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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.
शिवसेना नेता संजय राउत के नाम पर बने एक पैरोडी ट्विटर हैंडल तथा कई अन्य ने यह दावा किया कि लखनऊ में संविदा पर रखे गए पुलिस कर्मियों की स्थायी तौर पर नियुक्त पुलिस कर्मियों ने जमकर पिटाई कर दी.
ऐसे ही तमाम अन्य दावे यहां देखे जा सकते हैं.
फेसबुक पर भी इस दावे को कई लोगों ने शेयर किया है जिसे यहां देखा जा सकता है.
उत्तर प्रदेश में संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि लखनऊ में स्थायी तौर पर नियुक्त पुलिस कर्मियों द्वारा संविदा पर नियुक्त पुलिस कर्मियों की पिटाई का मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया. आमतौर पर पुलिस प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए बल प्रयोग करती है लेकिन प्रदर्शनरत अगर स्वयं पुलिसकर्मी हो तो ऐसे में मामला थोड़ा दिलचस्प हो जाता है और यही दिलचस्पी इस दावे को चर्चा का विषय बनाती है.
वीडियो का सच जानने के लिए हमने सबसे पहले वीडियो को की- फ्रेम्स में बांटा और एक की-फ्रेम की सहायता से गूगल सर्च किया.
सर्च परिणाम में हमने पाया कि वायरल वीडियो को पब्लिक ऐप नामक एक वेबसाइट पर ‘merajwalikhan’ नामक एक यूजर के द्वारा डाला गया है जिसे अब तक लगभग 70 हजार लोगों ने देखा है.
अब हमने उसी की-फ्रेम को अन्य कीवर्ड्स की सहायता से गूगल पर तलाशा पर हमें ज्यादा जानकारी नही मिल पाई. फिर हमने “पुलिस द्वारा संविदा पुलिस कर्मियों की पिटाई’ कीवर्ड के साथ उक्त की-फ्रेम को गूगल पर ढूँढा. पर इससे भी हमें ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई. फिर हमने “पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे संविदा पुलिस कर्मियों को पीटा” कीवर्ड के साथ गूगल सर्च किया जिसके बाद हमें इस वीडियो से संबंधित कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हुईं।.
आज तक में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार झारखण्ड के रांची में पक्की नौकरी के लिए सहायक पुलिस कर्मियों ने विरोध प्रदर्शन किया था जहां बवाल बढ़ने पर पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा.
आज तक की रिपोर्ट में वायरल वीडियो हमें नहीं मिल पाया था. वायरल वीडियो की तलाश में हमने एक बार फिर गूगल सर्च का सहारा लिया. इस बार हमने आज तक की रिपोर्ट के आधार पर “रांची पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे सहायक पुलिसकर्मियों को पीटा” कीवर्ड की सहायता से गूगल सर्च किया. गूगल सर्च से प्राप्त परिणामों में हमे ना सिर्फ मामले की पूरी जानकारी मिली बल्कि वायरल वीडियो भी मिल गया.
नवभारत टाइम्स की इस रिपोर्ट में घटना के विवरण के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो भी प्रकाशित किया गया है. नवभारत टाइम्स ने घटना की जानकारी देते हुए लिखा है “झारखंड की राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में पिछले आठ दिन से आंदोलनरत 2200 से अधिक अनुबंध सहायक पुलिसकर्मी शुक्रवार को उग्र हो गए। अनुबंध सहायक पुलिसकर्मी बैरिकेटिंग तोड़कर राजभवन का घेराव करने के लिए आगे बढ़ने लगे। पुलिस वालों ने प्रदर्शनकारी अनुबंध सहायक पुलिस कर्मियों को रोकने के लिए लाठी चार्ज और आंशू गैस का प्रयोग किया। वहीं अनुबंध सहायक पुलिसकर्मी ने भी पथराव किया। दोनों ओर से हुई इस कार्रवाई में दर्जनों पुलिसकर्मी व सहायक पुलिसकर्मी घायल हो गए।”
इसके बाद हमें ‘The Lallantop’ द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट प्राप्त हुई जिसमे घटना के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है.
https://www.thelallantop.com/videos/lathi-charge-at-assistant-police-personnel-in-ranchi/
‘The Lallantop’ की ही एक अन्य रिपोर्ट में इस पूरे मामले पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पक्ष भी प्रकाशित किया गया है. इस रिपोर्ट के अनुसार मुख्यमंत्री ने मामले पर बोलते हुए कहा, “सहायक पुलिस के विषय में हमारी सोच सकारात्मक है. लाठी चार्ज क्यों हुआ मैंने देखा नहीं है. और मैं उनसे ये अनुरोध भी करूंगा की आप सभी लोग अपनी इस मांग को सरकार के समक्ष रख सकते हैं लेकिन किसी भी तरह की गैर कानूनी कदम उठायेंगे तो सरकार उस पर भी समझौता नहीं करेगी. वो अपनी बात सरकार के समक्ष रखें, सरकार उनकी बात सुनेगी.”
इसके बाद हमें समाचार एजेंसी ANI द्वारा किया गया एक ट्वीट भी मिला जिसमे वायरल वीडियो भी मौजूद है. उक्त ट्वीट में भी ऊपर दी गई मीडिया रिपोर्ट्स से मिलता जुलता विवरण ही दिया गया है.
हमारी पड़ताल में यह सिद्ध होता है कि स्थायी पुलिस कर्मियों द्वारा संविदा पुलिस कर्मियों की पिटाई का यह मामला झारखण्ड के रांची का है जहां पक्की नौकरी की मांग के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे सहायक पुलिस कर्मियों को राज्य की पुलिस द्वारा बल पूर्वक रोकने का प्रयास किया गया.
Result: Misleading
Sources:
Aaj Tak: https://www.aajtak.in/india/jharkhand/story/jharkhand-police-lathi-charge-at-protesters-over-the-demand-of-the-regularisation-of-their-jobs-1131931-2020-09-19
The Lallantop: https://www.thelallantop.com/videos/lathi-charge-at-assistant-police-personnel-in-ranchi/
ANI: https://twitter.com/ANI/status/1306926464651022338
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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.