Authors
An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.
हिजाब विवाद के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने लगा है, जिसमें भगवा झंडा लिए सैकड़ों लोगों के हुजूम को एक पुल पर से गुजरते देखा जा सकता है. वीडियो में नारेबाजी भी सुनाई दे रही है. दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो कर्नाटक का है. इसे इस तरह से पेश किया गया है कि कर्नाटक में शुरू हुए हिजाब विवाद के बाद हिंदू लड़कों ने भगवा रैली निकाली.
ट्वीट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
हिजाब विवाद की शुरुआत 1 जनवरी 2022 को हुई जब कर्नाटक के उडुपी के एक सरकारी कॉलेज में हिजाब पहनकर गई कुछ मुस्लिम लड़कियों को कक्षा में घुसने से मना कर दिया गया. इसको लेकर छात्राओं ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. यह बात तब और बढ़ गई जब हिजाब के जवाब में कर्नाटक के कुछ शैक्षणिक संस्थाओं में हिंदू छात्र भगवा शॉल पहनकर चले गए. कुछ जगह हिंदू छात्रों ने प्रदर्शन भी किया.
इसके बाद यह मामला बढ़ता ही चला गया, जिसकी वजह से कर्नाटक में कई जगह उपद्रव देखने को मिला. लड़ाई हिजाब बनाम भगवा की हो गई. अब इस बात का फैसला कर्नाटक हाई कोर्ट करेगी कि स्कूल-कॉलेजों में हिजाब पर पाबंदी रहेगी या नहीं. इसी मामले की आड़ में यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
Fact Check/Verification
वायरल वीडियो को इन-विड टूल की मदद से रिवर्स सर्च करने पर हमें 9 अगस्त 2017 की एक फेसबुक पोस्ट मिली. इस पोस्ट में वायरल वीडियो से मिलती-जुलती एक तस्वीर मौजूद थी. तस्वीर में वही इमारतें, पुल और रैली देखी जा सकती है जैसा कि वायरल वीडियो में नजर आ रहा है. इस पोस्ट को “मराठी क्रांति मोर्चा” नाम के एक फेसबुक पेज से शेयर किया गया था.
इसके बाद कुछ कीवर्ड्स से खोजने पर हमें “जी 24 तास” न्यूज चैनल का भी एक यूट्यूब वीडियो मिला, जिसमें वायरल वीडियो वाली जगह देखी जा सकती है. इस वीडियो में भी पुल पर भगवा झंडा लिए लोगों की भीड़ नजर आ रही है. इस वीडियो को 9 अगस्त 2017 को अपलोड किया गया था. साथ में बताया गया था कि ये मुंबई का वीडियो है, जहां मराठा समुदाय ने पुलिस की देखरेख में मार्च निकाला.
“मुंबई मिरर” की एक फोटो गैलरी में भी इसी तस्वीर को दिखाया गया है. यहां भी फोटो के साथ लिखा है कि यह अगस्त 2017 की तस्वीर है, जब मुंबई में मराठा मोर्चा की रैली निकली थी.
“अमर उजाला” और “आज तक” की खबरों के अनुसार, मराठा क्रांति मोर्चा एक शांतिपूर्ण आंदोलन था, जिसे महाराष्ट्र के कई जिलों से निकाला गया था. इस आंदोलन की शुरुआत जुलाई 2016 में हुई थी जब अहमदनगर जिले के कोपड़ी में गैंगरेप व हत्या की एक की घटना सामने आई. मराठा समाज के लोगों ने आरोपियों को मौत की सजा देने की मांग की थी. साथ ही, मराठा समुदाय के लोगों ने नौकरी में आरक्षण मिलने की भी मांग उठाई थी.
इसके बाद कई महीनों तक यह आंदोलन चलता रहा और 9 अगस्त 2017 को इसकी गूंज मुंबई में सुनी गई. लाखों की संख्या में मराठा मुंबई में एकजुट हुए और रैली निकाली। यह वीडियो भी इसी मोर्चे का हिस्सा है.
Conclusion
हमारी जांच में यह बात साबित हो जाती है कि सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो कर्नाटक का नहीं बल्कि मुंबई का है. इसके अलावा, वीडियो सालों पुराना है और इसका हिजाब विवाद से कोई संबंध नहीं है.
Result: False Context/False
Sources
Facebook post of “Maratha Kranti Morcha”
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An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.