंदू महिलाओं की हत्या कर दी.
हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा गलत है. यह वीडियो जुलाई महीने में उत्तर प्रदेश के हाथरस में मची भगदड़ का है, जिसमें करीब 122 लोगों की मौत हो गई थी.
वायरल वीडियो करीब 1 मिनट का है, जिसमें फर्श पर कई महिलाओं की लाश पड़ी हुई दिखाई दे रही है. इस दौरान कुछ लाशों के बगल में उनके परिजन भी बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं.
वीडियो को वायरल दावे वाले कैप्शन के साथ शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है “बांग्लादेश में मुसलामानों ने 1 वर्ष से लेकर 70 वर्ष तक की आयु की औरतों के साथ बलात्कार कर उनकी हत्या कर दी”.
यह दावा फेसबुक पर भी वायरल है.
Fact Check/Verification
Newschecker ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए उसके कीफ्रेम की मदद से रिवर्स इमेज सर्च किया. इस दौरान हमें एक यूट्यूब अकाउंट से 3 जुलाई 2024 को अपलोड किया गया वीडियो मिला. इस वीडियो में वायरल वीडियो वाले दृश्य मौजूद थे.
वीडियो में मौजूद डिस्क्रिप्शन और हेडिंग में इसे उत्तर प्रदेश के हाथरस का बताया गया था, जहां भोले बाबा के सत्संग के बाद मची भगदड़ की वजह से करीब 122 लोगों की मौत हो गई थी. डिस्क्रिप्शन में यह भी बताया गया था कि यह घटना हाथरस जिले से 27 किलोमीटर दूर फुलरई गांव में हुई थी.
इसके बाद हमने संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया तो हमें 3 जुलाई 2024 को प्रकाशित दैनिक भास्कर की रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में भी वायरल वीडियो से मिलते-जुलते दृश्य मौजूद थे.
रिपोर्ट में बताया गया था कि 2 जुलाई 2024 को हाथरस के फुलरई गांव में सूरज पाल उर्फ़ भोले बाबा के सत्संग का आयोजन किया गया था. सत्संग के बाद सूरज पाल के चरणों की धूल लेने के दौरान भगदड़ मच गई और लोग इस दौरान एक दूसरे को रौंदने लगे. इसमें करीब 122 लोगों की मौत हो गई और करीब 150 से ज्यादा लोग घायल हो गए. यह हादसा इतना भयावाह था कि पास के सिकंदराराऊ CHC में 10 मिनट के अंदर ही शवों का ढेर लग गया था.
इसके अलावा हमें इससे जुड़ी जानकारी इंडिया टुडे की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट में मिली. इस रिपोर्ट में बताया गया था कि उत्तर प्रदेश सरकार ने इस घटना में एसआईटी को जांच के आदेश दिए थे. साथ ही इस घटना के आयोजकों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया था.
इंडिया टुडे की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट में मौजूद तस्वीर को ध्यानपूर्वक देखा तो हमें वायरल वीडियो वाले दृश्य भी देखने को मिले, जिसे नीचे मौजूद तस्वीर से समझा जा सकता है.
Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि वायरल वीडियो बांग्लादेश का नहीं, बल्कि जुलाई महीने में हाथरस में मची भगदड़ का है, जिसमें करीब 122 लोगों की मौत हो गई थी.
Result: False
Our Sources
Video uploaded by a YouTube channel on 3rd July 2024
Article Published by Dainik Bhaskar on 3rd July 2024
Article Published by India Today on 3rd July 2024
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in
फैक्ट-चेक और लेटेस्ट अपडेट्स के लिए हमारा WhatsApp चैनल फॉलो करें: https://whatsapp.com/channel/0029Va23tYwLtOj7zEWzmC1Z