Authors
An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.
Claim
फोटो एक बिहारी मजदूर की है, जिसे तमिलनाडु में हिंदी भाषा बोलने के चलते हिंसा का सामना करना पड़ा.
Fact
तस्वीर में दिख रहा घायल व्यक्ति बिहारी मजदूर नहीं बल्कि एक तमिलनाडु निवासी ही है, जो कुछ लोगों द्वारा किए गए हमले में घायल हो गया था.
तमिलनाडु में प्रवासी बिहारी मजदूरों के साथ हुई कथित हिंसा इस समय चर्चा में है. इससे जोड़कर सोशल मीडिया पर तमाम तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं. जांच में कई वीडियो पुराने व असंबंधित निकले हैं. तमिलनाडु पुलिस का भी कहना है कि बिहारी मजदूरों के साथ राज्य में कोई हिंसा नहीं हुई है और पुराने वीडियो शेयर करके अफवाह फैलाई जा रही है.
इसी मामले से जोड़ते हुए सोशल मीडिया पर घायल व्यक्ति की एक तस्वीर वायरल हो रही है. वायरल पोस्ट में यह बताने की कोशिश की गई है कि यह व्यक्ति भी एक बिहारी मजदूर है, जिसे तमिलनाडु में हिंदी भाषा बोलने के चलते हिंसा का सामना करना पड़ा. फेसबुक पर कई लोगों ने इस पोस्ट को शेयर किया है. तस्वीर में सड़क पर खड़े एक व्यक्ति के सिर से खून निकलता नजर आ रहा है.
Fact Check/Verification
वायरल फोटो को रिवर्स सर्च करने पर हमें तमिल भाषा में छपी बीबीसी की एक रिपोर्ट मिली. 13 फरवरी 2023 को प्रकाशित हुई इस खबर में वायरल फोटो मौजूद है. यह खबर उस समय तमिलनाडु के कोयंबटूर में हुए डबल मर्डर केस पर आधारित है. इस दौरान कोयंबटूर में 15 घंटों में दो मर्डर हुए थे, जिनमें से एक मृतक का नाम गोकुल था.
खबर में बताया गया है कि गोकुल और मनोज नाम के दो व्यक्ति 13 फरवरी की सुबह एक मामले की सुनवाई के चलते अदालत जा रहे थे. तभी उन पर एक गैंग ने हमला कर दिया. हमले में गोकुल की मौत हो गई और मनोज के सिर पर गहरी चोट आई. वायरल तस्वीर इसी मनोज की है.
कोयंबटूर का रहने वाला है तस्वीर में दिख रहा व्यक्ति
घायल मनोज की एक दूसरी तस्वीर ‘द हिंदू (तमिल)’ की एक खबर में भी छपी है. इस खबर में भी वही जानकारी दी गई है जो बीबीसी की खबर में है. साथ ही यह भी बताया गया है कि हमले में मारा गया गोकुल एक आदतन अपराधी था. दिसंबर 2021 में उस पर श्रीराम नाम के एक आदमी की हत्या करने का आरोप लगा था. पुलिस को संदेह है कि इसी का बदला लेने के लिए गोकुल की हत्या की गई.
तमिलनाडु में बिहारियों के साथ तथाकथित हिंसा के नाम पर वायरल
मामले पर प्रकाशित हुई द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि गोकुल कीरानाथम का रहने वाला था और उसका साथी मनोज सरवानाम्पत्ति का रहने वाला है. दोनों इलाके कोयंबटूर में ही आते हैं. इसके साथ ही द हिंदू (अंग्रेजी) की एक दूसरी रिपोर्ट में इस वारदात के वीडियो का एक स्क्रीनशॉट भी मौजूद है. यह वही वीडियो है जो पिछले कुछ दिनों से तमिलनाडु में बिहारियों के साथ हुई हिंसा के नाम पर वायरल हो रहा है.
तमिलनाडु पुलिस के डीजीपी भी इस वीडियो के बारे में बता चुके हैं कि यह कोयंबटूर का है और इसमें शामिल लोग कोयंबटूर के ही रहने हैं. इसका बिहारी प्रवासी मजदूर से कोई संबंध नहीं है. Newschecker ने भी इस वीडियो के साथ किए जा रहे दावे का खंडन करते हुए खबर प्रकाशित की है.
Conclusion
इस तरह हमारी जांच में यह स्पष्ट हो जाता है कि वायरल फोटो को झूठे दावे के साथ शेयर किया जा रहा है. तस्वीर में दिख रहा घायल व्यक्ति बिहारी मजदूर नहीं बल्कि एक तमिलनाडु निवासी ही है, जो कुछ लोगों द्वारा किए गए हमले में घायल हो गया था.
Result: False
Our Sources
Reports of BBC Tamil & The Hindu Tamil, published on February 13, 2023
Report of The Indian Express, published on February 14, 2023
Report of The Hindu, published on February 13, 2023
Tweet of Tamil Nadu Police
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