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Claim
हिमाचल में इस्लामिक कट्टरपंथियों ने 20 साल पुराने शिवलिंग को तोड़ दिया.
Fact
नहीं, इस मामले में सांप्रदायिक एंगल नहीं है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. दावा है कि हिमाचल में इस्लामिक कट्टरपंथियों ने 20 साल पुराने शिवलिंग को तोड़ दिया.
हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा गलत है. कांगड़ा पुलिस ने इस मामले में निशा देवी नाम की महिला को हिरासत में लिया था.
वायरल वीडियो में व्यक्ति टूटी हुई शिवलिंग को दिखाता नजर आ रहा है. वीडियो में एक पुलिसकर्मी का बयान भी मौजूद है, जिसमें वे लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते और जांच करने की बात कहते नजर आ रहे हैं. वीडियो में CITY NEWS नाम का एक लोगो भी मौजूद है.
पोस्ट के कैप्शन में हुआ है, “हिमाचल प्रदेश में जिहादियों का आतंक –जिस मन्दिर में भगवान शिव की 20 साल से शिवलिंग की पूजा होती थी उसे इसलामिक कट्टरपंथियों ने 2 मिनट में तोड़ दिया, हिमाचल प्रदेश वालों ऐसे राक्षसों को तुरन्त ऐसा सबक सिखाओ कि इनकी नस्ले ऐसा कृत्य करने को दोबारा न सोचें”.
यह दावा फेसबुक पर भी वायरल है.
Fact Check/Verification
Newschecker ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए संबंधित कीवर्ड को गूगल सर्च किया. इस दौरान हमें पत्रकार सचिन गुप्ता द्वारा किया गया ट्वीट मिला. इस ट्वीट में वायरल वीडियो मौजूद था.
वीडियो ट्वीट करते हुए सचिन गुप्ता ने लिखा था, “हिमाचल प्रदेश : कांगड़ा जिले के नगरोटा में 26 सितंबर को शिवलिंग तोड़ने के आरोप में 35 वर्षीय महिला निशा देवी गिरफ्तार हुई है. निशा इससे पहले भी 2 अलग–अलग मंदिरों के शिवलिंग तोड़ चुकी है. इधर, हिंदू संगठन इस घटना के बाद मुस्लिमों से दुकान–मकान खाली कराने का दवाब बना रहे थे”.
प्राप्त जानकारी के आधार पर गूगल सर्च किया तो हमें द प्रिंट की वेबसाइट पर 30 सितंबर 2024 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली. यह रिपोर्ट समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से प्रकाशित की गई थी.
कांगड़ा जिले की एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने पीटीआई को बताया था कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने शिवलिंग तोड़ने वाली महिला की पहचान निशा देवी के रूप में की थी, जो हिंदू समुदाय से ताल्लुक रखती है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया था कि महिला मानसिक रूप से बीमार है और वह पहले कई मूर्तियों को तोड़ चुकी है.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि बीते 27 सितंबर को कांगड़ा जिले के नगरोटा बगवां में शिवलिंग तोड़े जाने का मामला सामने आया था. शिवलिंग तोड़ने की जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में लोग प्रदर्शन करने लगे थे. इसी दौरान वहां मौजूद हिंदू संगठनों के लोग मुस्लिम समुदाय से दुकान खाली करवाने की मांग भी कर रहे थे.
इसके अलावा, हमें इस संबंध में पंजाब केसरी हिमाचल प्रदेश के यूट्यूब अकाउंट से 28 सितंबर 2024 को अपलोड किया हुआ वीडियो भी मिला, जिसमें कांगड़ा के डीएसपी अंकित शर्मा का बयान मौजूद था. डीएसपी अंकित शर्मा के अनुसार, नगरोटा पुलिस को 27 सितंबर की सुबह गांधी ग्राउंड के पास वाले शिव मंदिर में शिवलिंग तोड़े जाने की जानकारी मिली थी. मामला संवेदनशील होने के कारण भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए थे.
जांच में सीसीटीवी फुटेज को खंगालने पर पुलिस ने पाया कि एक महिला ने सवेरे 3 से 4 बजे के बीच इस घटना को अंजाम दिया था. इसके बाद जानकारी के आधार योल इलाके के पास से 35 वर्षीय महिला निशा देवी को हिरासत में लिया था. इस दौरान उक्त महिला के पास वे सारे सामान मिले जो सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दे रहे थे. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि महिला के ऊपर 2020 में धर्मशाला के फतेहपुर में भी शिवलिंग को क्षतिग्रस्त करने का आरोप है और महिला का दिमागी संतुलन ठीक नहीं है.
हमने अपनी जांच में नगरोटा पुलिस स्टेशन के एसएचओ चमन लाल से भी संपर्क किया. उन्होंने भी बताया कि “आरोपी महिला का नाम निशा देवी है और वह हिंदू ही है एवं उसका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है. इस मामले में किस तरह का सांप्रदायिक एंगल नहीं है.”
Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह साफ़ है कि कांगड़ा में शिवलिंग तोड़े जाने की घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है.
Result: False
Our Sources
Video Posted by Punjab Keshari on 28th Sep 2024
Tweet by Journalist Sachin Gupta on 30th Sep 2024
Article Published by The Print on 30th Sep 2024
Telephonic Conversation with Nagrota SHO Chamanlal
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