Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
सोशल मीडिया पर एक खबर वायरल हो रही है। जानकारी दी गई है कि आफ़ताब आलम नामक एक कैब चालक जो बुलंदशहर से सवारी छोड़कर गुड़गाँव वापस लौट रहे थे 3 लोग उनकी गाड़ी रुकवाकर जबरन बैठ गए। पोस्ट में जानकारी दी गयी है कि कैब चालक से उन लोगों ने जय श्री राम बोलने और दारू पीने को कहा था। मना करने पर पिटाई की गई जिससे उनकी मौत हो गई।
ट्वीट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
वायरल दावे को सोशल मीडिया पर कई अन्य यूज़र्स ने भी खूब शेयर किया है।
Fact check / Verification
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे दावे पर पड़ताल आरम्भ की। पड़ताल के दौरान हमने वायरल पोस्ट में शेयर की जा रही व्यक्ति की तस्वीर को खोजना शुरू किया।
पड़ताल के दौरान हमें ‘Theindianexpress.com’ नाम की वेबसाइट पर भी मामले से संबंधित एक लेख मिला। रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है कि खबर नोएडा से है जहां एक कैब चालक की हत्या कर दी गयी है। इस हत्या पर कैब चालक के सुपुत्र ने हत्यारों पर आरोप लगाया है कि हत्यारों ने उनके पिता को ‘जय श्री राम’ का नारे लगाने के लिए मजबूर किया था। इस दौरान आफ़ताब के बेटे ने बताया है कि उनके पास इस घटना की रिकॉर्डिंग भी है।
वायरल दावे की सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने अपनी पड़ताल जारी रखी। इस दौरान खोज में हमें मामले से संबंधित अमर उजाला की वेबसाइट पर प्रकाशित एक लेख मिला। लेख के मुताबिक ग्रेटर नोएडा के बादलपुर इलाके में रविवार रात बदमाशों ने आफताब की हत्या कर दी। बादलपुर कोतवाली पुलिस को आफताब मोहन स्वरूप अस्पताल के पास बुरी तरह घायल हालत में मिले थे।
जिसके बाद पुलिस ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आफताब के परिजनों ने हत्या व लूट की रिपोर्ट दर्ज कराई है। लेकिन इस दौरान लेख में जय श्री राम के नारे लगाने वाली बात का कहीं कोई जिक्र नहीं किया गया है।
लेख में बताया गया है कि पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी बादलपुर के आसपास के ही निवासी हैं। लुहारली टोल से कैब निकलने के दौरान आरोपियों का टोल कर्मियों से भी विवाद हुआ था। आरोपी खुद को स्थानीय बता रहे थे। पुलिस का कहना है कि टोल के सीसीटीवी में आरोपियों की तस्वीर कैद हुई है। जिसकी मदद से पुलिस आरोपियों की पहचान करने में लगी है।
उपरोक्त मिली जानकारी की पुष्टि के लिए हमने कैब चालक आफताब की हत्या वाली खबर को नोएडा पुलिस के ट्विटर हैंडल पर खंगालना शुरू किया। इस दौरान ट्विटर पर नरेंद्र ठाकुर द्वारा किये गए ट्वीट के रिप्लाई में हमें नोएडा कमिश्नर का बयान मिला। जहाँ कमिश्नर ने बताया कि कुछ अज्ञात व्यक्तियों को आफताब ने कैब में बिना बुकिंग के बैठाया था। पुलिस के मुताबिक वही लोग आफ़ताब को लूटकर उसे घायल अवस्था में छोड़कर भाग गए थे। जब पुलिस ने आफताब को अस्पताल में भर्ती कराया तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस के ट्वीट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
ट्विटर पर हमें नोएडा पुलिस कमिश्नर का एक वीडियो भी मिला जहां उन्होंने उक्त मामले पर उपरोक्त पोस्ट में दी गयी जानकारी की पुष्टि की है। साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि घटना बुलंदशहर की होने के बावजूद उन्होंने नोएडा में मामले की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
नोएडा पुलिस कमिश्नर का वीडियो यहाँ देखें।
वायरल दावे की पड़ताल के दौरान हमें नोएडा पुलिस का एक और ट्वीट मिला। जहां पुलिस ने जानकारी दी है कि उनके परिजनों द्वारा जिस रिकॉर्डिंग का जिक्र किया जा रहा है, उसे भी पुलिस ने संज्ञान में लिया है, लेकिन मृतक को कोई भी नारा लगाने के लिए नहीं कहा गया है।
Conclusion
वायरल दावे की पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से पता चला कि वायरल दावा भ्रामक है, आफताब की किसी अज्ञात व्यक्तियों द्वारा हत्या की गयी है। आरोपियों की शिनाख़्त करने के लिए पुलिस की तफ्तीश अभी जारी है। किन्तु पुलिस की प्राथमिक पड़ताल के मुताबिक आफताब की हत्या में किसी भी प्रकार का कोई सांप्रदायिक रंग नहीं है। पुलिस के अनुसार मृतक से जय श्री राम के नारे नहीं लगवाए गए। यह मामला लूट का है। जहां आरोपी आफताब के पैसे और मोबाइल लूटकर उसे घायल अवस्था में छोड़कर भाग गए।
Result:Misleading
Our Sources
https://www.amarujala.com/delhi-ncr/delhi-cab-driver-aftab-alam-murdered-in-greater-noida?pageId=1
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.