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केंद्र सरकार द्वारा बनाये गए नए कृषि कानून के बाद सोशल मीडिया (social media) पर नए-नए दावे देखने को मिल रहे हैं। इस समय सोशल मीडिया पर नए कृषि बिल को लेकर कहा जा रहा है, कि पीएम मोदी ने इस नए कानून को अडानी (adani group) और अंबानी को फायदा पहुंचाने के लिए बनाया है।
यहां पढ़ें – अडानी से जुड़ी खबरों के फैक्ट चैक
सोशल मीडिया पर इस समय यूजर्स अडानी ग्रुप (adani group) की कंपनियों की एक लिस्ट शेयर कर रहे हैं। साथ ही यह दावा कर रहे हैं कि अडानी की ये सारी कंपनियां नए कृषि बिल (farmer bill) के आने से ठीक एक साल पहले 2019 की हैं।
वायरल दावे का आर्काइव यहां देखा जा सकता है।
Fact Check/Verification
वायरल पोस्ट में दी गई तस्वीर को जब हमने ध्यान से देखा, तो हमने पाया कि इस फोटो में कंपनियों का डीआईएन यानि डायरेक्ट आइडेंटिफिकेशन नंबर दिया गया है। इसके बाद हम इस वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर्स की वेबसाइट पर गए। वहां पर जब हमने डीआईएन नंबर के जरिए चेक किया तो अडानी ग्रुप (adani group) की सभी कंपनियों के नाम सामने आ गए।
लिस्ट के सामने आने के बाद हमें पता चला कि ये कंपनियां साल 2019 की नहीं है। बल्कि ये सारी कंपनियां अलग-अलग साल की हैं, जिनमें से ज्यादातर कंपनियां साल 2018 से पहले शुरू की गई हैं। वायरल फोटो में सभी कंपनियों के सामने 2019 इसलिए लिखा दिख रहा है, क्योंकि ये वो तारीख है, जब अमित मलिक को अडानी कंपनी का डायरेक्टर नियुक्त किया गया था.
Conclusion
कृषि बिल से जोड़कर सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही अडानी ग्रुप की कंपनियों की ये वायरल फोटो गलत है। अडानी ग्रुप की कंपनियों का कृषि बिल से कोई संबंध नहीं है, ये सभी कंपनियां 2018 से पहले शुरू की गई हैं।
Result: False
our sources
Minstry of corporate affairs – https://www.mca.gov.in/mcafoportal/checkCompanyName.do
Adani group – https://www.zaubacorp.com/company/ADANI-AGRI-LOGISTICS-PANIPAT-LIMITED/U63030GJ2017PLC095073
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