Authors
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.
हरियाणा के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू और उनके रिश्तेदारों के ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम छापा मार रही है। इसी बीच सोशल मीडिया पर बलराज कुंडू को लेकर दावा किया जा रहा है कि उन्होंने कुछ दिन पहले ही सरकार के खिलाफ जाकर अपना समर्थन वापस लिया था। यही कारण है कि बलराज कुंडू के घर पर आयकर विभाग की रेड पड़ रही है। दावा यह भी किया गया है कि निर्दलीय विधायक ने किसान आंदोलन के समर्थन में सरकार से अपना समर्थन वापस लिया है।
पोस्ट से जुड़ा आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।
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Fact Check/Verification
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें Bhaskar, News18, Outlook, Amar ujala और Indian Express पर वायरल दावे के सम्बन्ध में प्रकाशित की गई रिपोर्ट्स मिली।रिपोर्ट्स के मुताबिक बलराज कुंडू ने हाल फिलहाल नहीं बल्कि तकरीबन एक साल पहले यानि पिछले साल फरवरी में खट्टर सरकार से समर्थन वापस ले लिया था।
पड़ताल के दौरान हमें Punjab Kesari Haryana के यूट्यूब चैनल पर बलराज कुंडू का एक वीडियो मिला। जिसे 28 फरवरी 2020 को पोस्ट किया गया था। इस वीडियो में बलराज कुंडू समर्थन वापस लेने का पत्र दिखाते हुए कह रहे हैं कि ‘मैं अपना समर्थन खट्टर सरकार से वापस ले रहा हूं। मैं इस सरकार के साथ अब और काम नहीं कर सकता। मैंने ये कदम कई कारणों की वजह से उठाया है।’ गौरतलब है कि पिछले साल मुख्यमंत्री के बजट भाषण से पहले ही बलराज कुंडू ने सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था। साथ ही राज्यपाल और स्पीकर को समर्थन वापस लेने का पत्र भी सौंप दिया था।
क्यों वापस लिया समर्थन ?
पिछले साल फरवरी में बलराज कुंडू ने समर्थन वापस लेने की वजह भ्रष्टाचार बताई थी। बलराज कुंडू का कहना था कि मैंने एक ईमानदार सरकार और एक ईमानदार मुख्यमंत्री को समर्थन दिया था। लेकिन यहां ऐसा नहीं है। मैने प्रदेश में दो बड़े घोटालों का खुलासा किया था और इसकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री जी को सौंपी थी। जिसमें एक सहकारिता विभाग का 3300 करोड़ का घोटाला था। तो वहीं दूसरा शहरी स्थानीय निकाय विभाग का 1500 करोड़ रुपए का घोटाला था। लेकिन सीएम मनोहर लाल खट्टर ने सदन में घोटाला करने वालों को क्लीन चिट दे दी। जिससे में आहत हुआ हूं। मैं भ्रष्टाचारियों का समर्थन नहीं करता हूं और ना ही मैं ऐसी सरकार का समर्थन करता हूं।
क्या मौजूदा किसान आंदोलन के समर्थन में विधायक ने वापस लिया था समर्थन?
सोशल मीडिया पर कई यूजर्स यह भी दावा करते नजर आ रहे हैं कि हरियाणा के निर्दलीय विधायक ने मौजूदा किसान आंदोलन के समर्थन में सरकार से अपना समर्थन वापस लिया है। यह दावा गलत है। ऊपर हमने अपने लेख में यह साफ किया है कि विधायक ने एक साल पहले ही सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए समर्थन वापसी की घोषणा कर दी थी। हालांकि कुंडू ने मौजूदा किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए टिकरी बॉर्डर पर एक रसोई की शुरुआत भी की थी। लेकिन यह कहना सही नहीं है कि उन्होंने किसानों के आंदोलन के चलते सरकार से किनारा किया था।
Conclusion
हमारी पड़ताल में मिले तथ्यों के मुताबिक बलराज कुंडू को लेकर सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा भ्रामक है। बलराज कुंडू ने हाल-फिलहाल में नहीं बल्कि पिछले साल फरवरी में सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था। जिसके पीछे का कारण बलराज कुंडू ने सरकार का भ्रष्टाचारियों को समर्थन देना बताया था।
Result: False
Our Sources
Youtube – https://www.youtube.com/watch?v=fABVbHTM24w
Indian Express – https://indianexpress.com/article/india/haryana-meham-mla-balraj-kundu-manohar-lal-khattar-haryana-corruption-6291296/
Amar ujala – https://www.amarujala.com/chandigarh/mla-balraj-kundu-withdraw-support-from-haryana-government
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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.