Authors
Claim
यह वीडियो हल्द्वानी का है। 20 साल पहले हल्द्वानी की मुस्लिम जनसंख्या एक प्रतिशत थी जो अब बढ़कर बीस प्रतिशत हो गयी है।
Fact
यह वीडियो हरिद्वार के ज्वालापुर का है। करीब बीस साल पहले हल्द्वानी की मुस्लिम जनसंख्या 16.15 प्रतिशत थी। बीस साल में इसके बीस प्रतिशत बढ़ जाने के कोई आंकड़े मौजूद नहीं हैं।
सोशल मीडिया पर एक ईदगाह के बाहर की भीड़ का वीडियो वायरल है। एक एक्स (पूर्व में ट्विटर) पोस्ट के साथ दावा किया गया है कि 20 वर्ष पहले हल्द्वानी की मुस्लिम जनसंख्या एक प्रतिशत थी जो अब बढ़कर बीस प्रतिशत हो गयी है।
लकी वैष्णव (Luckky Vaishnav) नामक एक्स (पूर्व में ट्विटर) यूजर ने ईदगाह के बाहर दिख रही भीड़ वाले वीडियो के साथ लिखा है कि ”20 साल पहले हल्द्वानी में 1% मुस्लिम आबादी थी। अब यह लगभग 20% है। जागो हिंदुओं, इससे पहले कि तुम्हारे लिए बहुत देर हो जाए। #उत्तराखंड”
इस वायरल पोस्ट का आर्काइव यहाँ देखें।
बीते 8 फरवरी को उत्तराखंड के हल्द्वानी स्थित बनभूलपुरा इलाके में एक मदरसे को प्रशासन द्वारा हटाने के प्रयास के बाद वहां हिंसा भड़क गई। पुलिस और स्थानीय लोगों में हुई झड़प के बाद कई लोग घायल भी हो गए। इसके बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी किए थे। अभी तक इस हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई है और तीन की हालत गंभीर है। इसी बीच यह वीडियो वायरल हो रहा है।
Fact Check/ Verification
हमने हल्द्वानी में मुस्लिम जनसंख्या को लेकर शेयर किए गए दावे की पड़ताल के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी की गयी जनगणना सूची की मदद ली। censusindia.gov.in पर दिए गए डाटा के अनुसार, 2001 में हल्द्वानी की कुल जनसंख्या 4,97,869 थी। कुल जनसंख्या में से 80,436 लोग मुस्लिम समुदाय से थे। यह कुल जनसंख्या का 16.15 प्रतिशत है। इसका मतलब यह हुआ कि साल 2001 में हल्द्वानी में मुस्लिम समुदाय की जनसंख्या कुल आबादी की 1 प्रतिशत होने का दावा बेबुनियाद है।
अब हमने साल 2024 में हल्द्वानी की जनसंख्या के आंकड़ों को ढूढ़ना शुरू किया, लेकिन हमें इसपर कोई जानकारी नहीं मिली क्योंकि भारत सरकार द्वारा आखिरी बार साल 2011 में जनगणना की गयी थी। 2011 के आंकड़ों के अनुसार, हल्द्वानी की कुल जनसंख्या 3,64,129 है और इसमें से मुस्लिम जनसंख्या 67,559 है। 2011 के आंकड़ों के अनुसार कुल जनसंख्या का 18.55 प्रतिशत हिस्सा मुस्लिम समुदाय का था।
अब हमने दावे के साथ शेयर किए गए वीडियो की पड़ताल शुरू की। वीडियो के की-फ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया, जिससे सोशल मीडिया पर हमें 2022 के ऐसे कई पोस्ट मिले जहाँ इस स्थान को ज्वालापुर, हरिद्वार बताया गया है।
इस जानकारी के आधार पर हमने कुछ कीवर्ड्स को गूगल सर्च किया, जिसके परिणाम में हमें 3 मई 2022 की भारतवर्ष24×7 द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो जैसे दृश्य मौजूद हैं। बतौर रिपोर्ट यह वीडियो ज्वालापुर ईदगाह का है, जहां ईद के मौके पर हज़ारों लोगों द्वारा नमाज़ अदा की गई थी।
पड़ताल में आगे हमने ज्वालापुर हरिद्वार के ईदगाह को गूगल स्ट्रीट-व्यू पर खोजा। मिलान करने पर देखा जा सकता है कि वायरल वीडियो हरिद्वार स्थित ज्वालापुर ईदगाह का ही है। वायरल और प्राप्त रिपोर्ट में मौजूद वीडियो में दिख रही ईदगाह की बनावट, चारदीवारी और दीवारों का रंग एक है।
Conclusion
अपनी जांच से हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि वायरल दावा गलत है। साल 2001 में हल्द्वानी की मुस्लिम जनसंख्या कुल आबादी की 1 प्रतिशत नहीं थी। इसके अलावा, पोस्ट में मौजूद वीडियो भी हल्द्वानी का नहीं है।
Result: False
Sources
https://censusindia.gov.in/census.website/data/census-tables
Google Earth Street View
News Report by Bharatvarsh 24/7
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