सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए दावा किया गया कि नेहरू ने एम्स नहीं बनवाया था। राजकुमारी अमृत कौर ने अपनी जमीन बेचकर एम्स का निर्माण कराया था जबकि नेहरू ने इसका विरोध किया था।
ट्वीट का आर्काइव यहाँ देखा जा सकता है।
kreately.in नामक एक वेबसाइट की खबर को टैग करते हुए बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने एक ट्वीट किया है। ट्वीट में उन्होंने AIMS की बात करते हुए दावा किया है कि इसका निर्माण राजकुमारी अमृता कौर ने कराया था जबकि जवाहरलाल नेहरू ने अस्पताल बनाये जाने का विरोध किया था। दावा है कि एम्स के निर्माण में नेहरू का कोई योगदान नहीं था। सोशल मीडिया पर यह दावा तेजी से शेयर किया जा रहा है।
ट्विटर पर वायरल हो रहे कई अन्य दावे यहाँ देखे जा सकते हैं।
Fact Check/Verification
क्या देश के सबसे प्रमुख अस्पताल एम्स को बनाये जाने का जवाहरलाल नेहरू ने विरोध किया था या फिर अस्पताल बनाये जाने में उनका कोई भी योगदान नहीं था? इसका सच जानने के लिए पड़ताल आरंभ की। सबसे पहले उस वेबसाइट को खंगालना शुरू किया जिसको टैग करते हुए कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया है। kreately के लिंक पर क्लिक करने के बाद इस वेबसाइट पर कई ऐसी खबरें देखने को मिलीं जिनमें कोई भी सत्यता नहीं थी यानि बिना जांच पड़ताल के ही प्रकाशित की गई हैं। मसलन WHO के बारे में भी कई सवाल किये गए हैं। वेबसाइट ने अपने about us पेज में unverified source का भी हवाला दिया है।


कुछ कीवर्ड्स के माध्यम से यह खोजने का प्रयास किया कि एम्स की स्थापना में राजकुमारी अमृता कौर का क्या योगदान था। इस दौरान कई मीडिया रिपोर्ट्स मिली जिसमें साफ़ किया गया है कि एम्स के निर्माण में राजकुमारी अमृता कौर का अभूतपूर्व योगदान था। एम्स का निर्माण होने के समय वे देश की स्वास्थ्य मंत्री थीं।

lallantop द्वारा प्रकाशित एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि एम्स की स्थापना के लिए राजकुमारी ने किस तरह से अथक प्रयास किया था।

नई दुनिया हिंदी ने भी एम्स की स्थापना में राजकुमारी कौर के योगदान की खबर प्रकाशित की है। लेख में बताया गया है कि किस तरह से राजकुमारी ने एम्स की स्थापना के लिए कार्य किया था।

News 18 द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में भी राजकुमारी अमृता कौर द्वारा एम्स की स्थापना में किए गए प्रयासों का जिक्र किया गया है।

दैनिक जागरण द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक राजकुमारी अमृता कौर देश की पहली महिला कैबिनेट मंत्री थीं। रिपोर्ट के मुताबिक उनका जन्म यूपी के लखनऊ में हुआ था। वे पंजाब के कपूरथला राजघराने की थीं। उनकी शिक्षा भी ब्रिटेन में हुई थी साथ ही उनके पिता ने ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया था। महात्मा गाँधी के संपर्क में आने के बाद उन्होंने गाँधी के निजी सचिव के रूप में 16 वर्षों तक कार्य किया था। एम्स की स्थापना के लिए राजकुमारी ने न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, पश्चिम जर्मनी, स्वीडन और अमेरिका से सहायता ली थी। साल 1950 में उन्हें WHO का अध्यक्ष बनाया गया था।

पड़ताल के दौरान PRAMO NEWS नामक एक वेबसाइट द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट मिली जिसमें वायरल दावे को सच बताया गया है। लेख को पूरा पढ़ने के बाद पता चला कि कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं है कि नेहरू ने एम्स का विरोध किया था। हालांकि हेडलाइन में इस बात का जिक्र जोर-शोर से किया गया है।
हमारी पड़ताल के दौरान यह तो पता चला कि राजकुमारी अमृता कौर का एम्स के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान था, लेकिन कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं किया गया है कि नेहरू ने एम्स बनाए जाने का विरोध किया था। पड़ताल के दौरान हमने एम्स की वेबसाइट को भी खंगाला। वेबसाइट पर साफ लिखा गया है कि एम्स जैसा संगठन बनाया जाय यह नेहरू का सपना था जिसमें राजकुमारी अमृता कौर का भी अहम योगदान था।

Conclusion
कपिल मिश्रा द्वारा किये गए दावे की पड़ताल के दौरान कई मीडिया रिपोर्ट्स का बारीकी से अध्ययन किया। इस दौरान पता चला कि एम्स की स्थापना में देश की पहली कैबिनेट मंत्री अमृता कौर का बेहद महत्वपूर्ण योगदान रहा था। लेकिन यह कह देना कि इस संस्थान का तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने विरोध किया था गलत है। हमारी पड़ताल में कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं मिलता कि नेहरू ने एम्स के निर्माण का विरोध किया था। कपिल मिश्रा ने ट्विटर पर भ्रामक जानकारी शेयर की है।
Result
Misleading
Sources
AIMS- https://www.aiims.edu/en/intro_about_aiims.html
News 18- https://www.news18.com/news/buzz/while-crediting-nehru-for-aiims-lets-not-forget-theres-a-woman-behind-indias-finest-hospital-2755765.html
nai dunia- https://www.naidunia.com/national-princess-amrit-kaur-laied-the-foundation-of-aiims-know-her-profile-1591754
Dainik Jagran- https://www.jagran.com/blogs/politics/first-female-indian-cabinet-minister/
Ndtv- https://khabar.ndtv.com/news/zara-hatke/amrit-kaur-birth-anniversary-unknown-facts-1807645
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