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Fact Check
भारत में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों ने भयावह स्थिति पैदा कर दी है। हर दिन कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों ने कई राज्यों की स्वास्थ्य व्यवस्था को पस्त कर दिया है। महाराष्ट्र से लेकर यूपी तक के अस्पतालों में बेड की मारामारी, शमशान घाट में चिताओं का अंबार और ऑक्सीजन की कमी देखने को मिल रही है।
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक अस्पताल की तस्वीर काफी वायरल हो रही है। तस्वीर में एक खस्ताहाल बेड पर तीन मरीज देखे जा सकते हैं। बेड पर दो मरीज लेटे हुए हैं, जबकि एक ऑक्सीजन मास्क लगाकर बैठा हुआ है। जिनमें से एक महिला है, जबकि दो मरीज पुरुष हैं। इस तस्वीर को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि ये तस्वीर गुजरात के एक अस्पताल की है।
तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा गया है कि, ‘विकास का मॉडल कहे जाने वाले गुजरात के अस्पताल का ये हाल है। ये तस्वीर उसी गुजरात की है जहाँ सबसे बड़ा स्टेडियम और सबसे बड़ा स्टैचू बनाने पर करोड़ों खर्च किया गया है! उसी गुजरात में एक ही बेड पर दो मर्द और एक औरत का इलाज चल रहा है!’
पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।
CrowdTangle पर मिले डाटा के मुताबिक वायरल तस्वीर को गुजरात के अस्पताल का बताकर सैकड़ों लोग सोशल मीडिया पर शेयर कर चुके हैं। @Rayaan41 की पोस्ट को सबसे ज्यादा रिट्वीट और लाइक मिले हैं।
लेख लिखे जाने तक @Rayaan41 की पोस्ट को 218 लाइक्स और 157 शेयर मिले थे। जबकि फेसबुक हिंद के मुसलमानों की आवाज़ नामक पोस्ट को सबसे ज्यादा शेयर और लाइक किया गया है। पोस्ट को 800 लाइक्स और 600 शेयर मिले थे। वायरल पोस्ट से जुड़े आर्काइव लिंक को यहां और यहां देखा जा सकता है।
वायरल तस्वीर का सच जानने के लिए हमने फोटो को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें ये वायरल तस्वीर पत्रकार मेघा सहित कई वेरिफाइड ट्विटर हैंडल्स पर मिली। जिसे 15 अप्रैल 2021 को पोस्ट किया गया था। जहां पर इस तस्वीर को गुजरात के अस्पताल का नहीं बल्कि महाराष्ट्र के नागपुर के एक अस्पताल का बताया गया है।
वायरल तस्वीर का सच जानने के लिए गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर से जुड़ी एक रिपोर्ट News18 की वेबसाइट पर मिली। इस रिपोर्ट के मुताबिक नागपुर के सरकारी जीएमसी अस्पताल की हालात इतनी खराब थी कि, वहां पर एक बेड पर दो से तीन लोगों को रखा जा रहा था।
सर्च के दौरान हमें वायरल तस्वीर से जुड़ी एक और तस्वीर मिली। जिसे नागपुर के सरकारी जीएमसी अस्पताल का बताते हुए मंजीत मोहंती नाम के एक डॉक्टर ने ट्वीट किया था। जब हमने दोनों तस्वीरों की तुलना की तो पाया कि दोनों तस्वीरें इसी अस्पताल की हैं।
छानबीन के समय हमें नागपुर के सरकारी जीएमसी अस्पताल के कई वीडियो मिले। जिसमें एक बेड पर कई मरीजों को बैठे और लेटे हुए देखा जा सकता है। इस पूरे मामले को लेकर मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ अविनाश गवांडे का कहना है कि शहर की हालत बेहद खराब है। मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अस्पताल में नागपुर के अलावा अन्य राज्यों के मरीज भी आ रहे हैं।
जिसकी वजह से अस्पताल में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। हालांकि सर्च के दौरान हमने पाया कि सिर्फ महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि देश के हर राज्य की हालत लगभग यही है। ऐसा ही डराने वाला नजारा लगातार हर राज्यों में देखने को मिल रहा है।
हमारी पड़ताल में मिले तथ्यों के मुताबिक वायरल तस्वीर को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वायरल तस्वीर गुजरात के अस्पताल की नहीं बल्कि महाराष्ट्र के नागपुर के एक सरकारी अस्पताल की है। जिसे अब सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
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Claim Review: गुजरात के अस्पताल की है सोशल मीडिया पर वायरल हो रही यह तस्वीर। Claimed By: वायरल सोशल मीडिया पोस्ट Fact Check: False |
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