Newchecker.in is an independent fact-checking initiative of NC Media Networks Pvt. Ltd. We welcome our readers to send us claims to fact check. If you believe a story or statement deserves a fact check, or an error has been made with a published fact check
Contact Us: checkthis@newschecker.in
Fact Check
हर्ष मंदर ने मुसलमानों को सड़क पर उतरकर देश जलाने के लिए उकसाया.
वायरल वीडियो हालिया नहीं करीब पांच वर्ष पुराना है और एडिटेड है.
सोशल मीडिया पर पूर्व नौकरशाह और सामाजिक कार्यकर्ता हर्ष मंदर के एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि उन्होंने जहरीला भाषण दिया और मुसलमानों को सड़क पर उतरकर देश जलाने के लिए उकसाया.
हालांकि, हमने अपनीं जांच में पाया कि वायरल वीडियो करीब पांच साल पुराना है और एडिटेड है. असल वीडियो साल 2019 में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुए प्रदर्शन के दौरान का है.
वायरल वीडियो करीब 55 सेकेंड का है, जिसमें हर्ष मंदर यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि “ये लड़ाई सुप्रीम कोर्ट में भी नहीं जीती जाएगी. क्योंकि हमने सुप्रीम कोर्ट को देखा है, एनआरसी के मामले, अयोध्या के मामले में, कश्मीर के मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने इंसानियत, समानता और सेक्युलरिज्म की रक्षा नहीं की है. वहां हम कोशिश जरूर करेंगे, हमारा सुप्रीम कोर्ट है. लेकिन फैसला न संसद में न सुप्रीम कोर्ट में होगा. इस देश का क्या भविष्य होगा, आप लोग सब नौजवान हैं, आप अपने बच्चों को किस तरह का देश देना चाहते हैं. यह फैसला कहां होगा? एक…सड़कों पर होगा और हम सभी सड़कों पर निकले हैं.
यह वीडियो वायरल दावे वाले कैप्शन के साथ X पर शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है “गुजरात कैडर के IAS अधिकारी रह चुका हर्ष मंदर का जहरीला भाषण सुनिए. यह मुसलमानों की भीड़ में कह रहा है कि अब तुम्हें इस देश की संसद और सुप्रीम कोर्ट से कुछ नहीं मिलने वाला है क्योंकि तुम सब ने 370 और राम मंदिर पर देख लिया अब वक्त है कि सड़कों पर उतर जाओ और इस देश को जला डालो. यहां एक बात बताना महत्वपूर्ण है कि हर्ष मन्दर की सिर्फ एक ही बेटी है जो इस्लाम कबूल करके एक मुस्लिम से निकाह की है”.

यह वीडियो इसी तरह के दावे वाले कैप्शन के साथ फेसबुक पर भी शेयर किया गया है.

मुसलमानों को सड़क पर उतरकर देश जलाने के लिए उकसाते हर्ष मंदर के इस दावे वाले वीडियो की जांच में हमने संबंधित कीफ्रेम की मदद से रिवर्स इमेज सर्च किया. इस दौरान हमें कारवां-ए-मोहब्बत के यूट्यूब अकाउंट से 16 दिसंबर 2019 को जामिया मिल्लिया इस्लामिया में हर्ष मंदर द्वारा दिए गए भाषण का पूरा वीडियो मिला.

यह वीडियो वायरल वीडियो का लंबा और असल वर्जन था. यह वीडियो 15 दिसंबर 2019 को सीएए के खिलाफ जामिया के पास हुए प्रदर्शन में उपद्रवी भीड़ को खदेड़ने के दौरान पुलिस द्वारा यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी और अन्य जगहों पर लाठीचार्ज के एक दिन बाद आयोजित प्रदर्शन का था. इसी प्रदर्शन के दौरान हर्ष मंदर ने भी प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया था.
करीब 8 मिनट के इस वीडियो में हर्ष मंदर प्रदर्शनकारियों से संविधान और भाईचारा बचाने के लिए लड़ने को कहते हुए सुनाई दे रहे हैं. करीब 3 मिनट 15 सेकेंड से वह यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि “हम ये कहते हैं कि ये एक ही देश है हिन्दुस्तान और इस देश से, इस देश पर, इस देश के मुसलमान, हिंदू, सिख, ईसाई, बौद्ध, नास्तिक, आदिवासी, दलित, गरीब अमीर, महिला-पुरुष सबको हर तरह से बराबर का हक है और कोई किसी को जो आपसे यह सवाल पूछता है और आपके हक वापस लेने का दावा करता है. उनका विरोध ये पूरे देश में एक सैलाब शुरू हुआ है और ये अपने देश के संविधान और अपने संविधान की आत्मा, जो मोहब्बत है. जो बंधुता है उसको बचाने के लिए है. उसको बचाने के लिए हम लोग सब सड़क पर निकले हैं और निकले रहेंगे”.
आगे वे कहते हैं कि देखिए, ये लड़ाई संसद में नहीं जीती जाएगी. क्योंकि हमारे जो राजनीतिक दल हैं, जो अपने आप को सेक्युलर कहते हैं, उनमें उस तरह की नैतिक साहस नहीं रही लड़ने के लिए. ये लड़ाई सुप्रीम कोर्ट में भी नहीं जीती जाएगी, क्योंकि हमने सुप्रीम कोर्ट को देखा है पिछले एनआरसी के मामले में, अयोध्या के मामले में, कश्मीर के मामले में. सुप्रीम कोर्ट ने इंसानियत, समानता और सेक्युलरिज्म की रक्षा नहीं की है. वहां हम कोशिश जरूर करेंगे, हमारा सुप्रीम कोर्ट है, लेकिन फैसला ना संसद में, ना सुप्रीम कोर्ट में होगा. इस देश का क्या भविष्य होगा, आप लोग सब नौजवान हैं, आप अपने बच्चों को किस तरह का देश देना चाहते हैं. ये फैसला कहां होगा? एक सड़कों पर होगा लेकिन, उस और हम लोग सब सड़कों पर निकले हैं”.
इसके बाद हर्ष मंदर कहते हैं, “लेकिन सड़कों से भी बढ़के एक और जगह में इसका फैसला होगा. कौन सी जगह में इस लड़ाई का फैसला सबसे ज्यादा होगा- वो है अपने दिलों में, मेरे दिल में, आपके दिल में. हमें इसका जवाब अगर वो नफरत भरना चाहते हों, हम उसका जवाब अगर नफ़रत से हीं देंगे तो नफ़रत ही गहरा होगा. अगर देश में कोई अंधेरा कर रहा है और हम लोग कहेंगे कि हम और अंधेरा करेंगे लड़ने के लिए, तो अंधेरा तो और गहरा ही होगा. अगर अंधेरा है तो उसका सामना सिर्फ चिराग जलाने से है और पूरी बड़ी आंधी है, उसमें हम अपना चिराग जलाएंगे. उसी से यह अंधेरा ख़त्म होगा, इसलिए उनके नफ़रत का जवाब हमारे पास एक ही है, और वो है- मोहब्बत”.
अंत में हर्ष मंदर कहते हैं कि “वो हिंसा करेंगे, हिंसा के लिए हमें भड़काएंगे, हम हिंसा कभी ना करें. आप जरूर समझिए कि ये उनकी साजिश है आपको हिंसा के लिए भड़काएंगे. हम भड़केंगे, हम 2 प्रतिशत हिंसा करेंगे वो 100 प्रतिशत का जवाब देंगे. गांधी जी से हमने सीखा है कि हिंसा का और नाइंसाफी का जवाब, सबसे ज्यादा अपने अहिंसा से हमें लड़ना है. कभी भी किसी को भी आपको हिंसा के लिए और नफ़रत के लिए जो कोई भड़काए, वो आपका साथी नहीं है”.
जांच में हमने यह भी पाया कि हर्ष मंदर के गुजरात कैडर के पूर्व आईएएस होने वाला दावा भी फर्जी है. हर्ष मंदर की वेबसाइट और न्यूज रिपोर्ट के अनुसार, वे भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के 1980 बैच के अधिकारी थे और उन्हें मध्य प्रदेश कैडर आवंटित किया गया था और उन्होंने छत्तीसगढ़ में भी अपनी सेवाएं दी थी. लेकिन 2002 गुजरात दंगों के बाद उन्होंने आईएएस से इस्तीफा दे दिया था.

हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि वायरल वीडियो हालिया नहीं बल्कि, करीब पांच वर्ष पुराना है और एडिटेड है. असल वीडियो में उन्होंने मुसलमानों को सड़क पर उतरकर देश जलाने के लिए नहीं कहा था.
Our Sources
Video Uploaded by Karwan e Mohabbat YT account on 16th Dec 2019
Info Available on Harsh Mander Website
फैक्ट-चेक और लेटेस्ट अपडेट्स के लिए हमारा WhatsApp चैनल फॉलो करें: https://whatsapp.com/channel/0029Va23tYwLtOj7zEWzmC1Z
Runjay Kumar
November 29, 2025
Runjay Kumar
November 28, 2025
Runjay Kumar
November 27, 2025