Authors
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया गया कि किसान आंदोलन में प्रदर्शनकारियों से मिलने के बाद Zee News चैनल के एक रिपोर्टर का ज़मीर जाग उठा और उसने चैनल से इस्तीफा दे दिया.
किसान आंदोलन शुरू होने के बाद से ही प्रदर्शनकारियों में एक विचारधारा विशेष के प्रति कथित रूप से झुकाव रखने वाले मीडिया संस्थानों के प्रति आक्रोश है. सुनने में तो यह थोड़ा अटपटा सा लगता है कि एक पत्रकार जिससे निष्पक्ष होकर सिर्फ और सिर्फ खबर दिखाने की अपेक्षा की जाती है वह किसी विचारधारा विशेष के प्रति झुकाव रखता है. आपने अकसर देखा होगा कि सोशल मीडिया या टीवी पर खबरें दिखाने वाले संस्थान कथित तौर पर वामपंथी या दक्षिणपंथी या कांग्रेस और अन्य दलों की वकालत करते रहते हैं. ऐसे में इन विचारधाराओं के समर्थक किसी चैनल विशेष को पसंद या नापसंद कर सकते हैं. कुछ ऐसा ही हमें किसान आंदोलन के साथ देखने को मिला जब कथित तौर पर दक्षिणपंथी विचारधारा के प्रति झुकाव रखने वाले मीडिया और न्यूज़ संस्थानों को आंदोलन कवर करने में दिक्कते आई क्योंकि प्रदर्शनकारी किसानों का दावा है कि ये चैनल उनके आंदोलन को गलत ढंग से पेश कर रहें हैं. इसी क्रम में सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया गया कि किसान आंदोलन कवर करने पहुंचे Zee News के एक पत्रकार का जमीर जागा तो उसने तत्काल चैनल से इस्तीफा देकर किसान आंदोलन का समर्थन कर दिया.
Fact Check/Verification
हमारे एक पाठक ने हमारे आधिकारिक WhatsApp नंबर पर एक ट्वीट भेजकर वायरल हो रहे वीडियो की सत्यता जानने का अनुरोध किया था। जिसके बाद हमने वीडियो में वॉटरमार्क के रूप में लिखे यूजरनेम को ट्रैक कर वह इंस्टाग्राम पोस्ट ढूंढा जहां इस वीडियो को सबसे पहले पोस्ट किया गया था. बता दें कि इस वीडियो को पिछले 2 दिनों में 1 लाख से भी ज्यादा लोगों ने देखा है तो वहीं 16 हजार से अधिक लोगों ने इस वीडियो को लाइक भी किया है.
इसके बाद हमने पाया कि वायरल वीडियो में वॉटरमार्क के रूप में ‘News Hint’ का लोगो लगा हुआ है.
इसके बाद हमने News Hint नामक यूट्यूब चैनल का रुख किया जहां हमें उनके चैनल पर वायरल वीडियो का पूरा हिस्सा मिला. बता दें कि इसी 10 मिनट 26 सेकंड के वीडियो का एक छोटा हिस्सा शेयर कर यह दावा किया जा रहा है कि पत्रकार ने माइक फेंककर Zee News से इस्तीफा दे दिया.
उक्त यूट्यूब वीडियो को देखने के बाद हमें यह पता चला कि Zee News का एक रिपोर्टर गाज़ीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों का पक्ष जानने की कोशिश कर रहा था. इसी दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने रिपोर्टर से किसान आंदोलन को लेकर चैनल द्वारा कही गई कई बातों पर जवाब माँगना शुरू कर दिया. रिपोर्टर बार-बार प्रदर्शनकारियों को यही समझाता रहा कि वह चैनल का एक साधारण सा कर्मचारी है जो यह फैसला नहीं कर सकता कि चैनल क्या कंटेंट चलायेगा और क्या नहीं.
बता दें कि वीडियो में रिपोर्टर को कई अपमानजनक बातें भी कही गई हैं, मसलन रिपोर्टर को कुत्ता कहने के बाद एक प्रदर्शनकारी कहता है कि ‘जहां हड्डी मिलेगी कुत्ता वही जायेगा…”. पूरे वीडियो के दौरान जहां रिपोर्टर प्रदर्शनकारियों को अपनी मजबूरी समझाता है वहीं प्रदर्शनकारी चैनल द्वारा चलाई जा रही खबर को लेकर रिपोर्टर को घेरते नजर आते हैं. हालाँकि वीडियो के शुरुआत को छोड़ दिया जाये तो हमें पूरी वीडियो में कहीं पर भी रिपोर्टर द्वारा माइक फेंककर रिपोर्टिंग बंद करने की घटना का पूरा क्लिप नहीं दिखा. पूरा वीडियो देखने के बाद हमें यह भी पता चला कि रिपोर्टर ने ना तो चैनल से इस्तीफा दिया और ना ही उसने चैनल के बारे में कोई गलत टिपण्णी की. रिपोर्टर पूरी वीडियो में अपनी मजबूरी बताते हुए रिपोर्टिंग करने की इच्छा व्यक्त करता है. लेकिन प्रदर्शनकारियों के ना मानने पर वह अपने साथी को रिपोर्टिंग बंद करने को कहता है.
हालांकि उपरोक्त यूट्यूब वीडियो का टाइटल और थंबनेल पर लिखा गया टेक्स्ट कुछ ऐसा है जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि पत्रकार अपनी रिपोर्टिंग पर शर्मिंदा है तथा अपनी इच्छा के अनुसार किसान आंदोलन में भाग लेना चाहता है. जबकि वीडियो में 8 मिनट 56 सेकंड के बाद उक्त यूट्यूब चैनल के रिपोर्टर को खुद यह कहते सुना जा सकता है कि, “देखिये गाज़ीपुर बॉर्डर पर हम मौजूद थे. यहां पर Zee News के जो रिपोर्टर हैं वो रिपोर्टिंग करने आये थे। लेकिन लोगों ने उन्हें भगा दिया कि……” बता दें कि थंबनेल और टाइटल में भ्रामक जानकारी के साथ शेयर किये गए इस यूट्यूब वीडियो को अब तक 8 लाख से भी अधिक लोग देख चुके हैं.
Conclusion
इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि Zee News के उक्त रिपोर्टर ने जमीर जागने के बाद चैनल से इस्तीफा नहीं दिया और ना ही चैनल पर शर्मिंदा होकर उसके खिलाफ कोई बात कही.
Result: Misleading
Sources
YouTube video published by News Hint
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