Authors
Claim
एक मुस्लिम मौलवी ने ‘जय श्री राम’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
Fact
यह एक व्यंगात्मक वीडियो है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि एक मुस्लिम मौलवी ‘जय श्री राम’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहा हैं। 19 सितंबर 2024 को शेयर किये गए फेसबुक पोस्ट (आर्काइव) में 1:28 मिनट का वीडियो शेयर किया गया है। वीडियो किसी साक्षात्कार का प्रतीत हो रहा है। वीडियो में एक मुस्लिम मौलवी जैसे कपड़ों में नजर आ रहा व्यक्ति ‘जय श्री राम’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग करता नजर आता है। पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, “इस वीडियो को इतना फैलाओ कि हर हिंदू के कान तक आवाज पहुंचे और भारत के प्रधानमंत्री मोदी जी तक बात पहुंचे। हर हिंदू को भारत माता की सौगंध है कि ये वीडियो बंद नहीं होगा। इस बेशर्म मुल्ला को जेल होनी चाहिए। प्यार से बोलो जय श्री राम। ”
यह दावा हमें हमारे व्हाट्सएप टिप-लाइन (9999499044) पर भी प्राप्त हुआ है।
Fact Check/Verification
दावे का सच जानने के लिए हमने सबसे पहले ‘एक मौलवी ने ‘जय श्री राम’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है’ कीवर्ड को गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें दावे की पुष्टि करती कोई आधिकारिक जानकारी या मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली।
अब हमने वायरल वीडियो के की-फ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया। इस प्रक्रिया में हमें यह वीडियो FACE TO FACE यूट्यूब चैनल से 21 अप्रैल, 2023 को शेयर किये गए पोस्ट में मिला। करीब 9 मिनट लम्बे इस वीडियो में वायरल वीडियो का हिस्सा भी नजर आता है।
‘कम्बख्त-तुद्दीन-नुओवैसी के साथ एक्सक्लूसिव साक्षात्कार’ कैप्शन के साथ शेयर किये गए इस वीडियो में कम्बख्त-तुद्दीन-नुओवैसी नामक व्यक्ति उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस्तीफे जैसी मांगे भी कर रहा है।
जांच में हमने पाया कि FACE TO FACE नामक यह यूट्यूब चैनल डॉ सईद रिज़वान अहमद नामक व्यक्ति का है। चैनल पर मौजूद अन्य वीडियो से मिलान करने पर हमने पाया कि मौलवी बताया जा रहा वायरल क्लिप में मौजूद व्यक्ति भी डॉ सईद रिज़वान अहमद हैं, जो कम्बख्त-तुद्दीन-नुओवैसी का किरदार निभा रहे हैं। चैनल पर बताया गया है कि फेस टू फेस यूट्यूब चैनल पर वकील डॉ. सैयद रिज़वान अहमद देश भर में होने वाली घटनाओं का विश्लेषण करते हैं। चैनल के ‘अबाउट‘ में लिखा है कि डॉ सैयद रिज़वान अहमद एक सामाजिक-धार्मिक-कानूनी-राजनीतिक टिप्पणीकार हैं। जांच के दौरान हमने पाया कि इस चैनल पर राष्ट्रवाद पर आधारित कई वीडियो पोस्ट किए गए हैं।
वीडियो पर गौर करने से स्पष्ट होता है कि इसमें असदुद्दीन ओवेसी की नकल की गई है। इस नकली साक्षात्कार का वीडियो झूठे दावों के साथ शेयर किया गया है। 28 नवंबर 2021 को इस यूट्यूब चैनल पर सैयद रिजवान अहमद द्वारा अपलोड किया गया असदुद्दीन से माफी मांगने का एक अन्य व्यंग्यपूर्ण वीडियो यहाँ देखा जा सकता है।
ज्ञात हो कि एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने 16 अप्रैल 2023 को अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या को लेकर उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा पर जुबानी हमला बोला था। उन्होंने इस घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे और मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की थी। इस पर प्रकाशित अन्य मीडिया रिपोर्ट्स को यहां, यहां और यहां देखें। ‘फेस टू फेस’ यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया वीडियो असदुद्दीन ओवैसी के इसी साक्षात्कार पर आधारित है। वायरल वीडियो में डॉ. सैयद रिजवान अहमद को ओवेसी के किरदार में दिखाया गया है।
Conclusion
जांच से हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि एक वर्ष पुराने व्यंग्यात्मक वीडियो को मुस्लिम मौलवी द्वारा ‘जय श्री राम’ नारे पर प्रतिबंध लगाने की मांग का बताकर शेयर किया जा रहा है।
Result: Satire
Our Sources
Google Search
Video uploaded by You tube channel Face to Face on April 21, 2023
Video uploaded by You tube channel Face to Face on November 18, 2021
News published by NDTV on April 16, 2023
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