रविवार, दिसम्बर 22, 2024
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आंध्र प्रदेश की महिला एस.आई की तस्वीर को IAS टॉपर बताकर सोशल मीडिया में किया गया शेयर

Authors

A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Claim-

बंगाल भाजपा के प्रदेश महासचिव ने सोशल मीडिया पर एक गरीब परिवार की कुछ तस्वीरें शेयर की हैं। जहां एक तस्वीर में एक माता-पिता और उनकी बेटी को देखा जा सकता है। तस्वीर में वह अपनी बेटी को कुछ खिलाते हुए दिख रहे हैं। वहीं दूसरी तस्वीर में एक झोपड़ी की फोटो को शेयर किया गया है। तस्वीर शेयर करने वाले यूज़र का दावा है कि युवती का नाम रेवथी है जिसने IAS की परीक्षा में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। इसी ख़ुशी में उनके माता-पिता उन्हें मिठाई खिलाकर जश्न मना रहे हैं।

ट्वीट के आर्काइव लिंक को यहाँ देखें।

फैक्ट चेक

ट्विटर पर वायरल किये जा रहे दावे की सत्यता जानने के लिए हमने अपनी पड़ताल आरम्भ की। पड़ताल के दौरान हमने तस्वीर को Google पर रिवर्स इमेज सर्च के माध्यम से खोजा। जहां हमने पाया कि वायरल तस्वीर को सोशल मीडिया पर वायरल दावे के साथ कई अन्य यूज़र्स ने भी शेयर किया है।

इस दौरान हमने पाया कि वायरल तस्वीर साल 2017 से ही इंटरनेट डोमेन पर मौजूद है। लिहाजा वायरल तस्वीर का सच जानने के लिए हमने साल 2017 में घोषित किये गए आईएएस परीक्षाओं के परिणामों को Google पर खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें UPSC की सरकारी वेबसाइट पर साल 2017 में घोषित किये गए आईएएस परीक्षा के परिणाम प्राप्त हुए। इस दौरान आईएएस परीक्षा को पास करने वाले छात्रों के नाम की सूची प्राप्त हुई। जहां हमने पाया कि तीसरे स्थान पर रेवथी का नाम नहीं बल्कि किसी गोपालकृष्ण रॉननकी का नाम छपा है।

IAS exam results declared

रेवथी की तस्वीर का सत्य जानने के लिए हमने अपनी पड़ताल जारी रखी। इस दौरान हमने तस्वीर को बारीकी से Google पर Yandex टूल की मदद से दोबारा खोजा। खोज के दौरान प्राप्त परिणामों में हमें वायरल तस्वीर के साथ ट्वीटर पर किये गए एक रिप्लाई के ट्वीट का लिंक मिला।

Result of Yandex Search

इस दौरान लिंक को क्लिक करने के बाद हमने पाया कि ट्वीट में लिखा गया है कि इस महिला का आंध्र प्रदेश के एस.आई के लिए चयन हुआ है। हालांकि जिस ट्वीट के रिप्लाई में यह लिखा गया है वह असल में डिलीट हो चुका है।

इसके बाद हमने कुछ संबंधित कीवर्ड्स के माध्यम से Google पर वायरल युवती की तस्वीर को फिर से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें एक अन्य भाषा की वेबसाइट पर प्रकाशित एक लेख में वायरल तस्वीर प्राप्त हुई। Google translator की मदद से हमने जाना कि युवती का नाम ‘माथि वेंकेट रेवाथी’ है, जो आंध्रप्रदेश के ‘कृष्णा’ जनपद की रहने वाली हैं। साथ ही वेबसाइट में यह भी बताया गया है कि रेवाथी ने कॉलेज पूरा करने के बाद आंध्र प्रदेश की पुलिस परीक्षा दी थी। जहां उन्हें एस आई के लिए चयनित कर लिया गया था।

उपरोक्त वेबसाइट पर मिली जानकारी की पुष्टि के लिए हमने Google पर और बारीकी से खोजा। इस दौरान हमें आंध्र प्रदेश के साल 2016 में चयनित किये एस.आई परीक्षा के परीक्षार्थियों के नाम की सूची प्राप्त हुई। जहां माथि वेंकेट रेवाथी का नाम भी प्राप्त हुआ।

Provisional Selection list for the post of S.I (A.P) Results
Provisional Selection list for the post of S.I (A.P) Results

कई टूल्स और कीवर्ड्स की मदद से खोजने पर यह पता चलता है कि वायरल तस्वीर में दिखने वाली युवती IAS टॉपर नहीं बल्कि आंध्रप्रदेश की SI परीक्षा में चयनित की गयी माथि वेंकेट रेवाथी हैं।

Tools Used 

  • Google translator
  • Google Search
  • Reverse Image Search

Result: Misleading

(किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044  या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in)

Authors

A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Nupendra Singh
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

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