शनिवार, नवम्बर 2, 2024
शनिवार, नवम्बर 2, 2024

होमFact Checkक्या दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने भ्रष्टाचार को सही बताया? अधूरा...

क्या दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने भ्रष्टाचार को सही बताया? अधूरा वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल है

Authors

A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया गया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा भ्रष्टाचार को सही बताया गया है.

पंजाब के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद भारतीय राजनीति में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) का कद और ज्यादा बढ़ गया है. पार्टी की लोकप्रियता बढ़ने के साथ इसके आलोचकों की संख्या में भी वृद्धि हुई है. जन लोकपाल बिल की मांग को लेकर India Against Corruption कैंपेन के दौरान पूर्व IRS (Indian Revenue Service) अधिकारी अरविंद केजरीवाल ने एक सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर खूब ख्याति बटोरी थी.

2012 में AAP के गठन के बाद 2015 में पहली बार पार्टी ने दिल्ली में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई. पूर्व में पार्टी के कुछ नेताओं के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे. इसी क्रम में सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया गया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा भ्रष्टाचार को सही बताया गया है.

Fact Check/Verification

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा भ्रष्टाचार को सही बताने के नाम पर शेयर किये जा रहे इस वीडियो की पड़ताल के लिए, हमने वीडियो के दृश्यों तथा इस पर लगे लोगो के आधार पर ‘भ्रष्टाचार चलते रहना चाहिए अर्थशास्त्री अरविंद केजरीवाल लोकमत’ कीवर्ड को गूगल पर ढूंढा. इस प्रक्रिया में हमें लोकमत द्वारा 8 मई, 2022 को प्रकाशित एक वीडियो प्राप्त हुआ.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा भ्रष्टाचार को सही बताया गया है.
गूगल सर्च से प्राप्त परिणाम

लोकमत द्वारा प्रकाशित वीडियो को गौर से सुनने पर हमने पाया कि वायरल वीडियो असल में इसी वीडियो का एक हिस्सा है. संस्था द्वारा प्रकाशित वीडियो में 1 घंटे 26 मिनट और 42 सेकंड पर अरविंद केजरीवाल को यह कहते सुना जा सकता है कि “मैंने एक भी अर्थशास्त्री को यह लिखते हुए नहीं देखा कि भ्रष्टाचार अगर चालू रहा तो देश बर्बाद हो जायेगा. भ्रष्टाचार चलते रहना चाहिए.”

असल में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह बयान उनके द्वारा चलाई गई मुफ्त योजनाओं की आलोचनाओं के जवाब में दिया है. लोकमत द्वारा प्रकाशित वीडियो में 1 घंटे 25 मिनट 56 सेकंड के बाद केजरीवाल कहते हैं, “ये नेताओं को सब कुछ मिले… आपको पता है… एक-एक नेता को 4-4 हजार यूनिट बिजली मुफ्त मिलती है. 4 हजार यूनिट तुमको हर महीने बिजली मुफ्त मिले तो कोई तकलीफ नहीं है. एक गरीब आदमी को 200 यूनिट बिजली मुफ्त मिल जाये तो सारे नेता चिल्लाते हैं. Freebie…Freebie…Freebie. अरे यार. नेताओं का सारा इलाज मुफ्त होता है… अमेरिका में इलाज करा कर आते हैं और अगर एक गरीब आदमी बेचारा सरकारी अस्पताल में उसको दवाईयां फ्री कर दी तो कहते हैं Freebie…Freebie…Freebie. और आजकल इन्होने बड़े-बड़े… मैं देख रहा हूं… अर्थशास्त्री आर्टिकल लिख रहे हैं अखबारों में… बड़े-बड़े अर्थशास्त्री… अगर Freebie का कल्चर चालू रखा तो देश बर्बाद हो जायेगा. मैंने एक भी अर्थशास्त्री को यह लिखते हुए नहीं देखा कि भ्रष्टाचार अगर चालू रहा तो देश बर्बाद हो जायेगा. भ्रष्टाचार चलते रहना चाहिए.”

चूंकि लोकमत द्वारा यह कार्यक्रम हाल ही में आयोजित किया गया था इसीलिए हमने आम आदमी पार्टी के सोशल मीडिया पेजों को भी खंगाला. इस प्रक्रिया में हमें यही वीडियो ‘आप’ के ट्विटर पेज और यूट्यूब पर भी प्राप्त हुआ.

Conclusion

इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा भ्रष्टाचार को सही बताने के नाम पर शेयर किया जा रहा यह दावा भ्रामक है. असल में केजरीवाल ने उनके द्वारा चलाई गई मुफ्त योजनाओं की आलोचनाओं के जवाब में यह बात कही थी, जिसका एक हिस्सा सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है.

Result: False Context/Missing Context

Our Sources

Video published by Lokmat on 8 May, 2022
Video published by AAP on on 8 May, 2022

किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044  या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in

Authors

A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Saurabh Pandey
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Most Popular