शुक्रवार, दिसम्बर 20, 2024
शुक्रवार, दिसम्बर 20, 2024

HomeFact Checkये हैं देश की पहली बंजारन महिला कलेक्टर? फर्जी है यह दावा

ये हैं देश की पहली बंजारन महिला कलेक्टर? फर्जी है यह दावा

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Viral News

शेयरचैट पर कई यूजर्स ने एक मैसेज शेयर किया है जिसमें कहा जा रहा है कि देश की पहली बंजारन महिला कलेक्टर श्रीमती शोभा राठौड़ ने अपनी पारम्परिक वेशभूषा में रांची में पदभार ग्रहण किया। सबसे ख़ास बात यह है कि इस चित्र में बंजारों वाली वेशभूषा में बैठी युवती दिख रही है। खबर इतनी रुचिकर है कि बड़ी संख्या में लोग इसे शेयर कर रहे हैं।

Investigation

हमने चित्र को क्रॉप करके गूगल रिवर्स सर्च किया जिसके बाद हमें कई सोशल मीडिया हैंडल दिखे जिन्होंने इसे शेयर किया था उन्ही में से एक ट्वीट यहां पढ़ा जा सकता है।

अब बारी थी खबर की तह तक जाने की। काफी पड़ताल के बाद भी जब इस महिला के बतौर कलेक्टर शपथ लेने के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली तो हमने रांची की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर सच जानने की कोशिश की। रांची की आधिकारिक वेबसाइट पर न तो ये नाम था न ही इस महिला की तस्वीर। ज्यादा जानकारी के लिए इस लिंक को पढ़ा जा सकता है।

ये तो साबित हो गया कि फैलाई जा रही ख़बर फर्जी है लेकिन हमने पड़ताल जारी रखी ये जानने के लिए कि आखिर ये महिला है कौन? बहुत तलाशलने पर हमें यूट्यूब के कुछ लिंक मिले जिनमें यही तस्वीर शामिल थी। इन वीडियो के मुताबिक इस महिला का नाम पारूबाई सुरेश जाधव है।

और ढूंढने पर हमेें शेयरचैट का एक पोस्ट भी दिखा जिसमें इस तस्वीर के साथ जानकारी थी कि पारूबाई सुरेश जाधव जो कि गोर धर्म प्रचारक हैं उन्हें  आदर्श महिला पुरस्कार से सम्मानित किया गया है जिसे लेने वो अपनी पारंपरिक वेशभूषा में पहुंची।

Result: Fake

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

JP Tripathi
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Most Popular