Authors
Claim
कुरान जलाने के झूठे मामले में अध्यापिका बनने की इच्छा रखने वाली 27 वर्षीय अफगानी महिला फरखुंदा की बेरहमी से हत्या कर दी गई.
Fact
यह दावा भ्रामक है. असल में 19 मार्च 2015 को फरखुंदा मलिकज़ादा नामक महिला की कुरान नष्ट करने के झूठे आरोप में बेहरमी से हत्या कर दी गई थी. हत्या के एक वर्ष बीत जाने पर एक मानवाधिकार समूह ने काबुल में उनकी हत्या की घटना का नाट्य रूपांतरण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी थी. वायरल वीडियो इसी कार्यक्रम का है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर इसे कुरान जलाने के झूठे मामले में अध्यापिका बनने की इच्छा रखने वाली 27 वर्षीय अफगानी महिला फरखुंदा की बेरहमी से हत्या का बताया जा रहा है.
Newschecker के पूर्व विश्लेषणों के अनुसार, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे दावों में एक बड़ा हिस्सा ऐसे दावों का होता है, जिनमें किसी पुरानी घटना के वीडियो या तस्वीर को हाल-फिलहाल का बताकर शेयर किया जाता हो या किसी दूसरी घटना के वीडियो को किसी असंबंधित घटना का बताकर शेयर किया जाता हो. तालिबान के कब्जे के बाद अफ़ग़ानिस्तान में महिलाओं की स्वतंत्रता के अधिकार को लेकर कई अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं ने चिंता व्यक्त की है. इसी क्रम में सोशल मीडिया यूजर्स एक वीडियो शेयर कर इसे कुरान जलाने के झूठे मामले में अध्यापिका बनने की इच्छा रखने वाली 27 वर्षीय अफगानी महिला फरखुंदा की बेरहमी से हत्या का बता रहे हैं.
Fact Check/Verification
कुरान जलाने के झूठे मामले में अध्यापिका बनने की इच्छा रखने वाली 27 वर्षीय अफगानी महिला फरखुंदा की बेरहमी से हत्या के नाम पर शेयर किए जा रहे इस वीडियो की पड़ताल के दौरान हमने पाया कि इस पर ‘Radio Free Europe/Radio Liberty’ टेक्स्ट के साथ एक लोगो लगा हुआ है.
उपरोक्त जानकारी की सहायता से वायरल वीडियो के एक की-फ्रेम को ‘Radio Free Europe Radio Liberty’ कीवर्ड्स के साथ गूगल पर ढूंढने पर हमें Radio Free Europe/Radio Liberty द्वारा 17 मार्च 2016 को प्रकाशित एक लेख प्राप्त हुआ. लेख में वीडियो को 27 वर्षीया फरखुंदा मलिकज़ादा (Farkhunda Malikzada) की बेरहमी से हत्या का नाट्य रूपांतरण बताया गया है.
लेख के अनुसार, साल 2015 के मार्च महीने में फरखुंदा मलिकज़ादा नामक महिला की कुरान नष्ट करने के झूठे आरोप में बेहरमी से हत्या कर दी गई थी. हत्या के एक वर्ष बीत जाने पर एक मानवाधिकार समूह ने काबुल में उनकी हत्या की घटना का नाट्य रूपांतरण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी थी.
लेख में मौजूद वीडियो के कैप्शन ‘Afghan Activists Relive The Killing Of Farkhunda’ को गूगल पर ढूंढने पर हमें यह जानकारी मिली कि संस्था ने 17 मार्च 2016 को वायरल वीडियो को यूट्यूब पर भी शेयर किया था. बता दें कि यूट्यूब वीडियो के शीर्षक तथा विवरण में भी वीडियो को फरखुंदा की बेरहमी से हत्या का नाट्य रूपांतरण ही बताया गया है.
बता दें कि साल 2021 में फरखुंदा की हत्या की एक तस्वीर भ्रामक दावे के साथ शेयर की गई थी, जिसके बाद Newschecker ने वायरल दावे की पड़ताल की थी.
Conclusion
इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि कुरान जलाने के झूठे मामले में अध्यापिका बनने की इच्छा रखने वाली 27 वर्षीय अफगानी महिला फरखुंदा की बेरहमी से हत्या के नाम पर शेयर किया जा रहा यह दावा भ्रामक है. असल में 19 मार्च 2015 को फरखुंदा मलिकज़ादा नामक महिला की कुरान नष्ट करने के झूठे आरोप में बेहरमी से हत्या कर दी गई थी. हत्या के एक वर्ष बीत जाने पर एक मानवाधिकार समूह ने काबुल में उनकी हत्या की घटना का नाट्य रूपांतरण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी थी. वायरल वीडियो इसी कार्यक्रम का है.
Result: Missing Context
Our Sources
Article published by Radio Free Europe/Radio Liberty on 17 March 2016
YouTube video published by Radio Free Europe/Radio Liberty on 17 March 2016
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