Saturday, March 15, 2025
हिन्दी

Fact Check

क्या मौजूदा किसान आंदोलन की है सोशल मीडिया पर वायरल हो रही यह तस्वीर?

Written By Pragya Shukla
Jun 10, 2021
banner_image

कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू हुए किसान आंदोलन को 6 महीने पूरे हो चुके हैं। इसी के साथ किसानों ने आंदोलन को एक बार फिर से तेज कर दिया है। आंदोलन में शामिल होने के लिए हजारों की संख्या में किसान पानीपत से दिल्ली की तरफ आ रहे हैं। दरअसल कुछ समय पहले किसान नेता गुरमान सिंह चढूनी ने दिल्ली चलो का आह्रान किया था। जिसके बाद हजारों कि संख्या में किसान पानीपत के टोल प्लाजा पर दिल्ली जाने के लिए एकत्र हुए।

आंदोलन को लेकर किसान नेता गुरमान सिंह चढूनी का कहना है, “ये कृषि कानून नहीं, बल्कि व्यापारी कानून है। इन कानूनों से केवल पूंजीपतियों को ही फायदा पहुंचने वाला है। यही कारण है कि सरकार हमें 11 बार मीटिंग के बाद भी कृषि कानूनों से होने वाले लाभों के बारे में नहीं बता पाई है। हम लोग रूकने वाले नहीं हैं।” इसी बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। जिसमें हजारों की संख्या में लोग नजर आ रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए हजारों की संख्या में किसान हरियाणा के जींद शहर पहुंचे हैं।

किसान आंदोलन
किसान आंदोलन

पोस्ट से जुड़े आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।

किसान आंदोलन
किसान आंदोलन

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 22 सितंबर 2020 को भारत की संसद ने कृषि संबंधी तीन विधेयकों को पारित किया था। जिसके बाद 27 सितंबर को भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा इन विधेयकों को मंजूरी दे दी गई थी। लेकिन किसानों के मुताबिक, तीनों कृषि कानूनों से किसानों का नुकसान और पूंजीपतियों का फायदा होगा। इसलिए इन तीनों कृषि कानूनों के विरोध में किसान टिकरी बॉर्डर सहित कई अन्य जगहों पर प्रदर्शन कर रहे हैं।

हमारे द्वारा Crowd tangle टूल पर किए गए विश्लेषण से पता चला कि किसानों की भारी भीड़ की वायरल तस्वीर को सैकड़ों सोशल मीडिया यूज़र्स ने शेयर किया है।

किसान आंदोलन
किसानों की भारी भीड़

Fact Check/Verification

वायरल तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए कुछ कीवर्ड्स के जरिए हमने गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर से जुड़ी एक पोस्ट JAT Hostel PALI नामक फेसबुक अकाउंट पर मिली। जिसे 5 सितंबर 2017 को पोस्ट किया गया था। पोस्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक ये तस्वीर राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ प्रदेश में हुए एक प्रदर्शन के दौरान की है।

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने कुछ कीवर्ड्स के जरिए गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर से जुड़ी एक मीडिया रिपोर्ट Thelogicalindian की वेबसाइट पर मिली। जिसे 13 सितबर 2017 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, राजस्थान में गुस्साए किसानों ने अपनी कुछ मांगों को लेकर, बीजेपी और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ राजस्थान के सीकर शहर में प्रदर्शन किया था। किसानों की मांग थी कि उनके सम्पूर्ण कर्जे को माफ किया जाए, उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य दिया जाए और पशुओं को बेचने पर लगाई गई पाबंदी को वापस लिया जाए।

किसान आंदोलन

पड़ताल के दौरान हमें वायरल तस्वीर से जुड़ी एक वीडियो रिपोर्ट पत्रिका के यूट्यूब चैनल पर मिली। जिसे 4 सितंबर 2017 को अपलोड किया गया था। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, किसानों ने अखिल भारतीय किसान मोर्चा के साथ मिलकर राजस्थान के सीकर शहर में ये प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन के दौरान कई बीजेपी नेताओं के पुतले भी जलाए गए थे।

Conclusion

हमारी पड़ताल में मिले तथ्यों के मुताबिक, किसानों की भारी भीड़ की वायरल तस्वीर को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वायरल तस्वीर हालिया किसान आंदोलन की नहीं है, बल्कि वायरल तस्वीर साल 2017 में राजस्थान में हुए एक किसान आंदोलन की है। जिसका हालिया किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है।

Read More :तमिलनाडु में मस्जिदों के मुकाबले मंदिरों से नहीं लिया जाता ज्यादा बिजली का बिल, फेक दावा हुआ वायरल

Result: False

Claim Review: हरियाणा के जींद में एकत्र हुई किसानों की भारी भीड़।
Claimed By: Lovely Kaur
Fact Check: False

Our Sources

The Logical India –https://thelogicalindian.com/exclusive/sikar-farmers-protests/

Facebook –https://www.facebook.com/Mahipalk37625.48com/posts/843466205815292

Youtube –https://www.youtube.com/watch?v=qeDNJrucP2M


किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044  या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in

image
यदि आप किसी दावे का सच जानना चाहते हैं, किसी तरह की प्रतिक्रिया देना चाहते हैं या हमारे किसी फैक्ट चेक को लेकर शिकायत दर्ज करना चाहते हैं, तो हमें +91-9999499044 पर व्हाट्सएप या checkthis@newschecker.in​. पर ईमेल करें. आप हमारे Contact Us पेज पर जाकर वहाँ मौजूद फॉर्म भी भर सकते हैं.
Newchecker footer logo
Newchecker footer logo
Newchecker footer logo
Newchecker footer logo
About Us

Newchecker.in is an independent fact-checking initiative of NC Media Networks Pvt. Ltd. We welcome our readers to send us claims to fact check. If you believe a story or statement deserves a fact check, or an error has been made with a published fact check

Contact Us: checkthis@newschecker.in

17,450

Fact checks done

FOLLOW US
imageimageimageimageimageimageimage
cookie

हमारी वेबसाइट कुकीज़ का उपयोग करती है

हम कुकीज़ और समान प्रौद्योगिकियों का उपयोग करते हैं ताकि सामग्री को व्यक्तिगत बनाने में मदद मिल सके, विज्ञापनों को अनुकूलित और मापने में मदद मिल सके, और बेहतर अनुभव प्रदान कर सके। 'ठीक है' क्लिक करके या कुकी पसंद करने में एक विकल्प को चालू करके, आप इस से सहमत होते हैं, हमारे कुकी नीति में विस्तार से व्याख्या की गई रूप में।