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Fact Check
ये दीपू चंद्र दास हैं, जिन्हें बांग्लादेश की पुलिस ने भीड़ के हवाले कर दिया था.
वायरल दावा गलत है. यह वीडियो बांग्लादेश में मॉब लिंचिंग का शिकार हुए दीपू चंद्र दास का नहीं है.
पुलिस की गिरफ्त में रोते-बिलखते और छोड़ने की गुहार लगाते एक शख्स का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. दावा किया जा रहा है कि ये मॉब लिंचिंग का शिकार हुए दीपू चंद्र दास हैं, जिन्हें बांग्लादेश की पुलिस ने भीड़ के हवाले कर दिया.
हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि यह वीडियो नवंबर 2025 का है जब ढाका पुलिस ने बांग्लादेश के संस्थापक राष्ट्रपति शेख मुजीबुर रहमान के आवास पर प्रदर्शन करने पहुंचे छात्रों पर लाठीचार्ज किया था. वीडियो में दिख रहे छात्र का नाम अब्दुल मोमिन है.
बीते गुरुवार को बांग्लादेश के मयमनसिंह जिले के भालुका में कथित ईशनिंदा के आरोप में भीड़ ने एक हिंदू युवक दीपू चंद्र दास को पीट-पीटकर मार डाला. हत्या के बाद भीड़ ने शव को पेड़ से बांधकर आग के हवाले कर दिया. हालांकि, बांग्लादेश की रैपिड एक्शन बटालियन के कंपनी कमांडर मोहम्मद शम्सुज्जमान ने बांग्लादेशी अखबार ‘द डेली स्टार’ को बताया कि दीपू दास के खिलाफ ईशनिंदा का कोई सबूत नहीं मिला.
वायरल वीडियो 40 सेकेंड का है, जिसमें पुलिस एक युवक को पकड़ कर ले जाती हुई दिख रही है. इस दौरान वह युवक फोन पर किसी से बात करते हुए बांग्ला में यह कहता हुआ सुनाई दे रहे हैं कि भाई मुझे ये लोग मार देते लेकिन डीसी साहब ने आकर बचा लिया. वीडियो के अंत में एक वरीय पुलिस अधिकारी युवक को वहां से जाने के लिए कहते हुए दिखाई दे रहे हैं.
वीडियो को X पर वायरल दावे वाले कैप्शन के साथ शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है कि “दीपू चंद्र दास रोते रहा गिड़गिड़ाते रहा. लेकिन बांग्लादेश पुलिस ने उसे कट्टरपंथी मुसलमानों के हाथों मरने के लिए सौंप दिया. दीपू बार बह बार बोल रहा था. सर मैं निर्दोष हूं, सर मैं निर्दोष हूं, सर मैंने कुछ भी ग़लत नही किया. फिर भी बांग्लादेश पुलिस जो मुसलमानों से भरी हुई है, उन्होंने कट्टरपंथी मुसलमानों को सौंप दिया”.

दीपू चंद्र दास को बांग्लादेश की पुलिस द्वारा भीड़ के हवाले किए जाने के दावे से वायरल इस वीडियो की पड़ताल में कीफ्रेम की मदद से रिवर्स इमेज सर्च करने पर यह वीडियो एक बांग्लादेशी न्यूज पोर्टल के फेसबुक अकाउंट से 18 नवंबर 2025 को अपलोड किया हुआ मिला. वीडियो को ध्यानपूर्वक देखने पर हमें उसके टी-शर्ट के आगे वाले हिस्से पर ढाका कॉलेज का लोगो और सेशन 22-23 लिखा हुआ दिखाई दिया. इसके अलावा टी-शर्ट के पिछले हिस्से पर मोमिन नाम लिखा हुआ दिखाई दिया. वीडियो के साथ मौजूद कैप्शन में भी लिखा हुआ था, “ढाका कॉलेज के इस छात्र को क्या हुआ?”

ऊपर मिली जानकारी के आधार पर कीवर्ड सर्च किया तो हमें दो अन्य बांग्लादेशी न्यूज पोर्टल्स बांग्ला न्यूज और वार्ता बाजार के फेसबुक अकाउंट से भी 17 नवंबर 2025 को अपलोड किया हुआ वीडियो मिला, जिनमें वायरल वीडियो वाले दृश्य मौजूद थे. दोनों ही वीडियो के साथ मौजूद कैप्शन में बताया गया था कि पुलिस ने ढाका कॉलेज के छात्रों पर लाठीचार्ज किया था और ये दृश्य उसी दौरान के थे.

इसके अलावा, हमें एक अन्य बांग्लादेशी फेसबुक अकाउंट से भी इस घटना का अलग एंगल से लिया गया वीडियो मिला, जिसमें वरीय पुलिस अधिकारी उस युवक को रिक्शा पर बिठाते और रिक्शा वाले को पैसा देते हुए दिखाई दे रहे हैं. वीडियो के साथ मौजूद कैप्शन में उक्त वरीय अधिकारी को डीसी मसूद बताया गया था. कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मसूद आलम रमना डिविजन के डिप्टी पुलिस कमिश्नर हैं.

जांच में हमें एक अन्य बांग्लादेशी न्यूज पोर्टल के फेसबुक अकाउंट से 18 नवंबर 2025 को अपलोड किया गया वीडियो मिला. वीडियो में वह युवक डीसी मसूद आलम और प्रेस की मौजूदगी में अपना नाम अब्दुल मोमिन और खुद को ढाका कॉलेज का छात्र बताता हुआ नजर आ रहा है.

कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 17 नवंबर 2025 को बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को इंटरनेशनल क्राइम्स ट्राइब्यूनल द्वारा मौत की सजा सुनाए जाने वाले दिन प्रदर्शनकारी शेख मुजीबुर रहमान के घर धानमंडी 32 पर बुलडोजर लेकर पहुंचे थे. उनका मकसद घर को ढहाना था, जिसके बाद पुलिस ने उनको तितर-बितर करने के लिए उनपर लाठीचार्ज किया था.
हमने अपनी जांच के दौरान ढाका मेट्रोपोलिटन पुलिस के असिस्टेंट आईजी शादात हुसैन से भी संपर्क किया. उन्होंने बताया कि यह घटना धानमंडी 32 पर हुए प्रदर्शन के दौरान की है और दीपू चंद्र दास की हत्या मयमनसिंह में हुई थी. ये दोनों अलग-अलग घटनाएं हैं”.
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि दीपू चंद्र दास को बांग्लादेश की पुलिस द्वारा भीड़ के हवाले किए जाने के दावे से वायरल यह वीडियो, नवंबर महीने में धानमंडी 32 पर हुए प्रदर्शन के दौरान का है.
(Additional Inputs from Mahmudul Rifat, Newschecker BD)
Our Sources
Video uploaded by bhorer kagoj on 18th Nov 2025
Video uploaded by Barta Bazar on 17th Nov 2025
Video uploaded by a Facebook account on 17th Nov 2025
Telephonic Conversation with DHAKA POLICE Assistant IG Shadat Hossain
JP Tripathi
December 24, 2025
Runjay Kumar
December 23, 2025
JP Tripathi
December 23, 2025